हरियाणा सरकार किसानों के लिए कई लाभकारी योजनाओं पर काम कर रही है। किसानों को अपनी जिंस बेचने में दिक्कत न हो इस बात को ध्यान में रखते हुए सरकार ने पिंजौर में सेब, गुरुग्राम में फूल एवंं सोनीपत में मसाला मण्डी स्थापित कराने की व्यवस्था की है। सूबे के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री जे.पी.दलाल ने कहा कि प्रदेश में नई पौध नर्सरियों को बढ़ाया जाए ताकि बागवानी करने वाले किसानों को फल, फूल व सब्जियों की पौध की समस्या न आए। उन्होंने भावान्तर भरपाई योजना का जिक्र करते हुए बताया कि बाजार में फल एवं सब्जियों की कीमत गिरने पर इस योजना के माध्यम से किसानों के घाटे की भरपाई की जाती है। इसके अन्तर्गत 21 बागवानी फसलों को संरक्षित किया गया है। उनका मूल्य निर्धारित किया गया है। इसके अलावा प्राकृतिक आपदा से भरपाई को ‘मुख्यमंत्री बागवानी बीमा योजना’ भी चलाई है।
श्री दलाल ने कहा कि किसानों को उनकी पैदावार की ग्रेडिंग, पैकिंग व स्टोरेज तथा कृषि बाजार व उपभोक्ताओं से जोड़ने के लिए 599 किसान उत्पादक समूह बनाये गये हैं। इनसे 77,985 किसानों को जोड़ा है। हमारा लक्ष्य 1000 किसान उत्पादक समूह बनाने का है। कृषि मंत्री ने कहा कि प्रदेश में फल, फूल और सब्जियों को बेचने के लिए किसानों को दूर न जाना पड़े, इसलिए पिंजौर में सेब मण्डी, गुरुग्राम में फूल मण्डी और सोनीपत में मसाला मण्डी स्थापित की जा रही हैं।

दिलीप कुमार यादव
दिलीप कुमार यादव ने गुजरे दो दशकों में हिन्दी के शीर्ष अखबारों में कृषि पत्रकारिता को ही अपनाया। उन्होंने खेती किसानी से जुड़ी खबरों को प्राथमिकता देने के लिए संपादकों तक से चिंतन किया। खेती की खबरों से कारोबारी लाभ न मिलने के कारण उन्हें प्राथमिकता न मिलने की मनोवृत्ति को बदलने में उन्हें सफलता मिली। बाद में अमर उजाला जैसे अखबारों को चौपाल शीर्षक से खेती को प्राथमिकता देनी पड़ी। राजस्थान पत्रिका से लेकर देनिक जागरण तक ने कृषि पत्रकारिता को तरजीह दी। किसानों को उन्नत किस्मों का बीज उपलब्ध कराने से लेकर अन्य तरकनीकी ज्ञान उन्हें हर हाल में दिलाने में वह सदैव संलग्न रहे।