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पी ऍम किसान ई-केवाईसी की आखिरी तिथि (Last date for PM Kisan e-KYC)

पी ऍम किसान ई-केवाईसी की आखिरी तिथि (Last date for PM Kisan e-KYC)

किसान सम्मान निधि की १२वीं किस्त : आवश्यक जानकारी

भारत सरकार ने साल 2018 में किसानों को आर्थिक सुरक्षा प्रदान कराने के लिए
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की शुरुआत की थी। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत सरकार हर साल किसानों को दो हजार रुपये की आर्थिक सहायता दे रही है। अब तक किसानों के खाते में कुल 11 किस्त के पैसों को ट्रांसफर किया जा चुका है। जल्द ही सरकार किसानों के खाते में 12वीं किस्त के पैसे भी ट्रांसफर करने वाली है। केंद्र सरकार की तरफ से पीएम किसान योजना की 12वीं  किस्त का फायदा उठाने के लिए ई-केवाईसी (e-KYC) कराना अनिवार्य बना दिया गया है. बिना इसके, किसानों के खाते में रुपये ट्रांसफर नहीं किये जाएंगे. पीएम किसान योजना की ई-केवाईसी कराने की आखिरी तारीख 31 अगस्त 2022 है। किसानों को 12वीं किस्त का लाभ पाने के लिए  जल्द से जल्द अपनी ई-केवाईसी सरकार द्वारा तय की गई डेडलाइन से पहले करानी होगी । प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना में ई-केवाईसी कराने के लिए आपको पीएम किसान योजना की आधिकारिक वेबसाइट https://pmkisan.gov.in/ पर विजिट करना होगा । इस वेबसाइट पर फार्मर कॉर्नर (Farmer corner) में जाकर आप अपनी ई-केवाईसी से करा सकते हैं।

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ऑनलाइन ईकेवाईसी कराने की विधि :

  • ऑनलाइन ई-केवाईसी करने के लिए सबसे पहले पीएम किसान योजना की आधिकारिक वेबसाइट pmkisan.gov.in पर जाइये।
  • इसके बाद वेबसाइट में दाहिने तरफ दिख रहे ई-केवाईसी के ऑप्शन पर क्लिक कीजिये।
  • वहां अपना आधार नंबर दर्ज कीजिये।
  • इसके बाद आधार रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर मैसेज आएगा।
  • मैसेज में आए ओटीपी को यहां दर्ज कीजिये। 'सबमिट' पर क्लिक कीजिये ।
  • यह प्रक्रिया होते ही पीएम किसान खाते की ई-केवाईसी पूरी  हो जाएगी।
इस बार 17 अक्टूबर को आएगी पीएम किसान की 12वीं क़िस्त, हुए ये बड़े बदलाव

इस बार 17 अक्टूबर को आएगी पीएम किसान की 12वीं क़िस्त, हुए ये बड़े बदलाव

किसानों को केंद्र सरकार की तरफ से दी जाने वाली सहायता राशि का किसानों को बेसब्री से इंतजार है। किसानों का यह इंतजार जल्द ही समाप्त होने वाला है क्योंकि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM Kisan) की 12वीं क़िस्त सरकार जल्द ही जारी करने जा रही है। यह क़िस्त केंद्र सरकार के द्वारा तिमाही की शुरुआत में किसानों के खातों में जमा कर दी जाती थी, लेकिन इस बार कुछ कारणों की वजह से इसमें देरी हुई है। देरी होने के लिए सरकार ने गलत डेटा और किसानों के अपूर्ण केवाईसी को जिम्मेदार बताया है। सरकार से जुड़े सूत्रों ने बताया कि अब डेटा को दुरुस्त कर लिया गया है और जल्द ही सरकार किसानों के पैसे उनके खाते में ट्रांसफर करने जा रही है। सरकारी सूत्रों ने यह भी बताया कि पीएम नरेंद्र मोदी दिल्ली में आयोजित होने वाले 17 अक्टूबर 2022 को कृषि स्टार्टअप कार्यक्रम में किसानों के खाते में 12वीं क़िस्त ट्रांसफर करेंगे। इस कृषि स्टार्टअप कार्यक्रम के आयोजन की तैयारियां जोरों पर हैं, जहां पीएम मोदी किसानों को संबोधित करेंगे।


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प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना पीएम मोदी की महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक है, जिससे सीधे तौर पर 12 करोड़ किसान लाभान्वित होते हैं। इस योजना के अंतर्गत सरकार किसानों को तीन किस्तों में 6 हजार रूपये देती है। लेकिन इस बार किसानों के लिए 12वीं किस्त जारी करने के पहले सरकार ने कुछ बड़े बदलाव किये हैं। अब किसान अपने पंजीकृत मोबाइल नंबर से ही प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की क़िस्त की जानकारी प्राप्त कर सकेंगे। इसका असर किसानों पर होगा, क्योंकि भारत में कई किसान ऐसे हैं, जो बिल्कुल भी पढ़े लिखे नहीं हैं और उन्हें मोबाइल चलाना नहीं आता।

इसके पहले कौन सी व्यवस्था लागू थी

इस योजना के अंतर्गत स्टेटस जानने के लिए पहले किसानों को आधार नंबर या मोबाइल नंबर की आवश्यकता होती है, जिसके माध्यम से पीएम किसान में जाकर किसान भाई अपना आधार नंबर या मोबाइल नंबर डालकर आसानी से अपना स्टेटस चेक कर लेते थे। लेकिन नए बदलाव से अब किसान आधार नंबर के माध्यम से अपना स्टेटस चेक नहीं कर पाएंगे, इसके लिए पंजीकृत मोबाइल नंबर होना जरूरी है।

किसानों को स्टेटस जानना क्यों है जरूरी

इस योजना में कुछ अपात्र किसानों द्वारा भी लाभ लिया जा रहा है, इसलिए सरकार ने ऐसे लोगों को इस योजना से हटाने का निर्णय लिया है। इसके तहत सरकार ने अपात्र किसानों की पहचान के लिए कई फैसले लिए हैं। इसलिए यह जरूरी हो जाता है कि किसान भाई अपना स्टेटस देख लें, कि उनका नाम पीएम किसान सम्मान निधि योजना में है या नहीं। अगर उनका नाम इस योजना में नहीं है तो उन्हें जल्द से जल्द संबंधित अधिकारी से संपर्क करना चाहिए।

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किसानों के लिए ई केवाईसी करवाना हुआ अनिवार्य

इस योजना का लाभ पाने के लिए किसानों को ई-केवाईसी (e-KYC) करवाना अनिवार्य हो गया है। बिना ई केवाईसी के किसान अब इस योजना का लाभ नहीं उठा पाएंगे। सरकार ने यह इसलिए अनिवार्य किया है, क्योंकि पिछली बार जांच में पाया गया था कि कई ऐसे किसान इस योजना का लाभ ले रहे हैं, जो पहले से ही इनकम टैक्स के दायरे में आते थे और इनकम टैक्स भर रहे थे।
इस राज्य के 21 लाख किसानों का पीएम किसान सम्मान निधि से गायब हुआ नाम

इस राज्य के 21 लाख किसानों का पीएम किसान सम्मान निधि से गायब हुआ नाम

भारत सरकार लगातार प्रयास कर रही है, कि देश में फसलों का उत्पादन बढ़ाया जा सके। इसके लिए भारत सरकार किसानों को हर संभव सहायता प्रदान करती है ताकि किसान मजबूत रहें और अपना पूरा ध्यान उत्पादन बढ़ाने में फोकस कर सकें। इसी कड़ी में केंद्र सरकार ने एक योजना शुरू की है, जिसे पीएम किसान सम्मान निधि के नाम से जाना जाता है। इस योजना के अंतर्गत सरकार किसानों को हर साल 6 हजार रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान करती है, ताकि किसान आर्थिक मोर्चे पर मजबूती के साथ खड़े रहें। इस योजना के अंतर्गत किसानों को 2-2 हजार रुपये की किस्तों में साल में तीन बार रुपये प्रदान किए जाते हैं। सरकार का मानना है, कि इससे किसान खेती के लिए अपनी जरूरत की चीजें खरीद सकते हैं। इस सहायता से उनके ऊपर पड़ रहे आर्थिक बोझ को कम करने में मदद मिलेगी।


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अब इस योजना में फर्जीवाड़े का खुलासा हो रहा है। जहां कई राज्यों में फर्जी किसान इस योजना के लाभार्थी के तौर पर नामित हैं। इसलिए अब सरकार ऐसे फर्जी किसानों पर एक्शन ले रही है, जिन्होंने अपात्र होते हुए इस योजना के माध्यम से सब्सिडी के पैसे लिए हैं। इस प्रकार का सबसे बड़ा फर्जीवाड़ा अभी तक उत्तर प्रदेश में पकड़ में आया हैं, जहां पर लगभग 21 लाख फर्जी किसान इस योजना का लाभ ले रहे थे। सरकार ने ऐसे फर्जी किसानों को चिन्हित करते हुए उनका नाम पीएम किसान सम्मान निधि से काटना शुरू कर दिया है। पीएम किसान सम्मान निधि की 11वीं किस्त जारी करने के बाद सरकार ने जांच में सख्ती कर दी है। जिसके बाद लाभार्थी किसानों को अपना केवाईसी करवाना अनिवार्य हो गया है। इसके साथ ही सरकार बार-बार किसानों का भू-रिकॉर्ड वेरिफिकेशन और बेनिफिशियरी स्टेटस चेक करवा रही है। अगर उपर्युक्त चीजों में कोई भी चीज गलत पाई जाती है तो किसान का नाम अब पीएम किसान सम्मान निधि से हटाया जा रहा है। जिसके बाद किसान को पीएम किसान सम्मान निधि की अगली किस्त नहीं मिलेगी।

(E-KYC) ई-केवाईसी और भूमि रिकॉर्ड वेरिफिकेशन कैसे कराएं

जितने भी किसानों का ई-केवाईसी और भूमि रिकॉर्ड वेरिफिकेशन अभी तक नहीं हुआ है, वो किसान अपने नजदीकी ई-मित्र केंद्र, सीएससी सेंटर या फिर साइबर कैफे में जाकर अपना आवेदन कर सकते हैं। यहां बेहद आसानी से उनका केवाईसी अपडेट कर दिया जाएगा। इसके साथ ही किसान भाई भूमि रिकॉर्ड के वेरिफिकेशन के लिए अपने नजदीकी जिले के कृषि विभाग के कार्यालय में संपर्क कर सकते हैं। वहां अपने जरूरी कागजात देकर सत्यापन करवा सकते है।


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ऐसे किसानों को भेजा जा रहा है नोटिस

ऐसे किसान जो इस योजना के तहत सरकारी सहायता लेने के अपात्र हैं तथा जिन्होंने फर्जी दस्तावेज जमा करके सालाना 6 हजार रुपये प्राप्त किए हैं, ऐसे किसानों की राशि वापस करने का नोटिस भेजा जा रहा है। यदि ऐसे फर्जी किसान समय पर पैसा नहीं लौटाते हैं, तो उन पर कार्यवाही की जाएगी। साथ ही कई बैंकों ने जानकारी पाते ही फर्जी किसानों के बैंक खाते बंद कर दिए हैं।

ऐसे करें पीएम किसान सम्मान निधि योजना का स्टेटस चेक

किसान भाई अपनी पात्रता जानने के लिए पीएम किसान सम्मान निधि योजना की आधिकारिक वेबसाइट pmkisan.gov.in पर जाएं। इस वेबसाइट के होम पेज पर Beneficiary Status का एक विकल्प दिखाई देगा, इस विकल्प पर क्लिक करें। इसके बाद पेज पर अपनी पंजीकरण संख्या दर्ज करें। पंजीकरण संख्या दर्ज करने के बाद अपना रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर दर्ज करें और कैप्चा कोड भरें। उसके बाद आपके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी आएगा, उसे दर्ज करें। ओटीपी दर्ज करने के साथ ही गेट डिटेल पर क्लिक करने के बाद आपका पीएम किसान सम्मान निधि योजना का स्टेटस खुल जाएगा। इस प्रक्रिया से किसान भाई अपना स्टेटस आसानी से चेक कर सकते हैं।
पीएम किसान सम्मान निधि की किस्त 6 हजार से 8 हजार होने की आशंका है

पीएम किसान सम्मान निधि की किस्त 6 हजार से 8 हजार होने की आशंका है

भारत में पीएम किसान योजना के 1.86 करोड़ लाभार्थी किसान पहले वंचित कर दिया है। सरकार के जरिए किए जाने वाले सत्यापन के अंतर्गत पुनः अपात्र किसानों की जाँच पड़ताल की जा रही है। निरंतर लाभार्थी सूची को बेहतर करने का कार्य चल रहा है। इस वजह से यदि आप भी लाभार्थी हैं, तब आपको सूची में स्वयं का नाम एवं स्टेटस की जाँच करना बेहद जरुरी है। केंद्र सरकार द्वारा लघु एवं सीमांत किसानों के हित में सुचारु प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के अंदर उच्च स्तर का परिवर्तन होने की आशंका प्रतीत हो रही है। आपको बतादें कि सरकार 1 फरवरी को प्रस्तुत होने वाले बजट में भी सम्मान निधि की धनराशि में बढ़ोत्तरी का अंदाजा लगाया जा रहा है। लेकिन उसके पूर्व 29 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का 'मन की बात' कार्यक्रम प्रसारित होना है। इसके अंतर्गत किसान व कृषि से संबंधित लोगों हेतु बड़ी सूचना हो सकती है। हम यह कह सकते हैं, कि देश के किसानों को सरकार से बेहद आसा है। पीएम किसान योजना की 13 वीं किस्त आने से पूर्व सरकार की सूचना स्पष्ट हो जाएगी।
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हालाँकि, वर्तमान में लाभार्थी सूची के अंदर बड़ा परिवर्तन होने की संभावना खबरों के जरिए से सुनने को मिल रही हैं। बतादें, कि बड़ी तादात में किसानों द्वारा ई-केवाईसी (E-KYC) एवं भूआलेखों का सत्यापन नहीं कराया है। राज्य सरकारों द्वारा 13 वीं किस्त भेजने से पूर्व दोनों प्रमाणीकरण विधि को पूर्ण कराने हेतु निर्देश जारी किए गए हैं। निरंतर, यह बात खबरों के माध्यम से प्राप्त हो रही है, कि जिन किसानों ने अभी तक सत्यापन की प्रक्रिया को पूर्ण नहीं किया है। उस स्थिति में ऐसे किसानों को लाभार्थी सूची से वंचित किया जा सकता है।

किसान पीएम किसान योजना के लिए लाभार्थी सूची की जाँच अवश्य करें

निरंतरता से किसानों के ई-केवाईसी एवं भूआलेखों के सत्यापन की प्रक्रिया तीव्रता से चल रही है। योजना हेतु पात्र किसानों का स्टेटस संशोधित होने का कार्य चल रहा है। वहीं, अपात्र-लाभार्थियों की जाँच होते ही उनका नाम सूची से हटा दिया जा रहा है। अगर आपने भी हाल ही में प्रमाणीकरण की प्रक्रिया पूर्ण की है। तो आपको अपना नाम लाभार्थी सूची में देख लेना चाहिए।
  • आप सर्वप्रथम pmkisan.gov.in पर विजिट करें।
  • होम पेज उपलब्ध Farmers Corner के विभाग पर पहुँचे।
  • आपको यहां Beneficiary Status के विकल्प पर क्लिक करना है ।
  • जो आपका पंजीकृत मोबाइल नंबर अथवा पंजीयन नंबर डालकर किसान भाई सूची में स्वयं के नाम की जाँच कर सकते हैं।

किसान सूची में नाम परिवर्तन की जानकारी हेतु क्या करें

बहुत बार ई-केवाईसी (E-KYC) एवं भुआलेख प्रमाणीकरण के उपरांत भी किसान का नाम सूची में अपडेट नहीं हो पाया है। उस परिस्थिति में इस तरह की तकनीकी कमियों को ठीक करने हेतु हेल्प डेस्क से संपर्क किया जा सकता है। कृषि मंत्रालय द्वारा किसानों हेतु हेल्पलाइन नंबर भी लागू किए गए हैं। यदि किसान चाहें तो 1551261 या 1800115526 या 011-23381092 पर भी कॉल कर स्वयं की शंका का निराकरण प्राप्त कर सकते हैं। किसान स्वयं की दिक्क्त परेशानी को pmkisan-ict@gov.in पर लिखकर भी मेल किया जा सकता है।

किसानों को पीएम योजना की किस्त 8,000 रुपये होने की बात सच या झूंठ

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के अंतर्गत लाभार्थी किसानों के बैंक खाते में वार्षिक 6,000 रुपये की धनराशि आर्थिक सहायता के अनुरूप हस्तांतरित की जाती है। सरकार द्वारा इस धनराशि दो-दो हजार रुपये की तीन किस्तों में किसानों को भेजी जाती है। वर्तमान में 1 फरवरी को प्रस्तुत होने वाले बजट से पूर्व आशंका लगाई जा रही हैं, कि यह धनराशि 6,000 रुपये से वृद्धि होकर 8,000 रुपये तक होने की संभावना है। यह इस वजह से भी मुमकिन है, कि जांच पड़ताल के अंतर्गत बहुत सारे अपात्र लोग गलत रूप से पीएम किसान की किस्तें प्राप्त कर रहे थे।
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अब उनको सूची से बाहर कर दिया है। लाभार्थियों के सत्यापन के चलते अपात्र किसानों की पहचान करके उनको योजना से वंचित किया जा रहा है। नतीजतन, संभावना है, कि योजना के बजट में अतिरक्त वृद्धि करके किसानों को मिल रही आर्थिक सहायता की धनराशि में भी बढ़ोत्तरी करदी जाएगी। हालांकि, फिलहाल आधिकारिक तौर पर इस प्रकार की कोई भी सूचना जारी नहीं हुई है।
पीएम किसान सम्मान निधि योजना के नियमों में बदलाव, जल्द करें ई-केवाईसी अपडेट

पीएम किसान सम्मान निधि योजना के नियमों में बदलाव, जल्द करें ई-केवाईसी अपडेट

किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का बेसब्री से इंतजार है. ऐसे में उनके लिए एक बड़ी खुशखबरी है. खबरों के मुताबिक पीएम किसान की 13वीं किस्त होली से पहले जारी हो सकती है. लेकिन उससे पहले केंद्र सरकार ने पीएम किसान के नियमों में कुछ अहम बदलाव किये हैं. प्रधानमंत्री सम्मान निधि योजना के तहत किसानों के लिए बड़ी खबर है. जहां योजना की 13वीं किस्त होली से पहले जारी की जा सकती है. हालांकि अब तक केंद्र सरकार की तरफ कोई ओपचारिक घोषणा नहीं की गयी है. लेकिन इससे पहले सरकार ने फर्जीवाड़े को रोकने के लिए पीएम सम्मान निधि योजना से जुड़े नियमों में बदलाव किये हैं. बता दें कि, योजना से जुड़े लाभार्थियों के लिए अब ई-केवाईसी जरूरी कर दिया गया है. अगर वो अपना ई-केवाईसी अपडेट नहीं करवाएंगे तो उन्हें 13वीं किस्त का फायदा नहीं मिलेगा. इसके अलावा केंद्र सरकार की तरफ से उनके खाते में दो हजार रुपये भी ट्रांसफर नहीं किये जाएंगे. रिपोर्ट्स की मानें तो देश में लाखों किसानों से अभी तक अपना ई-केवाईसी नहीं अपडेट करवाया है. जिस वजह से हो सकता है कि, ये किसान योजना से वंचित हो जाएं.

तुरंत कराएं ई-केवाईसी अपडेट

जिन भी किसानों ने अभी तक अपना ई-केवाईसी अपडेट नहीं करवाय है. उनके लिए बड़ी समस्या हो सकती है. इससे बचने के लिए किसान भाई अपने नजदीकी कॉमन सर्विस सेंटर या फिर कृषि विभाग कार्यालय में जाकर संपर्क कर सकते हैं. जहां पर आसानी से उनका ई-केवाईसी अपडेट हो जाएगा. इसके अलावा किसानों की मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर कृषि विभाग की तरफ से जारी किया गया है. ये भी देखें: पीएम किसान सम्मान निधि की किस्त 6 हजार से 8 हजार होने की आशंका है

यहां से मिलेगी सारी जानकारी

155261 या 1800115526 और 011-23381092 पर किसान भाई कॉल करके सारी जानकारिययां ले सकते हैं. ये नंबर पूरी तरह से टोल फ्री हैं. इसके अलावा pmkisan-ict@gov.in पर विजिट करके इससे जुड़ी जानकारियां हासिल की जा सकती है. केंद्र सरकार ने अपनी 12वीं किस्त पिछले साल 17 अक्टूबर को जारी की थी. जिसके लिए 16 हजार करोड़ रुपयों का खर्चा किया गया था. वहीं इस किस्त का फायदा करीब 8 करोड़ किसनों को मिला था.

घर बैठे लिस्ट में चेक करें स्टेटस

पीएम किसान की लिस्ट में अगर कोई किसान अपना स्टेट्स चेक करना चाहता है तो, वो ये काम घर बैठे भी कर सकते हैं. जिसके लिए उन्हें सबसे पहले पीएम किसान कि ऑफिशियल वेब साइट pmkisan-ict@gov.in पर विजिट करना होगा. जिसके होम पेज के दाहिनी तरफ लाभार्थी स्थिति टैब पर क्लिक करना पड़ेगा. जिसके बाद एक नया पेज खुलेगा. जहां आपको अपना मोबाइल नंबर और रजिस्ट्रेशन नंबर को दर्ज करना होगा. इसके बाद कैप्चा कोड लिखते ही आपको अपनी पूरी डिटेल्स स्क्रीन पर दिख जाएगी.
अब किसान ऐप से कर सकेंगे किसान प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की ई-केवाईसी प्रक्रिया

अब किसान ऐप से कर सकेंगे किसान प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की ई-केवाईसी प्रक्रिया

किसानों को आय सहायता प्रदान करने के लिए संघीय सरकार के महत्वाकांक्षी और प्रसिद्ध "प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि" कार्यक्रम के तहत, केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर ने फेस ऑथेंटिकेशन के साथ पीएम-किसान मोबाइल ऐप का उद्घाटन किया।  इसकी सहायता से एक किसान घर बैठे ही बिना ओटीपी या फिंगरप्रिंट के अपना चेहरा स्कैन करके ई-केवाईसी कर सकता है, जो वर्तमान तकनीक का सबसे अच्छा उदाहरण है। एक किसान न100 अन्य किसानों को घर पर ई-केवाईसी पूरा करने में भी मदद की।  भारत सरकार ने ई-केवाईसी को आवश्यक बनाने की आवश्यकता को मान्यता देते हुए किसानों की ई-केवाईसी निष्पादित करने की क्षमता का विस्तार राज्य सरकारों के अधिकारियों तक कर दिया है, ताकि प्रत्येक अधिकारी 500 किसानों के लिए ई-केवाईसी प्रक्रिया को पूरा कर सकें। यह भी पढ़ें: प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना नई दिल्ली के कृषि भवन में आयोजित यह कार्यक्रम वस्तुतः देश भर के कृषि विज्ञान केंद्रों में मौजूद हजारों किसानों के साथ-साथ केंद्र और राज्य सरकारों के अधिकारियों, विभिन्न सरकारी एजेंसियों और कृषि संगठनों के प्रतिनिधियों से जुड़ा था। 

इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री श्री तोमर ने क्या कहा

इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री श्री तोमर ने कहा कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि भारत सरकार की एक अत्यंत व्यापक एवं महत्वाकांक्षी योजना है। राज्य सरकारों ने इसके कार्यान्वयन में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और परिणामस्वरूप, हम केवाईसी के बाद लगभग 8.5 करोड़ किसानों को योजना की किस्त का भुगतान करने में सक्षम हैं। उन्होंने कहा की यह प्लेटफॉर्म जितना परिष्कृत होगा, पीएम-किसान के लिए उतना ही उपयोगी होगा और जब भी किसानों को कोई लाभ देना होगा, तो केंद्र और राज्य सरकारों के पास पूरा डेटा उपलब्ध रहेगा, ताकि डेटा सत्यापन में कोई समस्या न आए। यह भी पढ़ें: अब तक प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना से नहीं जुड़े हैं? फौरन करें ये काम केंद्रीय मंत्री श्री तोमर के अनुसार, प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने लगातार इस बात पर जोर दिया है कि यदि कार्यक्रम के लिए पर्याप्त वित्त है, तो हम संतृप्ति तक पहुंच गए हैं। उत्तर प्रदेश सहित अन्य राज्य इस दिशा में काम कर रहे हैं और एक बार यह पूरा हो जाने पर अधिक से अधिक पात्र किसान कार्यक्रम का 14वां भुगतान प्राप्त कर सकेंगे। श्री तोमर ने कहा कि इस मामले पर राज्य सरकारें कार्रवाई करें |

इस अवसर पर मंत्री श्री कैलाश चौधरी ने क्या कहा 

कार्यक्रम में केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री श्री कैलाश चौधरी ने कहा कि कृषि क्षेत्र को टेक्नोलॉजी से फायदा हो रहा है और इस ऐप की नई सुविधा से किसानों को काफी सुविधा भी मिलेगी. केन्द्रीय कृषि सचिव श्री मनोज आहूजा ने भी अपने विचार रखे। अतिरिक्त सचिव श्री प्रमोद कुमार मेहरड़ा ने ऐप की विशेषताओं के बारे में बताया। कार्यक्रम का संचालन विभागीय सलाहकार श्री मनोज कुमार गुप्ता ने किया। इस मौके पर राज्य सरकार के अधिकारियों ने भी योजना और ऐप के लाभ से जुड़े अपने अनुभव साझा किये. युवाओं के माध्यम से अधिक से अधिक किसानों को ऐप से जोड़ने का भी प्रयास किया जाएगा और इसमें मदद करने वाले युवाओं को निर्धारित मानदंडों के आधार पर कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा प्रमाण पत्र दिया जाएगा। यह भी पढ़ें: प्रधानमंत्री ने आत्मनिर्भर भारत इनोवेशन ऐपइनोवेशन चैलेंज लॉन्च किया

पीएम किसान योजना को बताया दुनिया की सबसे बड़ी डीबीटी योजना

पीएम किसान दुनिया की सबसे बड़ी डीबीटी योजनाओं में से एक है जिसमें किसानों को एक साल में तीन किस्तों में आधार से जुड़े बैंक खातों के माध्यम से 6,000 रुपये सीधे हस्तांतरित किए जाते हैं। 11 करोड़ से ज्यादा किसानों के खातों में 2.42 लाख करोड़ रुपये ट्रांसफर किए गए, जिनमें 3 करोड़ से ज्यादा महिलाएं थीं. कोविड के समय लॉकडाउन के दौरान भी पीएम किसान योजना किसानों के लिए एक मजबूत साथी साबित हुई। इस योजना ने किसानों को सीधे वित्तीय सहायता प्रदान करके आवश्यक सुविधाएं सुनिश्चित की हैं और उन्हें कठिन समय में आत्मविश्वास दिया है। अब डिजिटल सार्वजनिक वस्तुओं के प्रभावी उपयोग से पीएम किसान पोर्टल पर आधार सत्यापन और बैंक खाता विवरण अपडेशन से संबंधित कठिनाइयों का समाधान हो गया है।
किसान भाई 31 जनवरी से पहले ये काम जरूर करलें वर्ना अटक जाऐगी किस्त

किसान भाई 31 जनवरी से पहले ये काम जरूर करलें वर्ना अटक जाऐगी किस्त

यदि आपने भी पीएम किसान योजना के तहत ई-केवाईसी की प्रक्रिया पूर्ण नहीं की है, तो आज ही इसे पूर्ण कर लें। वर्ना आपकी 16वीं किस्त अटक सकती है। सरकार ने इसके लिए आखिरी तिथि निर्धारित कर दी है। भारत के करोड़ों किसानों के लिए प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना से संबंधित एक बड़ा अपडेट सामने आया है। किसान भूलकर भी इसे अनदेखा न करें। क्योंकि, ऐसा करने से उनकी 16वीं किस्त की धनराशि अटक सकती है। 

दरअसल, ये अपडेट ई-केवाईसी को लेकर है। जिन किसानों ने अभी तक पीएम किसान योजना के लिए अपनी ई-केवाईसी नहीं करवाई है। वह शीघ्रता से इसको पूर्ण करा लें। समय रहते अगर ऐसा नहीं किया तो आपकी 16वीं किस्त अटक सकती है। अब ऐसी स्थिति में किसान भाई आज ही अपनी ई-केवाईसी की प्रक्रिया को पूर्ण कर लें।

अगर आपने यह नहीं किया तो खाता बंद हो जाऐगा 

आपकी जानकारी के लिए बतादें, कि जिन कृषकों ने अब तक अपनी ई- केवाईसी (How to do PM Kisan e-KYC) की प्रक्रिया संपन्न नहीं कराई है। वह जल्दी इसको पूर्ण करें। इसके लिए 31 जनवरी की अंतिम तिथि निर्धारित की गई है। ऐसा न करने से कृषकों के खाते में पीएम किसान की 16वीं किस्त की धनराशि नहीं आएगी। सिर्फ इतना ही नहीं, ई- केवाईसी नहीं करवाने वाले कृषकों के खाते भी निष्क्रिय हो जाऐंगे। 

पंजीकरण के लिए शिविर आयोजित करा रही सरकार 

इस योजना का फायदा अधिक से अधिक किसानों को मिल सके। इसके लिए भारत संकल्प यात्रा के अंतर्गत ग्राम पंचायत मुख्यालय पर विशेष शिविरों का भी आयोजन किया जा रहा है। ऐसी स्थिति में जिन कृषकों ने अब तक पंजीकरण नहीं कराया है। वे सीएससी या ई-मित्र की मदद से अप्लाई कर सकते हैं।

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बतादें, कि इस योजना के अंतर्गत कृषकों को प्रति वर्ष 6 हजार रुपये दिए जाते हैं। जो दो-दो हजार रुपये की किस्त में कृषकों के खाते में आते हैं। ऐसे भी किसानों के पास 2 हेक्टेयर तक जमीन होती है। उन्हें ही इस योजना का फायदा दिया जाता है। ऐसे किसान जिन्होंने अब तक आधार सीडिंग और भूमि सत्यापन नहीं कराया है, उन्हें ये काम काफी शीघ्रता से निपटा लेना चाहिए। अगर 31 जनवरी तक केवाईसी पूर्ण नहीं होती है, तो उन्हें योजना के लिए अपात्र मान लिया जाऐगा।

पीएम किसान के लिए ई-केवाईसी अनिवार्य

योजना से जुड़ी ई-केवाईसी करवाने के लिए आप अपने नजदीकी सीएससी सेंटर अथवा नजदीकी बैंक शाखा में विजिट कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त आप घर बैठे भी पीएम किसान पोर्टल पर ई-केवाईसी की प्रक्रिया पूर्ण कर सकते हैं। इसके लिए वेबसाइट पर प्रदान किए गए ई-केवाईसी के विकल्प पर क्लिक करें और आगे के प्रोसेस को फॉलो करते रहें। अगर आप ऑनलाइन ई-केवाईसी करवाना चाहते हैं, तो नीचे दिए गए स्टेप्स को फॉलो कर सकते हैं।

  • ई-केवाईसी करने के लिए सर्व प्रथम पीएम किसान योजना की आधिकारिक वेबसाइट www.pmkisan.gov.in पर जाऐं।
  • अब इसके उपरांत होम पेज पर ई-केवाईसी पर टैप करें। 
  • यहां अब अपना आधार नंबर और बाकी जरूरी जानकारी दर्ज करें। 
  • ऐसा करते ही आपके नंबर पर एक ओटीपी आएगा, उसको डालें। आपकी ई-केवाईसी पूर्ण हो जाएगी। 
  • इसके अतिरिक्त किसान सीएससी सेंटर पर जाकर ऑफलाइन भी ई-केवाईसी प्रक्रिया को संपन्न कर सकते हैं।