भारत सरकार किसानों की आय बढ़ाने और कृषि को टिकाऊ बनाने के उद्देश्य से विभिन्न योजनाएं चला रही है। इन्हीं में से एक प्रमुख योजना है प्रधानमंत्री कुसुम योजना (PM Kusum Yojana), जिसके तहत किसानों को सब्सिडी पर सोलर पंप उपलब्ध कराए जाते हैं। इस योजना में केंद्र के साथ-साथ राज्य सरकारें भी किसानों को वित्तीय सहायता प्रदान करती हैं।
राजस्थान के डूंगरपुर जिले में 229 अनुसूचित जनजाति (ST) वर्ग के किसानों को बिना किसी लागत के फ्री सोलर पंप प्रदान किए गए हैं। यह योजना उन क्षेत्रों में खासकर प्रभावी साबित हो रही है, जहां जलवायु और भौगोलिक कारणों से सिंचाई एक बड़ी चुनौती है।
प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाअभियान (PM-KUSUM) के कंपोनेंट-B के तहत डूंगरपुर जिले में किसानों के खेतों में सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित किए गए हैं। राज्य उद्यानिकी निदेशालय और जनजातीय क्षेत्रीय विकास विभाग की सहभागिता से किसानों को वित्तीय सहायता दी गई।
वर्ष 2024-25 में 239 किसानों को यह सुविधा मिली, जिनमें से 229 अनुसूचित जनजाति के किसान थे और इन्हें पूरी तरह नि:शुल्क सोलर पंप उपलब्ध कराए गए।
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डूंगरपुर जैसे दुर्गम और आदिवासी बहुल क्षेत्र में लघु और सीमांत किसान अक्सर बिजली की अनियमित आपूर्ति और पानी की कमी से जूझते हैं। इस योजना ने न केवल उनकी सिंचाई की समस्या दूर की है, बल्कि यह एक प्रेरणादायी मॉडल बनकर उभरा है जिसे अन्य जिलों व राज्यों में भी लागू किया जा सकता है।
फ्री सोलर पंप योजना का लाभ पाने के लिए किसान को निम्नलिखित शर्तों को पूरा करना जरूरी है:
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इन दस्तावेजों के आधार पर पात्रता की जांच होती है, जिसके बाद चयनित किसानों को सरकारी अनुदान के साथ सोलर पंप की सुविधा दी जाती है।
डूंगरपुर जिले के किसानों को 100% सब्सिडी पर सोलर पंप मिलना यह दर्शाता है कि सरकार की योजनाएं सही तरीके से लागू हों तो किसानों के जीवन में बड़ा बदलाव संभव है। यदि आप भी राजस्थान राज्य से हैं और पात्रता रखते हैं, तो आप भी इस योजना का लाभ उठा सकते हैं।