कटहल की खेती कर कृषक भाई बेहतरीन मुनाफा हांसिल कर सकते हैं। किसान भाई महज एक हेक्टेयर खेत में ही 150 कटहल के पौधे रोप सकते हैं।
आलू-प्याज की खेती कर के बोर हो चुके कृषक भाइयों के लिए यह फायदेमंद समाचार है। जो किसान कृषि क्षेत्र में कुछ अलग करना चाहते हैं।
वह जैकफ्रूट मतलब की कटहल की खेती कर शानदार मुनाफा पा सकते हैं। कटहल का उपयोग सब्जी एवं फल दोनों ही रूप में किया जाता है।
बहुत से घरों में तो इसका अचार भी डाला जाता है, जो कि सेवन में काफी स्वादिष्ठ होता है। कटहल बाजार में भी काफी मांग में रहने वाली सब्जियों में शुमार है।
इसके साथ-साथ कटहल में फास्फोरस, कैल्शियम, सोडियम, आयरन, पोटैशियम और जिंक जैसे मिनरल्स भी मौजूद होते हैं। कटहल को सदाबहार फसल के नाम से भी जाना जाता है।
आपकी जानकारी के लिए बतादें कि इसकी खेती किसी भी मौसम में की जा सकती है। केरल, कर्नाटक, यूपी, झारखंड, बिहार और पश्चिम बंगाल के अतिरिक्त भी बहुत से अन्य राज्यों में कटहल की खेती की जाती है।
दोमट मृदा को कटहल की खेती के लिए सबसे उपयुक्त माना जाता है। विशेषज्ञों का कहना है, कि कटहल के खेत में जल निकासी की बेहतरीन व्यवस्था होनी आवश्यक है।
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दरअसल, 15 दिन हो जाने के उपरांत कृषक भाई खेत की सिंचाई करें। किसान खाद के रूप में वर्मी कंपोस्ट एवं नीम की खली का भी उपयोग कर सकते हैं।
एक हेक्टेयर में कटहल के लगभग 140 से लेकर 150 तक पौधे रोपे जाते हैं। कृषक भाई एक हेक्टेयर भूमि में ही कटहल की खेती कर लाखों रुपये की आमदनी कर सकते हैं।