रिटेल ट्रैक्टर सेल्स रिपोर्ट नवंबर 2025: ट्रैक्टर बिक्री में 56.55% की बढ़ोतरी, 1,26,033 यूनिट्स की बिक्री

Published on: 09-Dec-2025
Updated on: 09-Dec-2025

फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (FADA) ने नवंबर 2025 के लिए ट्रैक्टर सेगमेंट की रिटेल सेल्स रिपोर्ट जारी की है, और इस बार के आंकड़े उद्योग के लिए बेहद उत्साहजनक साबित हुए हैं। रिपोर्ट के अनुसार, इस महीने कुल 1,26,033 ट्रैक्टरों की बिक्री हुई, जो पिछले वर्ष नवंबर 2024 में बेची गई 80,507 यूनिट्स के मुकाबले 56.55% की भारी वृद्धि को दर्शाती है। यह वृद्धि न केवल किसानों की बढ़ती मांग को दिखाती है, बल्कि बाजार में बेहतर आर्थिक माहौल और अनुकूल परिस्थितियों की तरफ भी संकेत करती है।

ब्रांड-वार ट्रैक्टर बिक्री प्रदर्शन (नवंबर 2025)

1. महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड (ट्रैक्टर डिवीजन)

महिंद्रा ने एक बार फिर अपनी नंबर-वन स्थिति को मजबूती से कायम रखा है। कंपनी की बिक्री नवंबर 2024 के 19,521 यूनिट्स से बढ़कर नवंबर 2025 में 31,938 यूनिट्स पहुंच गई, जो 63.61% की उल्लेखनीय वृद्धि है। मार्केट शेयर भी बढ़कर 24.25% से 25.34% हो गया, जो दर्शाता है कि महिंद्रा की पकड़ बाजार में लगातार मजबूत होती जा रही है।

2. महिंद्रा एंड महिंद्रा (स्वराज डिवीजन)

स्वराज डिवीजन ने भी शानदार प्रदर्शन करते हुए नवंबर 2025 में 23,220 यूनिट्स की बिक्री दर्ज की, जो पिछले साल की 14,703 यूनिट्स के मुकाबले 57.93% अधिक है। कंपनी का मार्केट शेयर थोड़ा बढ़कर 18.26% से 18.42% पर पहुंच गया, जो किसानों के बीच स्वराज ट्रैक्टरों की लगातार बढ़ती लोकप्रियता का प्रमाण है।

3. सोनालिका ट्रैक्टर्स

सोनालिका की बिक्री भी इस माह प्रभावी रही। कंपनी ने नवंबर 2024 में जहां 10,856 यूनिट्स बेची थीं, वहीं इस साल नवंबर 2025 में 15,742 यूनिट्स की बिक्री की, जो 45.01% की वृद्धि को दर्शाता है। हालांकि बिक्री में बढ़ोतरी हुई लेकिन मार्केट शेयर 13.48% से घटकर 12.49% रह गया, जिससे स्पष्ट है कि अन्य ब्रांडों की ग्रोथ और भी तेज रही।

4. एस्कॉर्ट्स कुबोटा लिमिटेड 

एस्कॉर्ट्स कुबोटा ने इस महीने शानदार और लगभग दोगुनी वृद्धि हासिल की। नवंबर 2024 की 7,399 यूनिट्स के मुकाबले नवंबर 2025 में कंपनी ने 14,521 यूनिट्स बेचीं—जो 96.26% की तेज़ उछाल है। मार्केट शेयर भी बढ़कर 9.19% से 11.52% पर पहुंच गया, जो इस ब्रांड के लिए बेहद महत्वपूर्ण उपलब्धि मानी जा रही है।

5. टैफे ट्रैक्टर्स

टैफे की बिक्री नवंबर 2025 में 13,559 यूनिट्स रही, जो पिछले वर्ष नवंबर 2024 की 9,387 यूनिट्स की तुलना में 44.44% की बढ़त है। हालांकि बिक्री बढ़ी, लेकिन मार्केट शेयर 11.66% से घटकर 10.76% रह गया, जो प्रतिस्पर्धी कंपनियों की तेजी से बढ़ती बिक्री के कारण है।

6. जॉन डियर 

जॉन डियर ने भी मजबूत प्रदर्शन किया और नवंबर 2025 में 9,584 यूनिट्स की बिक्री दर्ज की, जो पिछले साल की 5,959 यूनिट्स की तुलना में 60.83% की वृद्धि है। कंपनी का मार्केट शेयर थोड़ा बढ़कर 7.40% से 7.60% हो गया, जिससे जॉन डियर की बाजार में स्थिर और सकारात्मक उपस्थिति झलकती है।

7. आयशर ट्रैक्टर्स

आयशर की बिक्री नवंबर 2025 में 7,027 यूनिट्स रही, जबकि पिछले वर्ष यह आंकड़ा 5,560 यूनिट्स था। इस प्रकार आयशर ने 26.38% की वृद्धि दर्ज की। फिर भी कंपनी का मार्केट शेयर 6.91% से घटकर 5.58% आ गया, जो प्रतिस्पर्धा में थोड़ी कमजोरी दिखाता है।

8. न्यू हॉलैंड 

न्यू हॉलैंड ने बेहद मजबूत प्रदर्शन करते हुए नवंबर 2025 में 5,784 यूनिट्स बेचीं, जबकि पिछले वर्ष यह सिर्फ 3,104 यूनिट्स थीं। इस आधार पर कंपनी ने 86.34% की शानदार वृद्धि दर्ज की। मार्केट शेयर भी बढ़कर 3.86% से 4.59% पर पहुंच गया, जो बाजार में न्यू हॉलैंड की मजबूत वापसी का संकेत है।

9. अन्य कंपनियां

अन्य ट्रैक्टर ब्रांड्स ने संयुक्त रूप से नवंबर 2025 में 4,658 यूनिट्स बेचीं, जबकि पिछले साल यह आंकड़ा 4,018 यूनिट्स था। यानी 15.93% की वृद्धि हासिल हुई। फिर भी बढ़ती प्रतिस्पर्धा के चलते इन कंपनियों का मार्केट शेयर 4.99% से घटकर 3.70% हो गया।

नवंबर 2025 में ट्रैक्टर मांग क्यों रही इतनी मजबूत?

नवंबर 2025 का महीना ट्रैक्टर उद्योग के लिए बेहद सफल रहा, और इसके पीछे कई प्रमुख कारण जिम्मेदार रहे: दिवाली अक्टूबर में होने के कारण, कई फेस्टिव डिलीवरी उसी महीने पूर्ण हो गई थीं, जबकि पिछले वर्ष अधिकांश रजिस्ट्रेशन नवंबर में हुए थे। OEMs और डीलर्स द्वारा आकर्षक ऑफर्स, बोनस योजनाएँ और फाइनेंस सुविधाओं ने किसानों को खरीदारी के लिए प्रेरित किया। GST 2.0 के लाभों ने किसानों की लागत कम की, जिससे नए ट्रैक्टर खरीदने की क्षमता बढ़ी।अच्छी फसल, बेहतर आय और सकारात्मक मनोभाव ने बाजार में ट्रैक्टरों की मांग को और बढ़ावा दिया। पूरे महीने शोरूम विजिट्स बढ़े, जिससे नवंबर ट्रैक्टर उद्योग के लिए एक रिकॉर्ड-सेटिंग महीना बन गया।