बागवानी करने वाले कृषकों को 800 से 1000 रुपये में मिलने वाले सेब की विदेशी प्रजाति के पौधे सरकार सिर्फ 200 रुपये में उपलब्ध करवाएगी। उद्यान विभाग दिसंबर से बागवानों को उच्च गुणवत्ता से युक्त रोगमुक्त पौधे मुहैय्या करवाएगा।
हिमाचल प्रदेश के बागवानों के लिए बेहद अच्छी खबर है। बागवानों को 800 से 1000 रुपये कीमत वाले सेब की विदेशी किस्मों के पौधे सरकार केवल 200 रुपये में मुहैय्या करवाएगी। उद्यान विभाग दिसंबर से बागवानों को उच्च गुणवत्ता वाले रोगमुक्त पौधे उपलब्ध करवाएगा। परियोजना की समीक्षा करने के लिए बागवानी मंत्री ने उद्यान विभाग की नर्सरी मैनेजमेंट सोसायटी के अधिकारियों की बैठक आयोजित की है। उद्यान विभाग राज्य में स्थापित अपनी नर्सरियों में अमेरिका और इटली सहित बाकी विदेशी किस्मों के पौधों की तादात बढ़ाने के प्रोजेक्ट पर कार्य कर रहा है।
काफी सस्ते मूल्य पर रोग मुक्त पौधे दिए जाऐंगे
इसी वर्ष दिसंबर माह में बागवानों को उद्यान विभाग की नर्सरियों में तैयार किए जा रहे अमेरिका एवं इटली की किस्मों के पौधे मुहैय्या कराए जाएंगे। बागवानों को उच्च गुणवत्ता से युक्त एवं रोग मुक्त रूट स्टॉक मिल सके, इसके लिए अधिकारियों के साथ बैठकर समीक्षा बैठक की जाएगी। विदेशों से 800 रुपये में आयात होने वाला पौधा सरकार की तरफ से 200 रुपये में मुहैय्या करवाया जाऐगा।
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नवीन पौधरोपण से 15 से 18 मीट्रिक टन प्रति हेक्टेयर उपज की संभावना
विभाग ने रूट स्टॉक के लिए रोगमुक्त नर्सरियां निर्मित की हैं। चौपाल के धुरला स्थित कृषि विभाग के फार्म में 15 हेक्टेयर जमीन के अतिरिक्त अणु और दत्तनगर में पौधों की तादात बढ़ाई जा रही है। विभाग की ओर से प्रदर्शनी बगीचे निर्मित कर दिए गए हैं। बागवानी विश्वविद्यालय की तरफ से उद्यान विभाग के बगीचों का निरीक्षण किया जा चुका है। साथ ही, यहां लगी पौध रोगमुक्त पाई गई है।
विश्वविद्यालय ने सैंपल की जांच-पड़ताल के बाद इन पौधों से एचडीपी तकनीक पर पैदावार लगभग दोगुना होने की संभावना व्यक्त की है। वर्तमान समय में जहां 7 से 8 मीट्रिक टन प्रति हेक्टेयर पैदावार ली जा रही है। नवीन पौधरोपण के चलते 15 से 18 मीट्रिक टन प्रति हेक्टेयर उपज की संभावना है।