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किसान और उसकी जरूरतें: अच्छे Tractor से खेती मतलब खेत के साथ किसान का भी विकास

किसान और उसकी जरूरतें: अच्छे Tractor से खेती मतलब खेत के साथ किसान का भी विकास

किसान भाइयों को जिसकी सबसे ज्यादा जरूरत होती है उसमें से उसका दराँत ( हंसिया) , फावड़ा, बैलों की जोड़ी जो की आजकल Tractor में बदल गई है. इन सभी से किसान की सुबह से शाम तक की कहानी चलती है. Farmhouse Tractor

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पहले किसान जब बैलों से खेती करता था तब अपने पूरे खेत पर फसल नहीं कर पाता था और न ही उतनी पैदावार ले पाता  था. आज के इस technology वाले युग में किसानों का काम आसान किया है हमारी Tractor निर्माता कंपनियों ने. जिनमे प्रमुख रूप से देसी और आपकी अपनी Escorts Tractor कंपनी है. Escorts ने हमेशा "किसानों के लिए किसानों के साथ" वाले वाक्य को चरितार्थ किया है. पहले के Tractors में इतनी technology को प्रयोग में नहीं लाया जाता था. मुझे आज भी याद है 1983 में मेरे घर Escorts का 335 Tractor आया था जिसके हेरॉन में सिर्फ 5 के तये होते थे न ही Tractor में पावर स्टेयरिंग थी न ही कोई और technology . लेकिन जो था वो एक किसान के लिए काफी था वो था "Escorts का विश्वास" जो सालों साल से आज भी कायम है. आज भी हमें जो मिलता है  उसमें संतुष्टि नहीं है जैसा की एक मनुष्य की आदत होती है. अगर मनुष्य जितना है उसी में संतुष्ट हो जाये तो दुनियां में जितने नए नए अविष्कार हो रहे हैं शायद ये नहीं होते. हम सभी अपने जीवन में थोड़ा ज्यादा चाहते हैं। चाहे वह सब्जियों के साथ मुफ्त धनिया मिर्च हो या मुफ्त cashback, हम भारतीय हमेशा उसी में अधिक की तलाश करते हैं। इसी तरह, हमारे किसानों को भी अपने Tractor में इसकी अधिक आवश्यकता होती है, चाहे उसकी शक्ति, सुविधाएँ, उत्पादकता लेकिन समान इनपुट लागत पर और बेहतर या समान ईंधन दक्षता पर। उसी के लिए और अधिक। साथ ही, हमारा कृषि उद्योग बहुत सटीक होने लगा है और जरूरतें भी सटीक हैं।

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किसान भी अच्छी तरह से जानते हैं  कि वे वास्तव में क्या चाहते हैं। और क्या उन्हें मिलाना चाहिए. इसी वजह से Tractor निर्माताओं को कम से कम लागत में ज्यादा से ज्यादा देने को काम करना पड़ता है. और इसमें कहने की आवश्यकता नहीं है की भारतीय  कंपनी Escorts इसमें हमेशा खरी उतरती है.

इसी कड़ी में Escorts Tractor ने "PowerHouse" नाम से किसानों के लिए एक नई सीरीज निकाली है जिसकी मुख्य विशेषतायें नीचे दी गई हैं.

Farmhouse Tractor PowerHouse: हमारा किसान क्या चाहता है? - पावर, ईंधन दक्षता, अनुप्रयोग उपयुक्तता, कम रखरखाव लागत, विशेषताएं ये सभी सर्वोत्तम मूल्य पर। Powertrac की नई लॉन्च की गई PowerHouse श्रृंखला इन सभी को पूरी तरह से पूरा करती है। यह श्रृंखला किसान को अधिक शक्ति, अधिक सुविधाएँ, अधिक उत्पादकता, सर्वोत्तम मूल्य की पेशकश पर समान ईंधन दक्षता प्रदान करती है। इसके तहत हर ट्रैक्टर ने अब 5 एचपी तक की शक्ति बढ़ाई है। यह कैसे हो सकता है? : Powertrac ईंधन दक्षता के लिए जाना जाता है। Powerhouse में अपनी ईंधन-बचत तकनीक के साथ, यह खपत किए गए ईंधन की हर बूंद के साथ अधिक ताकत उत्पन्न करता है। हर बूंद से मिले ज्यादा ताकत।

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वो कहते हैं न " ये दिल माँगे मोर" ये दिल मांगे एक्स्ट्रा… (किसानों की जरूरत को पूरा करना) श्रृंखला में इसके तहत 6 ट्रैक्टर हैं जो 39HP श्रेणी से लेकर 55HP श्रेणी तक हैं। वही नीचे सूचीबद्ध हैं: 434 प्लस पावरहाउस - 39HP कैट 439 प्लस पावरहाउस - 45 एचपी कैट यूरो 42 प्लस पावरहाउस - 47HP यूरो 47 पावरहाउस - 50HP यूरो 50 पावरहाउस - 52HP कैट यूरो 55 पावरहाउस - 55HP कैट Merikheti टीम के कंटेंट हेड  श्री दिलीप यादव जी को Escorts Tractor के मार्केटिंग हेड श्री अरविन्द श्रीवास्तव जी ने बताया की Escorts ने हमेशा से किसानों के दिलों में राज किया है. हमारे Tractors ने किसानों के दिल में जो जगह बनाई है उसके लिए Escort हमेशा कार्य करता रहेगा और उसी विश्वास को कायम रखेगा
Fasal ki katai kaise karen: हाथ का इस्तेमाल सबसे बेहतर है फसल की कटाई में

Fasal ki katai kaise karen: हाथ का इस्तेमाल सबसे बेहतर है फसल की कटाई में

किसान भाईयों, आपने आलू, खीरा और प्याज की फसल पर अपने जानते खूब मेहनत की। फसल भी अपने हिसाब से बेहद ही उम्दा हुई। गुणवत्ता एक नंबर और क्वांटिटी भी जोरदार। लेकिन, आप अभी भी पुराने जमाने के तौर-तरीके से ही अगर फसल निकाल रहे हैं, उसकी कटाई कर रहे हैं तो ठहरें। हो सकता है, आप जिन प्राचीन विधियों का इस्तेमाल करके फसल निकाल रहे हैं, उसकी कटाई कर रहे हैं, वह आपकी फसल को खराब कर दे। संभव है, आप पूरी फसल न ले पाएं। इसलिए, कृषि वैज्ञानिकों ने जो तौर-तरीके बताएं हैं फसल निकालने के, हम आपसे शेयर कर रहे हैं। इस उम्मीद के साथ कि आप पूरी फसल ले सकें, शानदार फसल ले सकें। तो, थोड़ा गौर से पढ़िए इस लेख को और उसी हिसाब से अपनी फसल निकालिए।

प्याज की फसल

Pyaj ki kheti

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प्याज देश भर में बारहों माह इस्तेमाल होने वाली फसल है। इसकी खेती देश भर में होती है। पूरब से लेकर पश्चिम तक और उत्तर से लेकर दक्षिण तक। अब आपका फसल तैयार है। आप उसे निकालना चाहते हैं। आपको क्या करना चाहिए, ये हम बताते हैं। जब आप प्याज की फसल निकालने जाएं तो सदैव इस बात का ध्यान रखें कि प्याज और उसके बल्बों को किसी किस्म का नुकसान न हो। आपको बेहद सावधानी बरतनी पड़ेगी। हड़बड़ाएं नहीं। धैर्य से काम लें। सबसे पहले आप प्याज को छूने के पहले जमीन के ऊपर से खींचे या फिर उसकी खुदाऊ करें। बल्बों के चारों तरफ से मिट्टी को धीरे-धीरे हिलाते चलें। फिर जब मिट्टी हिल जाए तब आप प्याज को नीचे, उसकी जड़ से आराम से निकाल लें। आप जब मिट्टी को हिलाते हैं तब जो जड़ें मिट्टी के संपर्क में रहती हैं, वो धीरे-धीरे मिट्टी से अलग हो जाती हैं। तो, आपको इससे साबुत प्याज मिलता है। प्याज निकालने के बाद उसे यूं ही न छोड़ दें। आपके पास जो भी कमरा या कोठरी खाली हो, उसमें प्याज को सुखा दें। कम से कम एक हफ्ते तक। उसके बाद आप प्याज को प्लास्टिक या जूट की बोरियों में रख कर बाजार में बेच सकते हैं या खुद के इस्तेमाल के लिए रख सकते हैं। प्याज को कभी झटके से नहीं उखाड़ना चाहिए।

आलू

aalu ki kheti आलू देश भर में होता है। इसके कई प्रकार हैं। अधिकांश स्थानों पर आलू दो रंगों में मिलते हैं। सफेद और लाल। एक तीसरा रंग भी हैं। धूसर। मटमैला धूसर रंग। इस किस्म के आलू आपको हर कहीं दिख जाएंगे।

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आपका आलू तैयार हो गया। आप उसे निकालेंगे कैसे। कई लोग खुरपी का इस्तेमाल करते हैं। यह नहीं करना चाहिए क्योंकि अनेक बार आधे से ज्यादा आलू खुरपी से कट जाते हैं। कृषि वैज्ञानिक बताते हैं कि इसके लिए बांस सबसे बेहतर है, बशर्ते वह नया हो, हरा हो। इससे आप सबसे पहले तो आलू के चारों तरफ की मिट्टी को ढीली कर दें, फिर अपने हाथ से ही आलू निकालें। आप बांस से आलू निकालने की गलती हरगिज न करें। बांस, सिर्फ मिट्टी को साफ करने, हटाने के लिए है।

नए आलू की कटाई

नए आलू छोटे और बेहद नरम होते हैं। इसमें भी आप बांस वाले फार्मूले का इस्तेमाल कर सकते हैं। आलू, मिट्टी के भीतर, कोई 6 ईंच नीचे होते हैं। इसिलए, इस गहराई तक आपका हाथ और बांस ज्यादा मुफीद तरीके से जा सकता है। बेहतर यही हो कि आप हाथ का इस्तेमाल कर मिट्टी को हटाएं और आलू को निकाल लें।

गाजर

gajar ki kheti गाजर बारहों मास नहीं मिलता है। जनवरी से मार्च तक इनकी आवक होती है। बिजाई के 90 से 100 दिनों के भीतर गाजर तैयार हो जाता है। इसकी कटाई हाथों से सबसे बेहतर होती है। इसे आप ऊपर से पकड़ कर खींच सकते हैं। इसकी जड़ें मिट्टी से जुड़ी होती हैं। बेहतर तो यह होता कि आप पहले हाथ अथवा बांस की सहायता से मिट्टी को ढीली कर देते या हटा देते और उसके बाद गाजर को आसानी से खींच लेते। गाजर को आप जब उखाड़ लेते हैं तो उसके पत्तों को तोड़ कर अलग कर लेते हैं और फिर समस्त गाजर को पानी में बढ़िया से धोकर सुखा लिया जाता है।

खीरा

khira ki kheti खीरा एक ऐसी पौधा है जो बिजाई के 45 से 50 दिनों में ही तैयार हो जाता है। यह लत्तर में होता है। इसकी कटाई के लिए चाकू का इस्तेमाल सबसे बेहतर होता है। खीरा का लत्तर कई बार आपकी हथेलियों को भी नुकसान पहुंचा सकता है। बेहतर यह हो कि आप इसे लत्तर से अलग करने के लिए चाकू का ही इस्तेमाल करें।

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कुल मिलाकर, फरवरी माह या उसके पहले अथवा उसके बाद, अनेक ऐसी फसलें होती हैं जिनकी पैदावार कई बार रिकार्डतोड़ होती है। इनमें से गेहूं और धान को अलग कर दें तो जो सब्जियां हैं, उनकी कटाई में दिमाग का इस्तेमाल बहुत ज्यादा करना पड़ता है। आपको धैर्य बना कर रखना पड़ता है और अत्यंत ही सावधानीपूर्वक तरीके से फसल को जमीन से अलग करना होता है। इसमें आप अगर हड़बड़ा गए तो अच्छी-खासी फसल खराब हो जाएगी। जहां बड़े जोत में ये वेजिटेबल्स उगाई जाती हैं, वहां मजदूर रख कर फसल निकलवानी चाहिए। बेशक मजदूरों को दो पैसे ज्यादा देने होंगे पर फसल भी पूरी की पूरी आएगी, इसे जरूर समझें। कोई जरूरी नहीं कि एक दिन में ही सारी फसल निकल आए। आप उसमें कई दिन ले सकते हैं पर जो भी फसल निकले, वह साबुत निकले। साबुत फसल ही आप खुद भी खाएंगे और अगर आप उसे बाजार अथवा मंडी में बेचेंगे, तो उसकी कीमत आपको शानदार मिलेगी। इसलिए बहुत जरूरी है कि खुद से लग कर और अगर फसल ज्यादा है तो लोगों को लगाकर ही फसलों को बाहर निकालना चाहिए। (देश के जाने-माने कृषि वैज्ञानिकों की राय पर आधारित)
पॉवरट्रैक यूरो सीरीज के टॉप 5 ट्रैक्टर मॉडल्स

पॉवरट्रैक यूरो सीरीज के टॉप 5 ट्रैक्टर मॉडल्स

भारत में पॉवरट्रैक कंपनी का जाना माना नाम है। किसान इस कंपनी के ट्रैक्टरों को लेना बहुत पसंद करते है। पॉवरट्रैक की यूरो सीरीज को कंपनी ने किसानों के लिए आधुनिक तकनिकी के साथ बनाये गए है जिससे किसान अपना खेती का कार्य आसानी से कर सके। हमारे इस लेख में आज आप यूरो सीरीज़ के 5 ट्रैक्टर मॉडल्स के फीचर्स, स्पेसिफिकेशन और कीमत के बारे में विस्तार से जानेंगे।

Powertrac EURO 439

ये ट्रैक्टर AVL टेक्नोलॉजी के 42 HP के इंजन के साथ आता है। इंजन 3 सिलेंडर के साथ आता है। ट्रैक्टर का इंजन शक्तिशाली, डीज़ल सेवर और देखरेख का खर्च भी कम ही होता है। इंजन कम से कम ईंधन की खपत में पूरी शक्ति प्रदान करता है। इंजन को ठंडा रखने के लिए इसमें कार वाला कूलिंग सिस्टम दिया गया है। इंजन के साथ मयकोबोस (MYCO BOSS) का इनलाइन पंप (INLINE PUMP) आता है। 

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ट्रैक्टर में कुल गियर 10 (8 फॉरवर्ड + 2 रिवर्स गियर बॉक्स) आते है। आगे के टायर 6.00 x16 और पीछे के टायर 13.6x28 के आते है। ट्रैक्टर के ईंधन टैंक की क्षमता 50 लीटर है। ट्रैक्टर की हाइड्रोलिक वजन उठाने की क्षमता 1600 किलोग्राम है। कंपनी ट्रैक्टर की 5000 घंटे की वार्रन्टी भी प्रदान करती है। इस ट्रैक्टर की कीमत की हम बात करें तो ये आपको 5,70,000 - 6,45,000 रूपए तक की बाजार कीमत में मिलता है। 

Powertrac Euro 50 Plus Next

ट्रैक्टर में 55 HP श्रेणी का इंजन कंपनी प्रदान करती है ट्रैक्टर के इंजन की क्यूबिक कैपेसिटी 2932cc है और ट्रैक्टर के इंजन में 3 सिलेंडर प्रदान किए है। इस में एयर फ़िल्टर टाइप आयल बाथ है। इंजन को ठंडा रखने के लिए ट्रैक्टर में वाटर कूल्ड कूलिंग सिस्टम दिया गया है।  ट्रैक्टर में ड्यूल डायाफ्राम क्लच दिया गया है। ट्रैक्टर में 12 फॉरवर्ड और 3 रिवर्स गियरबॉक्स दिए गया है और ट्रांसमिशन टाइप fully कोंस्टेंट mesh है। ट्रैक्टर में तेल में डूबे हुए ब्रेक के साथ पावर स्टीयरिंग मिलता है।  ट्रैक्टर में 540 आरपीएम स्पीड वाला पीटीओ मिलता है। पीटीओ में 6 splines शाफ़्ट दी गयी है। ट्रैक्टर की वजन उठाने की क्षमता 2000 किलोग्राम तक है। ट्रैक्टर में अगले टायर 7.5x16 के दिए गए है और पिछले टायर 16.9x28 साइज के दिए गए है। Powertrac Euro 50 Plus Next ट्रैक्टर की कीमत 7.25- 8.0 लाख रूपए तक है।

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Powertrac Euro G28

बागवानी के कामों के लिए पॉवरट्रैक का ये ट्रैक्टर बहुत ही शक्तिशाली है, इस ट्रैक्टर की इंजन पावर की बात करे तो इस ट्रैक्टर में आपको 28HP श्रेणी का इंजन मिलता है। इंजन 2800 ERPM generate करता है। Powertrac EURO G28 ट्रैक्टर के इंजन में 3 सिलेंडर आपको इस ट्रैक्टर के इंजन में मिलते है। ट्रैक्टर में Air Cleaner टाइप Oil Bath टाइप का इस ट्रैक्टर में आपको मिलता है। यूरो G28 8 फॉरवर्ड और 4 रिवर्स स्पीड के साथ आता है। यह इम्प्लीमेंट्स चलाने के लिए अधिक विकल्प देता है।यूरो G28 5 साल की वारंटी के साथ आता है जो भरोसे की गुणवत्ता का प्रतीक है। ये ट्रैक्टर 700 किलोग्राम की सर्वश्रेष्ठ लिफ्टिंग कैपेसिटी के साथ आता है। ब्रेक टाइप की बात करे तो इस ट्रैक्टर में आपको तेल में डूबे हुए ब्रेक्स मिलते है। ट्रैक्टर में आपको बैलेंस्ड पावर स्टीयरिंग मिलता है। ट्रैक्टर में 5x16 के फ्रंट /आगे के टायर और 8x18 रियर/पीछे टायर साइज है। ट्रैक्टर एक 28 एचपी ट्रैक्टर है जो 4.90 -5.25 लाख रुपये की कीमत पर उपलब्ध है।

Powertrac Euro 50 Plus पावरहाउस

ये ट्रैक्टर शक्तिशाली 52 एचपी श्रेणी के इंजन के साथ आता है और सुविधाओं से पूरी तरह भरा हुआ है। इंजन 2000 ERPM जरनेट करता है।ट्रैक्टर के इंजन में 3 सिलेंडर आपको इस ट्रैक्टर के इंजन में मिलते है। ट्रैक्टर में Air Cleaner टाइप Oil Bath टाइप का मिलता है। इस ट्रैक्टर में आपको Constant Mesh टाइप ट्रांसमिशन दिया गया है। यूरो 50 प्लस पावरहाउस 2000 किग्रा के सर्वश्रेष्ठ लिफ्टिंग कैपेसिटी के साथ आता है। इस ट्रैक्टर में आपको तेल में डूबे हुए ब्रेक्स मिलते है। ट्रैक्टर में फ्रंट टायर साइज की बात करे तो 7.5 x 16 के फ्रंट /आगे के टायर और 14.9 x 28 रियर/पीछे टायर साइज के टायर इस ट्रैक्टर में आपको मिलते है। ट्रैक्टर में कुल वजन (Total Weight) 2160 किलोग्राम है।

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Powertrac Euro 50 Plus Powerhouse ट्रैक्टर 7.20-7.50 लाख रुपये की कीमत पर उपलब्ध है।    

Powertrac Euro 50

Euro 50  बहुत ही शक्तिशाली है, इस ट्रैक्टर की इंजन पावर की बात करे तो इस ट्रैक्टर में आपको 50 HP श्रेणी का इंजन मिलता है। इंजन 2200 ERPM जरनेट करता है।ट्रैक्टर के इंजन में 3 सिलेंडर मिलते है। ट्रैक्टर में Air Cleaner वेट टाइप का मिलता है। ट्रैक्टर में आपको फुल्ली Constant Mesh टाइप ट्रांसमिशन दिया गया है। पांच साल की वारंटी के साथ बिना टेंशन मेंटेनेंस देता है जो गुणवत्ता के भरोसे का प्रतीक है।ब्रेक टाइप कि बात करे तो इस ट्रैक्टर में आपको तेल में डूबे हुए ब्रेक्स मिलते है। Powertrac Euro 50 ट्रैक्टर में आपको बैलेंस्ड पावर स्टीयरिंग मिलता है। ट्रैक्टर में 7.5 x 16 के फ्रंट/आगे के टायर और 14.9 x 28 रियर/पीछे टायर साइज के टायर इस ट्रैक्टर में आपको मिलते है। Powertrac Euro 50 ट्रैक्टर एक 50 एचपी ट्रैक्टर है जो 7.40-7.75 लाख रुपये की कीमत पर उपलब्ध है। इसकी कीमत में कई स्थानों पर फरक भी देखने को मिलता है।