रासायनिक कीटनाशकों को छोड़ नीम के प्रयोग से करें जैविक खेती

रासायनिक कीटनाशकों को छोड़ नीम के प्रयोग से करें जैविक खेती

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आजकल कीटनाशक असली है या नकली ये कहना बहुत कठिन हो गया है, कई बार रासायनिक कीटनाशक फसल पर प्रतिकूल प्रभाव भी डालते हैं। किसान कम कीमत में कीटनाशक खरीदने के चक्कर में रसीद ही नहीं लेते, क्योंकि वह १८ % जी एस टी (GST) से बच जाते हैं और इस वजह से उनको घटिया किस्म के कीटनाशक पकड़ा दिए जाते हैं। नकली रासायनिक कीटनाशकों को छोड़कर, स्वयं नीम (Neem) के प्रयोग से कीटनाशक बनाने का प्रयास करें। नकली रासायनिक कीटनाशक भूमि और फसल को काफी हद तक दूषित और जहरीली बना देते हैं।

फसल को प्राकृतिक रूप से पैदा करने से, खाने वाले का स्वास्थ्य और मन दोनों स्वस्थ और मस्त रहता है, क्योंकि प्राकृतिक खेती करने से फसल में जहरीले रासायनिक कीटनाशकों व उर्वरकों का लेश मात्र भी मिश्रण नहीं होता। नीम के प्रयोग से किसान खुद अपने घर खेत पर ही कीटनाशक तैयार कर सकते हैं, जो कि रासायनिक कीटनाशकों की जगह एक अच्छे विकल्प की भूमिका अदा करेगा। नीम द्वारा बनाई गयी कीटनाशक दवा का फसल में छिड़काव करके किसान अपनी फसल की कीटों से सुरक्षा कर सकते हैं।

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नीम से कीटनाशक बनाने के क्या फायदे हैं ?

नीम से कीटनाशक बनाकर किसान कीटनाशकों पर किये जाने वाले अधिक खर्च से बच सकते हैं। किसान दूषित खानपान को रोकने के लिए ऑर्गेनिक और जैविक खेती को बढ़ावा दे रहे हैं। जैविक एवं आर्गेनिक खेती की चर्चा आज पूरे देशभर में चल रही है, क्योंकि इसमें किसानों की कम लागत लगने के साथ साथ फसल भी उत्तम गुणवत्ता के साथ होती है, जिसे खाने से लोगों को किसी भी प्रकार का कोई नुकसान नहीं होता। जबकि रासायनिक तरीके से उत्पन्न की जाने वाली फसल में अच्छे बुरे केमिकल्स मिले हुए होते हैं, जो कि काफी हद तक सेहत को खराब करने में सक्षम होते हैं। इसलिए नीम से बनायीं गयी कीटनाशक दवाओं का ही छिड़काव किया जाना चाहिए। नीम से निर्मित कीटनाशक दवा बहुत ही उम्दा और शुद्ध होती है।

घर बैठे किस प्रकार तैयार करें जैविक कीटनाशक

जैविक कीटनाशक घर पर तैयार करने के लिए नीम का प्रयोग अत्यंत आवश्यक है, नीम के अंदर बहुत सारे गुण विघमान होते हैं। नीम में जीवाणुरोधी एंटी कार्सिनोजेनिक एवं एंटीफंगल जैसी विशेषताएं कीटनाशक बनाने के लिए बहुत सहायक साबित होती हैं। साथ ही नीम के तेल का निचोड़ भी कीटनाशक प्रतिरोधी अवयवों से उत्पन्न हुआ है, जिसकी दुर्गंध एवं कड़वेपन की वजह से यह फसलों को कीट व कीड़ों से बचाने की क्षमता रखता है।

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नीम का कीटनाशक घर पर तैयार करने की विधि :

नीम का कीटनाशक बनाने के लिए:

  • हरी मिर्च और लहसुन को अच्छी तरह से पीस कर, अच्छी तरह मिश्रण करने के उपरांत उबले हुए चावल के जल में डालदें।
  • मिश्रण के बाद कम से कम २४ घंटे के लिए किसी अच्छे स्थान पर रखें।
  • उसके बाद इसको लहसुन और हरी मिर्च वाले जल में सही तरीके से मिलाकर, मिर्च और लहसुन के छिलकों को छानकर बाहर निकालदें।
  • तीन चार चम्मच नीम के तेल के अर्क को मिश्रित करने के बाद, एक बोतल पानी में मिलाकर पतला करें।
  • मिश्रण को कीट व रोगों से ग्रसित पौधों पर छिड़कें।

नीम का तेल इस तरह निकालें

सामान्य तौर पर गांव में नीम की निंबोलियां लोगों के घरों में, सड़कों और आंगनों में बिखरी हुई रहती हैं। किसान चाहें तो इन निंबोलियों को एकत्रित करके इनसे निःशुल्क फसलों के लिये लाभकारी कीटनाशक बना सकते हैं। नीम का तेल निकालने के लिए निंबोली को शानदार तरह से पकाकर सुखाया जाता है। इसके पश्चात नीम को बेहतर ढ़ंग से पानी में निकालकर उसका छिलका और डंठल दोनों अलग कर दिए जाते हैं। उसके बाद नीम के बीजों को मशीन के अंदर डालकर तेल निकाला जाता है। साथ ही, उसकी खली को बाद में पाउडर के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है।

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