रबी सीजन की फसलों की बुवाई से पहले जान लें ये बात, नहीं तो पछताओगे

By: MeriKheti
Published on: 16-Nov-2022

सरकार द्वारा वर्ष २०२३-२४ हेतु रबी सीजन में उगाई जाने वाली फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य नक्की किया गया है, जिसके अंतर्गत गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य २१२५ रूपये निर्धारित हुआ है। इसके अतिरिक्त सरसों, जौ, गेहूं, चना, मसूर एवं सनफ्लावर व रेपसीड का भी मूल्य नक्की किया गया है। किसानों को निर्धारित मूल्य से कम भाव नहीं दिया जायेगा। बतादें कि रबी फसलों की बुवाई होना प्रारंभ हो चुकी है, इससे पूर्व ही केंद्र सरकार द्वारा इन फसलों की एमएसपी निर्धारित कर दी है। एमएसपी को ध्यान में रखकर अधिक मुनाफा देने वाली फसलों का चयन करें। मसूर, सरसों, गेहूं, जौ, चना, एवं रेपसीड तथा सूरजमुखी (कुसुम्भ) का रबी विपणन साल २०२३-२४ के लिए एमएसपी नक्की किया है। बुवाई से पूर्व ज्ञात रहे कि आपको कौनसी फसल में अधिक मुनाफा होने सकता है। राजस्थान सरकार द्वारा इस मामले में किसानों को पूर्ण ज्ञापन दिया गया है, गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य २१२५ रूपये प्रति क्विंटल, जौ का १७३५ रूपये प्रति क्विंटल, चने का ५३३५ रूपये प्रति क्विंटल, मसूर (लेन्टिल) का ६००० रूपये प्रति क्विंटल, सरसों एवं रेपसीड का ५४५० रूपये प्रति क्विंटल तथा सूरजमुखी (कुसुम्भ) का न्यूनतम समर्थन मूल्य ५६५० रूपये प्रति क्विंटल नक्की हुआ है। किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य के अनुसार ही फसलों का भाव दिया जायेगा।

राजस्थान सरकार द्वारा केंद्र सरकार से मोटे अनाजों की खरीद सुचारु रखी जाएगी

साथ ही, सरसों एवं रेपसीड समूह से संबंधित अन्य तिलहनों जैसे तोरिया का भाव रेपसीड एवं सरसों के साथ उनके सामान्य बाजार भाव अंतराल के आधार पर निर्धारित होंगे। अनाजों एवं मोटे अनाजों के संदर्भ में भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) एवं अन्य नामित राज्य एजेंसियां किसानों को मूल्य समर्थन प्रदान करना जारी रखेगी। राजस्थान सरकार केन्द्र सरकार के पूर्वानुमोदन से मोटे अनाजों की खरीदारी निरंतर रखेगी। साथ ही, खरीदी गई संपूर्ण मात्रा को राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन (एनएफएसए) के चलते वितरण करेगी। अनुदान सिर्फ एनएफएसए के अनुरूप लागू की गई मात्रा के लिए ही दी जाएगी।

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तिलहन व दलहन इन एजेंसियों द्वारा निरंतर खरीदी जाएगी

भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन संघ लिमिटेड (नैफेड), लघु कृषक-कृषि व्यापार संघ (एसएफएसी) एवं अन्य नामित केंद्रीय एजेंसियां दलहनों व तिलहनों की खरीद निरंतर रखेंगी। इसके अतिरिक्त ऐसे प्रचलनों में नोडल एजेंसियों के द्वारा नुकसान हो तो, उनकी सम्पूर्ण पूर्ति केंद्र सरकार के दिशा-निर्देशानुसार की जाएगी। बतादें कि राज्य में रबी विपणन मौसम वर्ष २०२३ -२४ में एमएसपी खरीद हेतु खाद्य व नागरिक आपूर्ति विभाग को नोडल विभाग बना दिया है। राजस्थान राज्य के ३१९ केंद्रों पर १ नवंबर से उड़द, मूंग एवं सोयाबीन की फसल न्यूनतम समर्थन मूल्य के अनुसार खरीदना प्रारंभ कर दिया है। साथ ही, मूंगफली की खरीदी १८ नवंबर से प्रारंभ हो जाएगी जिसके लिए किसानों को ऑनलाइन पंजीकरण करवाना होगा।

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