जानें अदरक की कीमत में इतना ज्यादा उछाल किस वजह से आया है

By: MeriKheti
Published on: 16-May-2023

जैसा कि हम जानते हैं, कि पूरे भारत में अदरक के भाव बेमौसम बारिश के कारण बढ़ रहे हैं। साथ ही, बंगाल में अदरक की कीमत में वृद्धि की वजह मणिपुर हिंसा है। वहां अदरक 12 से 15 हजार रुपये प्रति क्विंटल के भाव से बेचा जा रहा है। भारतीय रसोई में आपको और कुछ मिले ना मिले। लेकिन अदरक आपको अवश्य मिलेगा। भारतीय लोग सदियों से अदरक का उपयोग करते आ रहे हैं। इसे मसालों के अतिरिक्त एक औषधीय के तौर पर भी उपयोग किया जाता है। इसके अंदर जो गुण विघमान हैं, वह हमारे शरीर को वायरस और बैक्टीरिया से लड़ने में बेहद सहायता करते हैं। परंतु, फिलहाल अदरक खरीदना आपके लिए काफी कठिन होने वाला है। दरअसल, मणिपुर हिंसा के उपरांत ही अदरक की कीमतों में इजाफा देखने को मिला है।

अदरक की कीमतों में उछाल की क्या वजह है

भारत के विभिन्न राज्यों में बैमौसम बरसात ने किसानों का काफी नुकसान किया है। अदरक की खेती करने वाले किसानों को भी बेमौमस बरसात ने तबाह कर दिया है। दरअसल, इसकी वजह से अदरक की कीमतों में तीव्रता से उछाल आया है, जिसके कारण किसान अपने नुकसान की भरपाई भी कर रहे हैं। कुछ दिनों पूर्व भी महाराष्ट्र का एक वीडियो वायरल हो रहा था, जिसमें कुछ किसान अदरक के भाव में हुए इजाफे के कारण खुशी से नाचते दिखाई दे रहे थे।

अदरक के दामों में उछाल की एक वजह मणिपुर हिंसा भी है

जैसा कि हम जानते हैं, कि पूरे भारत में अदरक के भाव बेमौसम बारिश के कारण बढ़ते जा रहे हैं। साथ ही, बंगाल में अदरक के भाव में उछाल की वजह मणिपुर हिंसा है। दरअसल, मणिपुर हिंसा के उपरांत बंगाल में बाहर से अदरक नहीं पहुंच पा रहा है, जिसकी वजह से वहां अदरक के भावों में 6 से 7 हजार रुपये प्रति क्विंटल का इजाफा देखने को मिल रहा है। यदि हम फुटकर भाव की बात करें, तो बंगाल की सब्जी मंडियों में अदरक 300 रुपये किलो के भाव से बेचा जा रहा है। ये भी पढ़े: घर के गमले में अदरक का पौधा : बढ़ाये चाय की चुस्की व सब्जियों का जायका

दक्षिण भारत में वाहनों के ना मिलने से अदरक की आवक में बाधा उत्पन्न हुई है

बंगाल सहित पूरे उत्तर भारत में अदरक दक्षिण भारत से भी पहुँचता है। परंतु, कर्नाटक चुनाव और मणिपुर हिंसा के कारण ढुलाई के वाहन भी नहीं मिल पा रहे हैं। इसकी वजह से किसान अपने अदरक को प्रदेश से बाहर नहीं भेज पा रहे हैं। यही कारण है, कि बंगाल समेत उत्तर भारत में भी अदरक की कीमत तीव्रता से बढ़ती जा रही है। विशेषज्ञों को लगता है, कि आगामी दिनों में अदरक का भाव और अधिक बढ़ सकता है। वैसे तो गर्मी के दिनों में अदरक की खपत कम होती है। परंतु, फिर भी यदि आपके घर में अदरक मौजूद नहीं है, तो बाजार से लाकर रख लें। क्योंकि, यह सब्जी में डालने के साथ-साथ सर्दी जुखाम के वक्त काढ़े बतौर भी उपयोग किया जाता है।

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