जिन किसानों के खाते में पीएम किसान की 14 वीं किस्त अब तक नहीं आई, शीघ्रता से यह कार्य करलें

By: MeriKheti
Published on: 04-Aug-2023

जैसा कि हम जानते हैं, कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 27 जुलाई को राजस्थान में एक कार्यक्रम के दौरान 14वीं किस्त जारी की गई थी। इस बार 8.5 करोड़ किसानों ने पीएम किसान का फायदा प्राप्त किया है। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की 14वीं किस्त की धनराशि जारी हो चुकी है। परंतु, इसके बावजूद भी कई किसान 14वीं किस्त को लेकर अभी असमंजस में हैं। ऐसे किसानों ने बताया है, कि 7 दिन बीत जाने के पश्चात भी उनके खाते में अब तक 14वीं किस्त की राशि नहीं पहुँच पाई है।

किसानों को निराश होने की आवश्यकता नहीं है

परंतु, ऐसे कृषकों को अब हताश होने की आवश्यकता नहीं है। किसान भाई घर बैठ-बैठे 14वीं किस्त का स्टेटस जाँच कर सकते हैं। इसके लिए उन्हें सबसे पहले पीएम किसान की आधिकारिक पोर्टल pmkisan.gov.in पर जाना पड़ेगा। इसके उपरांत Know Your Status के विकल्प पर क्लिक करना पड़ेगा। इसके उपरांत अपना रजिस्ट्रेशन नंबर एवं कैप्चा कोर्ड इंटर करें।

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पीएम मोदी ने पीएम किसान की 14 वीं किस्त जारी की, किसान इस तरह अपने खाते में चेक करें धनराशि इसके पश्चात गेट डेटा के विकल्प पर क्लिक करते ही कंम्प्यूटर स्क्रीन पर 14वीं किस्त से जुड़ी समस्त जानकारी सामने आ जाएगी। वर्तमान में आप अपनी डिटेल्स जाँच कर सकते हैं। अगर इसमें कोई गड़बड़ी नजर आती है, तो उसे शीघ्रता से सुधार लें। यदि आपने लाभार्थी सूची में अपना नाम और बैंक अकाउंट की जानकारियां गलत भर दी होगी, तो इस वजह से भी 14वीं किस्त की धनराशि नहीं आई होगी। इस वजह से शीघ्रता से सारी डिटेल्स सुधार लें।

किसान सम्मान निधि का लाभ लेने के लिए सत्यापन अनिवार्य

साथ ही, सरकार ने पीएम किसान के लाभार्थियों के लिए ई-केवाईसी और भू-सत्यापन अनिवार्य कर दिया है। यदि आपने ई-केवाईसी नहीं किया होगा, तो ऐसे हालातों में भी आप 14वीं किस्त की धनराशि से वंचित रह सकते हैं। यदि आप इन गलतियों को सुधार लेते हैं, तो आगामी किस्त के साथ आपके खाते में 14वीं किस्त की धनराशि आ जाएगी। बतादें, कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 27 जुलाई को राजस्थान में एक कार्यक्रम के दौरान 14वीं किस्त जारी की थी। इस बार 8.5 करोड़ किसानों ने पीएम किसान का फायदा उठाया है। इसके लिए केंद्र सरकार को 17 हजार करोड़ रुपये खर्च करने पड़े।

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