जाने मोगरा के फूल से मिलने वाले फायदे और नुकसान

By: Merikheti
Published on: 06-Jan-2024

मोगरा की खेती ज्यादातर मार्च के महीने में की जाती हैं। मोगरा सफेद रंग का होता ,इसका प्रयोग गजरे बनाने में , इत्र बनाने और अगरबत्तियां बनाने में किया जाता हैं। मोगरा बहुत ही सुगन्धित पुष्प है। मोगरे में बहुत से औषिधीय गुण पाए जाने की वजह से इसका इस्तेमाल दवाइयों में भी किया जाता है। मोगरे के फूल में से रात के वक्त बहुत अच्छी खुशबू आती हैं। जिसके कारण ज्यादातर लोग मोगरे के फूल को घरों में लगाना पसंद करते है। मोगरा का इस्तेमाल पाठ पूजा में भी किया जाता है। मोगरे के फूल को शांति और पवित्रता का प्रतीक माना जाता हैं। 

मोगरा कितने प्रकार का होता हैं 

मुख्य रूप से मोगरा तीन प्रकार का होता हैं। जिनमे अलग अलग प्रकार के ही फूल आते हैं जैसे पीले ,गुलाबी और सफ़े। पालमपुर मोगरा ,मोआत मोगरा ,जैस्मिनम मोगरा ये सब मोगरे की प्रजातियां है।  

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मोगरा के फूल से मिलने वाले फायदे 

मोगरा के फूल से बहुत से फायदे मिलते हैं इसका इस्तेमाल आयुर्वेदिक दवाइयों में किया जाता हैं। साथ ही साथ इस फूल का चढ़ावा भगवान् विष्णु पर भी किया जाता है।मोगरे के फूल को ज्यादातर ऐसी जगहों पर लगाया जाता हैं जहाँ सूरज की रौशनी मोगरे के फूल पर कम पड़े। 

तनाव और चिंता में राहत दिलाता हैं 

मोगरा के फूल से तनाव और चिंता में राहत मिलती है। मोगरा के फूल से तेल भी बनाया जाता हैं जो की शरीर की मसाज के लिए बेहद लाभकारी माना जाता हैं इसके उपयोग से नशो में राहत मिलती हैं।  

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कीड़े मकोड़े से बचाव 

मोगरे के पेड़ को हम अपने घर में या बगीचे में लगा सकते हैं। इसकी महक से कीड़े मकोड़े दूर रहते है। मोगरे के फूल से बने डिफ़यूजर का भी हम इस्तेमाल कर सकते हैं इससे घर में खुशबू भी बनी रहती हैं साथ ही मूड को भी तरोताजा रखती है। 

मधुमेह के रोग में हैं फायदेमंद 

मोगरे के फूल का इस्तेमाल मधुमेह से पीड़ित लोगों के लिए भी लाभकारी हैं। मोगरे की फूल का चाय का सेवन करने से मधुमेह जैसे बीमारियों में आराम मिलता है। साथ ही ये ब्लड ग्लूकोस को भी संतुलित करता हैं। 

सर्दी जुखाम में राहत देता हैं 

मोगरे का सेवन करने से सर्दी और जुखाम में राहत मिलती हैं। मोगरे में एन्टीबैक्टेरिअल गुण होते हैं ,जो स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्याओं के जोखिम को कम करते हैं। इसके सेवन से पाचन किर्या भी संतुलित रहती हैं,और अन्य रोगो से भी बचाव किया जा सकता है।  

माँसपेशियों के दर्द में सहायक 

मोगरे का उपयोग माँसपेशियों के दर्द से छुटकारा पाने के लिए किया जाता हैं साथ ही ये पेट से जुड़े रोगो में भी सहायक होता हैं।  शोध के अनुसार बताया गया हैं मोगरा कैंसर से पीड़ित लोगो के लिए भी आरामदायक हैं। मासपेशियों के दर्द से बचने के लिए मसाज थेरेपी भी ले सकते है।  

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मोगरे का सेवन करने से होने वाले नुक्सान 

मोगरे के बहुत से फायदे हैं ,लेकिन मोगरे के बहुत से नुक्सान हैं। मोगरे का ज्यादा सेवन करने से शरीर को बहुत से नुक्सान हो सकते हैं जो की इस प्रकार हैं :

ज्यादा सेवन करने से ब्लड शुगर का स्तर हो सकता हैं कम 

मोगरा का ज्यादा सेवन से शरीर में ब्लड का शुगर लेवल कम हो सकता हैं ,जिससे चक्कर आना ,सर दर्द होना जैसी परेशानियां हो सकती है। ब्लड शुगर कम से होने से दिल की धड़कन बढ़ने लगती हैं .

बांझपन की समस्या 

महिलाओ द्वारा मोगरा का सेवन डॉक्टर के परामर्श द्वारा किया जाना चाहिए ,मोगरे का उपयोग औषिधि के रूप में किया जाता हैं। इसीलिए मोगरा का ज्यादा उपयोग करने से बांझपन जैसी समस्याएं आ सकती हैं। गर्भवती महिलाओ को इसका सेवन नहीं करना चाहिए। 

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कम शुगर लेवल वाले न करें मोगरा का उपयोग 

जिन व्यक्तियों का शुगर लेवल कम हैं उन्हें मोगरा का उपयोग नहीं करना चाहि। क्यूंकि मोगरा शरीर के अंदर ब्लड ग्लूकोस को कम करता हैं जिससे बहुत सी परेशानियां आ सकती हैं।  मोगरे का फूल सूंदर होने के साथ साथ बहुत से लाभ प्रदान करता हैं। इसका इस्तेमाल मुँह के छालो को दूर करने के लिए भी किया जाता हैं। ये कैंसर और मधुमेह से सम्बंधित रोगो में भी सहायक हैं। मोगरा के पेड़ का उपयोग हम तनाव को कम करने के लिए भी करते है।  मोगरे का उपयोग त्वचा से सम्बंधित रोगो के लिए भी किया जाता हैं ,इसका इस्तेमाल हम चेहरे के निखार के लिए भी कर सकते है।

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