इस किसान की सिंचाई करने की तकनीक के बारे में जानकर आपके होश उड़ जाऐंगे

By: MeriKheti
Published on: 14-Jul-2023

वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम (World Economic Forum) की रिपोर्ट के अनुसार, इस कमाल के मशीन को बनाने में हरजिंदर सिंह का हाथ है। उन्होंने इस मशीन पर सोलर पैनल लगा कर इसे पोर्टेबल बना दिया है। इस पूरी मशीन पर 24 सोलर पैनल लगे हुए हैं। भारत में किसान अब आधुनिक मशीनों की मदद से कृषि करने लगे हैं। इनमें बहुत सारे किसान ऐसे भी हैं, जो खेती के लिए आधुनिक मशीने विदेश से मंगाते हैं। तो वहीं बहुत से किसान भाई ऐसे भी हैं जो जुगाड़ से ऐसी आधुनिक मशीने बना लेते हैं, जिनके बारे में बड़े बड़े इंजीनियर भी नहीं सोच पाते। तो चलिए आज आपको एक ऐसी ही मशीन के बारे में बताते हैं जिसकी मदद से आप जहां चाहें वहां अपने खेत की सिंचाई कर सकते हैं।

मोबाइल सोलर प्लांट

मोबाइल सोलर प्लांट एक ऐसी मशीन है, जिसकी मदद से किसान भाई अपने खेतों में सहजता से सिंचाई कर सकते हैं। जो किसान पानी की पहुंच से दूर हैं अथवा फिर जहां ट्यूबवेल की सुविधा उपलब्ध नहीं है। इस मशीन को चलाने हेतु अलग से बिजली की आवश्यकता नहीं पड़ती। क्योंकि, इस मशीन में सोलर पैनल लगे हुए होते हैं, जो सूरज की रौशनी से बिजली उत्पन्न करते हैं, जिससे ये मशीन चलती है।

इस अद्भुत कमाल को करने वाला शख्स कौन है

वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम की रिपोर्ट के अनुसार, इस कमाल की मशीन को बनाने में हरजिंदर सिंह का हाथ है। उन्होंने इस मशीन पर सोलर पैनल लगा कर इसे पोर्टेबल बना दिया है। इस पूरे मशीन पर 24 सोलर पैनल लगे हुए हैं। सबसे विशेष बात यह है, कि इस मशीन को ट्रैक्टर के सहारे कहीं भी ले जाया जा सकता है। इस मशीन को सेट करने में केवल कुछ ही मिनट का वक्त लगता है। ये सिंचाई के लिए तैयार हो जाती है। इस मशीन के माध्यम से किसान दो हजार से पांच हजार लीटर पानी तक की सिंचाई बड़ी ही सुगमता से कर सकते हैं। ये भी पढ़े: भारत में लॉन्च हुए ये 7 दमदार नए ट्रैक्टर

इस तकनीक का इस्तेमाल सिर्फ भारत नहीं जर्मनी तक होता है

हालाँकि, ऐसा नहीं है कि इस तरह की तकनीक का उपयोग सिर्फ भारत के किसान कर रहे हैं। जर्मनी में भी फलों की खेती करने वाले किसान इस तरह की तकनीक का इस्तेमाल कर रहे हैं। सोलर पैनल की सहायता से किसान ना केवल खेतों में सिंचाई कर रहे हैं, बल्कि पूरे खेत के लिए वो इन्हीं सोलर पैनलों से बिजली भी बना रहे हैं। धीरे-धीरे विश्वभर के किसान इस तरफ कदम बढ़ा रहे हैं। साथ ही, नई-नई तकनीक की सहायता से अपनी खेती को बेहतर कर रहे हैं।

श्रेणी