अगले चार दिनों में दक्षिण प्रायद्विपीय भारत में वर्षा कम होने के आसार
21 और 22 नवम्बर को अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के ऊपर छिटपुट भारी वर्षा की संभावना
23 से 25 नवम्बर तक तमिलनाडु में और 24-25 नवम्बर, 2020 को केरल में छिटपुट भारी वर्षा
पहले सप्ताह के दूसरे भाग में उत्तर पश्चिम भारत के छिटपुट स्थानों पर शीत लहर की संभावना
पहले सप्ताह के पहले भाग में दक्षिण पश्चिम अरब सागर में दबाव बनने की उच्च संभावना
18 नवम्बर, 2020 को समाप्त वर्तमान सप्ताह की प्रमुख विशेषताएं
जैसा कि पूर्वानुमान व्यक्त किया गया था सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के कारण उत्तर पश्चिम भारत में दीर्घ अवधि के औसत से 220 प्रतिशत अधिक वर्षा हुई। पश्चिम राजस्थान को छोड़कर उत्तर पश्चिम भारत के सभी सब डिवीजनों में अत्यधिक वर्षा हुई।
सप्ताह में दक्षिण प्रायद्वीप के ऊपर उत्तर पूर्व मानसून सक्रिय था। इससे दीर्घ अवधि के औसत से 73 प्रतिशत अधिक वर्षा हुई। दक्षिण प्रायद्वीप के अधिकतर सब डिवीजनों में अत्यधिक से काफी अत्यधिक वर्षा हुई।
सप्ताह 1 के लिए वर्षा (19 से 25 नवंबर 2020)
दक्षिण अरब सागर के मध्य भाग में बना कम दबाव क्षेत्र पश्चिम उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ सकता है और अगले 48 घंटों में दक्षिण पश्चिम अरब सागर के ऊपर दबाव बन सकता है। लेकिन इससे भारतीय क्षेत्र पर कोई मौसम का प्रभाव नहीं पड़ेगा।
कम दबाव के साथ चक्रवाती घुमाव कोमोरिन क्षेत्र के निचले स्तर पर रहा। इसके प्रभाव से 19 और 20 तारीख को केरल तथा माहे और लक्षद्वीप के ऊपर आंधी और बिजली गिरने के साथ भारी वर्षा हुई। 19 नवम्बर को दक्षिण तमिलनाडु में छिटपुट वर्षा। इसके बाद वर्षा के कमजोर पड़ने की संभावना।
अगले चार दिनों में दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत में उत्तर-पूर्व मानसून वर्षा गतिविधि में कमी की संभावना।
इसके बाद व्यापक वर्षा के साथ पूर्व से आने वाली हवा के प्रभाव से 21 और 22 नवम्बर को अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में आंधी, बिजली चमकने और छिटपुट स्थानों पर भारी वर्षा की संभावना। सप्ताह के दूसरे भाग में हवा का प्रभाव दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत पर होगा जिससे तमिलनाडु में 23 से 25 नवम्बर और केरल में 24 और 25 नवम्बर, 2020 को छिटपुट स्थानों पर भारी वर्षा हो सकती है।
22-25 नवम्बर के दौरान उत्तर पश्चिम भारत पर ताजा पश्चिम विक्षोभ की संभावना। इसी अवधि में पश्चिम हिमालय क्षेत्र के ऊपर छिटपुट वर्षा होने की संभावना।
संचित रूप से तटीय और दक्षिण तमिलनाडु के ऊपर सामान्य से अधिक वर्षा की संभावना। दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत के शेष हिस्सों में सामान्य वर्षा की संभावना। पश्चिम हिमालय क्षेत्र के ऊपर वर्षा, बर्फबारी सामान्य होने की संभावना। देश के शेष हिस्सों में वर्षा की संभावना नहीं है।
सप्ताह 2 के लिए वर्षा : (26 नवम्बर से 2 दिसम्बर, 2020)
दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत में पूर्व से आने वाली ताजा हवा के कारण सामान्य वर्षा और छिटपुट स्थानों पर भारी वर्षा की संभावना। देश के शेष भागों में सामान्य से कम या वर्षा नहीं होने की संभावना। (संलग्नक V)
सप्ताह 1 और 2 के लिए न्यूनतम तापमान : 19 नवम्बर से 2 दिसम्बर, 2020
उत्तर पश्चिम भारत के अधिकतर स्थानों में न्यूनतम तापमान सामान्य से नीचे 2-4°C और मध्य, पूर्व और उत्तर प्रायद्वीपीय भारत के अधिकतर हिस्सों में सामान्य से 2-6°C है। पहले सप्ताह के पहले भाग में उत्तर पश्चिम भारत में इसके धीरे-धीरे कम होकर 2-4°C होने की संभावना। 24 घंटों के बाद मध्य भारत में तापमान 2-4°C होने और 48 घंटों के बाद आगे के तीन दिनों में पूर्व भारत में तापमान 2-3°C होने की संभावना।
पहले सप्ताह के दूसरे भाग में उत्तर पश्चिम भारत के छिटपुट स्थानों पर शीत लहर की संभावना
उत्तर पश्चिम भारत के अधिकतर हिस्सों में न्यूनतम तापमान 2-6°C और मध्य, पूर्व तथा उत्तर प्रायद्वीपीय भारत में सप्ताह 1 के दौरान न्यूनतम तापमान 2-4°C रहने की संभावना।
दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत के हिस्सों और पूर्वोत्तर राज्यों को छोड़कर देश के अधिकतर भागों में तापमान सामान्य से नीचे रहने की संभावना। पूर्वोत्तर राज्यों में तापमान सामान्य या सामान्य से अधिक रहने की संभावना
चक्रवातजनन : (वायुमंडल में कम दबाव क्षेत्र के मजबूत होने से चक्रवात)
सप्ताह-1 के पहले भाग में दक्षिण पश्चिम अरब सागर के ऊपर दबाव की उच्च संभावना और 22-24 नवम्बर, 2020 के दौरान उत्तर सोमालिया तट की ओर पश्चिम-उत्तर पश्चिम दिशा में इसके बढ़ने की संभावना।
सप्ताह 1 के बाद के भाग में दक्षिण पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर चक्रवातजनन की कम संभावना।