खरीफ की फसल की कटाई के लिए खरीदें ट्रैक्टर कंबाइन हार्वेस्टर, यहां मिल रही है 40 प्रतिशत तक सब्सिडी

खरीफ की फसल की कटाई के लिए खरीदें ट्रैक्टर कंबाइन हार्वेस्टर, यहां मिल रही है 40 प्रतिशत तक सब्सिडी

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भारत में इन दिनों खरीफ की फसल का सीजन चल रहा है, खरीफ की फसल की कटाई का समय बेहद तेजी से पास आता जा रहा है। सितम्बर के आखिरी सप्ताह से खरीफ की फसल की कटाई शुरू हो जाएगी। फसल की कटाई में भारत में मजदूरों की सहायता ली जाती है तथा थ्रेसिंग के लिए अलग से प्रबंध किया जाता है। कटाई का काम हाथों से करने से ज्यादा समय लगता है, इसके बाद थ्रेसिंग करने के लिए आपको अतिरिक्त समय देना होता है। इस प्रक्रिया में समय के साथ-साथ लागत की भी बढ़ोत्तरी होती है, जो किसान के हिसाब से बिलकुल फायदेमंद नहीं है।

इसलिए अब बाजार में बहुत तरह की हार्वेस्टर मशीनें आ गईं हैं जो मानवीय श्रम को कम करने के साथ-साथ खेती की लागत में भी कमी करती हैं। दिनोदिन बाजार में उन्नत मशीनों के उपयोग से किसानों की सहूलियतें बढ़ती जा रही हैं। हाल फिलहाल में किसान अब पुराने हार्वेस्टरों की जगह नए और उन्नत हार्वेस्टर खरीद रहे हैं, जिससे कटाई या रीपिंग (reaping) के साथ-साथ थ्रेसिंग (threshing) यानी मड़ाई और विनोइंग (Winnowing) यानी ओसौनी का काम भी बेहद आसान हो जाए।

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खेत में ट्रैक्टर हार्वेस्टर मशीन किस प्रकार से काम करती हैं ?

एक कंबाइन ट्रैक्टर हार्वेस्टर मशीन (Combine Harvester Machine) पुराने हार्वेस्टर की अपेक्षा ज्यादा उन्नत और आधुनिक होती है। यह मशीन एक ही बार में एक साथ थ्रेसिंग, विनोनिंग और रीपिंग कर सकती है, इसके अलावा यह मशीन बेहद तेजी से काम करती है, जिससे समय की बचत होती है और इसकी मदद से कम समय में कृषि उत्पादकता को तेजी से बढ़ाया जा सकता है। यह मशीन मनुष्य द्वारा की जाने वाली कटाई की तुलना में फसल को ज्यादा सफाई से काटती है। इसके साथ ही यदि इसकी तुलना खेती की कटाई में आने वाली लागत से की जाए, तो मानव कटाई की तुलना में कंबाइन ट्रैक्टर हार्वेस्टर की कटाई बेहद सस्ती पड़ती है, जिससे समय के साथ-साथ पैसे की बचत होती है।

भारतीय बाजार में कितने प्रकार के कंबाइन ट्रैक्टर हार्वेस्टर मौजूद हैं ?

भारतीय बाजार में इन दिनों कंबाइन ट्रैक्टर हार्वेस्टर की एक बहुत बड़ी रेंज मौजूद है, जिसे किसान भाई अपने कटाई के काम को आसान बनाने के लिए खरीद सकते हैं। ये कंबाइन ट्रैक्टर हार्वेस्टर बाजार में आवश्यक कटिंग चौड़ाई के हिसाब से दो फिल्टर्स के साथ उपलब्ध हैं, इसके बाद भी अगर किसान फ़िल्टर को बदलना चाहें तो उसमें बदलाव संभव है। किसान भाई अपनी जरुरत के हिसाब से पावर सोर्स सेल्फ प्रोपेल्ड (Power source self-propelled) या ट्रैक्टर माउंटेड (tractor mounted) के अनुसार भी फिल्टर उपयोग कर सकते हैं। भारत में इस प्रकार के कंबाइन ट्रैक्टर हार्वेस्टर हिंद एग्रो, दशमेश, क्लास, न्यू हिंद, प्रीत जैसी प्रतिष्ठित कंपनियां बाजार में उपलब्ध करवाती है, जिन्हें किसान भाई इन कंपनियों के अधिकृत डीलरों से खरीद सकते हैं।

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भारतीय बाजार में एक कंबाइन ट्रैक्टर हार्वेस्टर की कीमत क्या है ?

भारत में कंपनियां कंबाइन ट्रैक्टर हार्वेस्टर को किसानों की जरुरत के हिसाब से बनाती हैं और उसकी कीमत भी उसी अनुसार तय करती हैं। फिलहाल भारत में एक कंबाइन ट्रैक्टर हार्वेस्टर की कीमत 5.35 लाख रुपये से शुरू होकर 26.70 लाख रुपये के बीच है। जो भी टॉप ब्रांड निर्माता कंबाइन ट्रैक्टर हार्वेस्टर को बनाते हैं, वो समय-समय पर इनमें भारी छूट भी प्रदान करते हैं जिसके लिए किसानों को अधिकृत डीलरों से संपर्क करना होगा।

किसान मोलभाव करके कंबाइन ट्रैक्टर हार्वेस्टर की खरीद में ज्यादा से ज्यादा रूपये बचा सकते हैं। इसके साथ ही कंबाइन ट्रैक्टर हार्वेस्टर की कीमत राज्य दर राज्य अलग हो सकती है, क्योंकि राज्यों में लगने वाले टैक्स में अंतर होता है। इसके अलावा कई राज्य सरकारें कंबाइन ट्रैक्टर हार्वेस्टर की खरीद पर किसानों को भारी सब्सिडी प्रदान करती हैं।

कंबाइन ट्रैक्टर हार्वेस्टर खरीदने के लिए आंध्र प्रदेश की सरकार ‘वाईएसआर यंत्र सेवा’ (YSR yantra Seva Pathakam scheme) स्कीम के तहत किसानों को 40 प्रतिशत की सब्सिडी प्रदान करती है। इसके अलावा किसान कंबाइन ट्रैक्टर हार्वेस्टर को खरीदने के लिए हार्वेस्टर की कीमत का 50 प्रतिशत लोन बैंक से ले सकते हैं। इस प्रकार किसानों को इस स्कीम के माध्यम से कंबाइन ट्रैक्टर हार्वेस्टर खरीदने के समय हार्वेस्टर की कुल कीमत के मात्र 10 प्रतिशत पैसे ही चुकाने होंगे

हाल ही में आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगमोहन रेड्डी ने घोषणा की थी कि राज्य में 10,750 वाईएसआर यंत्र सेवा केंद्र स्थापित किए जाएंगे, जहां पर किसानों को कृषि से सम्बंधित सभी प्रकार के यन्त्र उपलब्ध करवाए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा था कि जिन क्षेत्रों में धान की खेती ज्यादा होती है वहां पर क्लस्टर स्तर पर 1,615 हार्वेस्टर किसानों को उपलब्ध करवाए जाएंगे। इसके साथ ही किसानों को कृषि यन्त्र खरीदने के लिए 175 करोड़ रुपये की सब्सिडी प्रदान की जाएगी।

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सही कंबाइन ट्रैक्टर हार्वेस्टर मशीन का चुनाव करना किसानों के लिए थोड़ा कठिन हो सकता है क्योंकि बाजार में कंबाइन ट्रैक्टर हार्वेस्टरों की एक लम्बी रेंज उपलब्ध है। लेकिन किसान हार्वेस्टरों की रेटिंग देखकर भारत के टॉप ब्रांड के हार्वेस्टरों पर भरोसा कर सकते हैं। भारत में सबसे ज्यादा लोकप्रिय कंबाइन ट्रैक्टर हार्वेस्टर प्रीत 987, महिंद्रा अर्जुन 605, करतार 4000, दशमेश 9100 सेल्फ कॉम्बिनेशन हार्वेस्टर, न्यू हॉलैंड टीसी 5.30, कुबोटा हार्वेस्टिंग डीसी -68 जी-एचके इत्यादि हैं, जिनमें से किसान अपनी जरुरत के हिसाब से किसी भी हार्वेस्टर का चुनाव कर सकते हैं।

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