भारत की सबसे अमीर महिला किसान रत्नम्मा गुंडमंथा की कहानी

आज हम आपको भारत की सबसे अमीर महिला किसान रत्नम्मा गुंडमंथा जी के बारे में बताएंगे। कर्नाटक के कोलार जिले में स्थित श्रीनिवासपुरा शहर की रहने वाली महिला किसान रत्नम्मा गुंडमंथा खेती-किसानी के साथ-साथ फूड प्रोसेसिंग का काम भी करती हैं। रत्नम्मा गुंडमंथा को इससे सालाना एक करोड़ रुपये से भी अधिक की आमदनी होती हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किसानों की आमदनी दोगुनी करने के दृष्टिकोण के अनुरूप, भारत के जो किसान कृषि के माध्यम से बेहतरीन मुनाफा कमा रहे हैं और किसानों के लिए एक आदर्श हैं। 

ऐसे सभी किसानों को राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर एक अलग पहचान दिलाने के उद्देश्य से महिंद्रा ट्रैक्टर्स द्वारा प्रायोजित मिलेनियर फार्मर ऑफ इंडिया अवॉर्ड-2023 शो में भारत के सैकड़ों मिलेनियर किसानों को एमएफओआई अवॉर्ड-2023 से सम्मानित किया गया था।

इस दौरान कर्नाटक के कोलार जिले में स्थित श्रीनिवासपुरा शहर की रहने वाली महिला किसान रत्नम्मा गुंडमंथा को वूमेन फार्मर कैटेगरी में केंद्रीय मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला द्वारा ‘नेशनल अवॉर्ड' दिया गया था।

इस दौरान ब्राजील सरकार के सौजन्य से ब्राजील के एम्बेसडर केनेथ फेलिक्स हजिंस्की दा नोब्रेगा द्वारा ‘वूमेन फार्मर’ कैटेगरी में नेशनल अवार्डी फार्मर रत्नम्मा गुंडमंथा को सात दिनों के लिए ब्राजील जाने के लिए टिकट भी दिया गया था।

रत्नम्मा गुंडमंथा कितने एकड़ जमीन पर कृषि करती हैं?

आपकी जानकारी के लिए बतादें, कि महिला किसान रत्नम्मा गुंडमंथा के पास खेती योग्य समकुल 4 एकड़ ही जमीन है, जिसमें ये आम, बाजरा और रेशम के कीड़ों का पालन करती हैं। इनके पास दो एकड़ में आम के बगीचे हैं और एक एकड़ में ये बाजरे की खेती करती हैं। 

इसके अतिरिक्त रत्नम्मा गुंडमंथा एक एकड़ में रेशम के कीड़ों का भी पालन करती हैं। उन्होंने आईसीएआर-केवीके, कोलार द्वारा प्रदान की गई सर्वोत्तम तकनीक को अपने खेतों में अपनाया है। इसके अलावा उन्होंने केवीके, कोलार द्वारा आयोजित कैंपस प्रशिक्षण में पांच दिनों का व्यावसायिक प्रशिक्षण भी प्राप्त किया है।

रत्नम्मा गुंडमंथा कृषि के साथ और अन्य कार्य भी करती हैं

महिला किसान रत्नम्मा गुंडमंथा कृषि सहित फूड प्रोसेसिंग का भी कार्य करती हैं। कृषि के साथ-साथ अनाज का प्रसंस्करण, आम, बादाम और टमाटर का इस्तेमाल करके अचार और मसाला पाउडर उत्पाद निर्मित करके बेचती हैं।

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इसके लिए उन्होंने ICAR-IIHR, बैंगलोर, ICAR-IIMR हैदराबाद और UHS बगलकोट से प्रशिक्षण लेकर उसको अपनी कृषि पद्धतियों में शामिल किया है। बतादें, कि रत्नम्मा ने 2018-19 से अनाज का प्रसंस्करण शुरू किया था। इसके लिए उन्हें सरकार से भी मदद प्राप्त हुई। साथ ही, कृषि विभाग ने भी उनकी काफी मदद की।

महिला किसान रत्नम्मा गुंडमंथा की वार्षिक आय

महिला किसान रत्नम्मा गुंडमंथा वार्षिक तकरीबन 1.18 करोड़ रुपये की आय कर रही हैं। कृषि उत्पादों के साथ-साथ वे अनाज के उत्पादन और अनाज के प्रसंस्करण में भी शामिल हैं। 

रत्नम्मा अनाज और अनाज माल्ट, अनाज डोसा मिक्स, अनाज इडली मिक्स और अन्य आम उत्पाद जैसे आम का अचार, टमाटर का अचार, मसाला पाउडर उत्पाद को तैयार करती हैं।