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गुलमेंहदी क्या होती है? इसकी खेती, उपयोग और पैदावार के बारे में जानकारी

गुलमेंहदी क्या होती है? इसकी खेती, उपयोग और पैदावार के बारे में जानकारी

गुलमेंहदी एक जड़ी-बूटी का पौधा है, जिसको औषधीय और मसाले के रूप में इस्तेमाल करने के लिए उगाया जाता हैं। इसको अंग्रेजी में Rosemary भी कहा जाता हैं।हमारे देश में भी इसकी खेती कई स्थानों पर की जाती हैं। गुलमेंहदी का उपयोग मास, सुप और विभिन्न व्यंजनों में मसाले के रूप में किया जाता हैं। आज के इस लेख में हम आपको गुलमेंहदी से जुड़ी सम्पूर्ण जानकारी देंगे।गुलमेंहदी क्या होती है?गुलमेंहदी या Rosemary एक सुगन्धित जड़ी-बूटीक पौधा है, इसका वैज्ञानिक नाम Rosmarinus officinalis हैं, जो की पुदीने के परिवार से संबंधित है।इसका उपयोग कई चीजों में किया जाता हैं...
जरबेरा फूल की खेती: सही तकनीक और देखभाल से पाएं उच्च गुणवत्ता वाले फूल

जरबेरा फूल की खेती: सही तकनीक और देखभाल से पाएं उच्च गुणवत्ता वाले फूल

जरबेरा (Gerbera) एक सुंदर और आकर्षक फूल है, जिसे "अफ्रीकन डेज़ी" भी कहा जाता है। इसकी खेती न केवल सजावटी उद्देश्य से बल्कि आर्थिक लाभ के लिए भी की जाती है।सही देखभाल और तकनीक से उच्च गुणवत्ता वाले फूल प्राप्त किए जा सकते हैं। इस लेख में जरबेरा की खेती के बारे में पूरी जानकारी दी गई है।जलवायु और स्थानजरबेरा की खेती के लिए 18-24°C के तापमान वाली समशीतोष्ण जलवायु सबसे उपयुक्त है। उच्च तापमान और अत्यधिक ठंड दोनों ही इस पौधे के लिए हानिकारक होते हैं।इसे प्रत्यक्ष सूर्यप्रकाश की आवश्यकता होती है, लेकिन हल्की छाया का भी प्रबंध किया...
ग्लेडियोलस फूल की खेती कैसे की जाती है और देखभाल के सर्वोत्तम तरीके

ग्लेडियोलस फूल की खेती कैसे की जाती है और देखभाल के सर्वोत्तम तरीके

ग्लेडियोलस की खेती एक सजावटी फूल की उत्पादन प्रक्रिया है, जिसका उपयोग मुख्य रूप से फूलों की सजावट और फूल उद्योग में किया जाता है।यह खेती आर्थिक रूप से फायदेमंद होती है और इसकी मांग बहुत अधिक होती है। ग्लैडियोलस की सुंदरता, विभिन्न रंगों और लंबे समय तक फूलदान में टिके रहने की क्षमता के कारण इसे उगाया जाता है।ग्लैडियोलस की खेती का महत्वग्लैडियोलस का फूल बाजार में अत्यधिक मांग में होता है। इसका उपयोग शादियों, त्योहारों और अन्य समारोहों में सजावट के लिए किया जाता है।यह फूल लाल, सफेद, पीले, गुलाबी और बैंगनी जैसे कई रंगों में उपलब्ध...
चीकू की खेती कैसे की जाती है: उपयुक्त किस्में और उपज बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण टिप्स

चीकू की खेती कैसे की जाती है: उपयुक्त किस्में और उपज बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण टिप्स

चीकू, जिसे सपोटा भी कहा जाता है, एक उष्णकटिबंधीय फल है जिसका वैज्ञानिक नाम Manilkara zapota है। यह फल भारत, मैक्सिको, थाईलैंड और अन्य उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में व्यापक रूप से उगाया जाता है।चीकू के पेड़ सदाबहार होते हैं और इसके फल गोलाकार या अंडाकार होते हैं, जिनकी बाहरी सतह खुरदरी और भूरे रंग की होती है। फल का गूदा मुलायम, मीठा, और हल्का दानेदार होता है, जिसमें एक विशेष सुगंध होती है।चीकू की खेती विशेष रूप से गर्म और आर्द्र जलवायु में अच्छी होती है। यह पेड़ गर्मियों में अच्छे से फल देता है और थोड़ी बहुत सूखी परिस्थितियों...
संतरा की सफल खेती के टिप्स: उपयुक्त मिट्टी, पौध चयन और सिंचाई के लिए पूरी गाइड

संतरा की सफल खेती के टिप्स: उपयुक्त मिट्टी, पौध चयन और सिंचाई के लिए पूरी गाइड

संतरा खट्टे फलों की श्रेणी में आता है, मीठा संतरा भी कहलाता है। माना जाता है कि संतरा मैंडरिन और पोमेलो का संकर प्रकार है। संतरे के पेड़ सबसे आम हैं और दुनिया भर में हर जगह पाए जाते हैं, चाहे वह उष्णकटिबंधीय हो या उपोष्णकटिबंधीय हो। यह पेड़ जंगली नहीं होता; बल्कि, खट्टे फलों की दो अन्य किस्मों ने इसे पालतू बनाया गया है। इस लेख में आप इसकी खेती से जुड़ी सम्पूर्ण जानकारी के बारे में जानेंगे।संतरे की खेती के लिए उपयुक्त मिट्टीसंतरे की खेती करते समय मिट्टी की उपरी और नीचे की सतह की संरचना और विशेषताओं पर...
स्ट्रॉबेरी की खेती कैसे की जाती है? भूमि की तैयारी से लेकर तुड़ाई तक सम्पूर्ण जानकारी

स्ट्रॉबेरी की खेती कैसे की जाती है? भूमि की तैयारी से लेकर तुड़ाई तक सम्पूर्ण जानकारी

स्ट्रॉबेरी (फ्रैगरिया वेस्का) भारत की एक महत्वपूर्ण फल फसल है और इसका व्यावसायिक उत्पादन देश के समशीतोष्ण और उपोष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में संभव है।स्ट्रॉबेरी की खेती हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब और राजस्थान में की जाती है।जम्मू के उपोष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में भी सिंचित स्थिति में फसल उगाने की क्षमता है। इस लेख में आप स्ट्रॉबेरी की खेती से जुड़ी जानकारी के बारे में जानेंगे।स्ट्रॉबेरी की खेती के लिए जलवायु और मिट्टिसमशीतोष्ण जलवायु में स्ट्रॉबेरी अच्छी तरह से बढ़ती है। कुछ किस्मों को उपोष्णकटिबंधीय जलवायु में उगाया जा सकता है।इसकी खेती के लिए दिन के उजाले...
ड्रैगन फ्रूट की खेती के लिए किसानों को सरकार देगी 40% सब्सिडी, जल्दी करे आवेदन

ड्रैगन फ्रूट की खेती के लिए किसानों को सरकार देगी 40% सब्सिडी, जल्दी करे आवेदन

देश के बहुत से किसान पारंपरिक खेती से दूर जाकर गैर-पारंपरिक खेती में काम कर रहे हैं। अधिकांश किसान फलों और फूलों की खेती पर जोर देते हैं और इसमें सफल होते हैं।लेकिन बागवानी करके अच्छा खासा मुनाफा कमाने के लिए विदेशी फलों की खेती अब किसानों के लिए एक बेहतर विकल्प बन गई है।ऐसे में किसानों की आय को बढ़ाने के लिए केंद्रीय और राज्य सरकारें विभिन्न कार्यक्रमों को लागू कर रही हैं।बिहार सरकार ड्रैगन फ्रूट की खेती करने वाले किसानों को चालीस प्रतिशत की अनुदान राशि दे रही है। आप इस कार्यक्रम का लाभ लेने के लिए ऑनलाइन...