देश में बढ़ते हुए मशीनीकरण के दौर में किसान भाइयों को खेती करना बहुत आसान हो चुका है, जिसमे ट्रैक्टर का अनवरत चला आ रहा अकथनीय योगदान रहा है।
हम जब हमारे बचपन को याद करते हैं, तो अस्सी के दशक में बहुत कम ही किसानों के पास ट्रैक्टर हुआ करते थे और उस दौर में भी ट्रैक्टर के उपयोग की सीमा भी ज्यादा नहीं रहा करती थी। उस समय किसान भाई खेती के लिए ज्यादातर पशुओं पर निर्भर रहते थे, जिससे खेती का कार्य अत्यंत कठिन हो जाता था। एक तरफ जहां किसान पशु और प्रकृति पर निर्भर थे, वहीँ दूसरी तरफ समय और परिश्रम भी ज्यादा लगता था। पर बदलते दौर में धीरे धीरे इसमें सुधार आने लगा, जिसके परिणामस्वरूप आज के किसानों की जटिलता कम हो गयी और उनके समय की बचत एवं आर्थिक सुधार का दौर आ गया।
जब हम किसानों की कठिनाईयों की बात करते हैं तो ट्रैक्टर की याद जरूर आती है। सर्व प्रथम ट्रैक्टर के विषय में उन्नीसवीं शताब्दी में जाना गया। मगर भारत में इसकी शुरुआत हरित क्रांति से ही हो गयी थी। स्वतंत्रता के बाद जहाँ भारत में एक तरफ इसका इस्तेमाल तेज़ी से होने लगा और इसकी मांग बढ़ गयी वहीँ दूसरी तरफ १९५० से १९६० के बीच ही अपने देश में ट्रैक्टर निर्माण का कार्य भी शुरू हो चुका था।
आधुनिक कृषि उपकरण में ट्रैक्टर का स्थान कोई अन्य नहीं ले सकता है। इसकी सहायता से कठिन से कठिन कार्य भी आसानी से हो सकता है। इसका उपयोग कृषि से सम्बंधित अन्य उपकरणों को चलाने व खींचने में भी किया जाता है। कृषि क्षेत्र में ट्रैक्टर का इस्तेमाल जोतने, बीज बोने, फसल लगाने और काटने जैसे कार्यों में होता आ रहा था, परन्तु अब लकड़ी चीरने, सामान ढोने, सब्जी बोने एवं निकालने आदि कार्यों में भी होने लगा है।
अगर ट्रैक्टर के बनावट की बात करें तो इसमें इंजन और उसके साधन चेसिस और पावर ट्रान्समीटिंग सिस्टम मुख्य होते हैं। सामान्यतः ट्रैक्टर के दो मुख्य प्रकार होते हैं। जिसमे पहला प्रकार व्हिल्ड ट्रैक्टर का उपयोग किसानों द्वारा कृषि कार्यों में होता है और दूसरा प्रकार ट्रैक ट्रैक्टर का उपयोग औद्योगिक क्षेत्रों में एवं बाँध बनाने जैसे कार्यों में किया जाता है।
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भारत एक कृषि प्रधान देश है जिसके कारण कृषि से होने वाले आर्थिक फायदे और नुक्सान का हमारे देश में गहरा प्रभाव पड़ता है। आज के दौर में ट्रैक्टर कृषि क्षेत्र में महत्वपूर्ण भागीदार रहा है। इसके बगैर आज की कृषि भी संभव नहीं है। किसानों की बढ़ती हुई मांग की आपूर्ति के लिए आज दुनिया भर में ३० प्रतिशत ट्रैक्टर का निर्माण सिर्फ भारत में ही होता है।
आज़ादी से पहले रूस से भारत ट्रैक्टर का आयात करता था। परिणामस्वरूप यह बहुत महंगा हो जाता था, जिस वजह से सभी किसानों को यह आसानी से सुलभ नहीं था। सिर्फ धनाढ्य लोगों के घरों में ही यह दिखता था। हरित क्रांति के बाद इस कहानी में एक नया मोड़ आया जिसमें भारत में निर्माण कार्य भी प्रारम्भ हो गया। परन्तु इसमें बड़े बदलाव अस्सी के दशक में आया जिससे पैदावार में बढ़ोतरी हुई। धीरे धीरे सत्र २००० तक आते आते भारत ने ट्रैक्टर उत्पादन में अमेरिका को भी पीछे छोड़ते हुए नए मुकाम को हासिल कर लिया।
इतने सारे ट्रैक्टर निर्माताओं में, फार्मट्रैक 60 पिछले दशकों से भारतीय किसानों के सबसे प्रिय ट्रैक्टरों में से एक रहा है। फार्मट्रैक 60 विश्व स्तरीय गुणवत्ता और नवीनतम सुविधाओं के साथ स्पष्ट रूप से बड़े और शक्तिशाली ट्रैक्टर के मूल मूल्यों को परिभाषित करता है।
फार्मट्रैक 60 पॉवरमैक्स का नवीनतम संस्करण, अब 55 एचपी और 16.9×28 टायर के साथ आता है। यह निश्चित रूप से 3514 सीसी इंजन और 254 एनएम टॉर्क के साथ तीन सिलेंडर इंजन श्रेणी में सबसे शक्तिशाली ट्रैक्टर है। और देश के सबसे प्यारे ट्रैक्टरों में से एक है। 20-स्पीड गियरबॉक्स प्रत्येक एप्लिकेशन पर 3 या अधिक गति प्रदान करता है जिससे 50% अधिक उत्पादकता मिलती है। इसमें 8+2 गियरबॉक्स का भी विकल्प है। फार्मट्रैक अपनी लिफ्ट की श्रेष्ठता के लिए जाना जाता है जिसे अब सबसे शक्तिशाली 2500 किलोग्राम भारी शुल्क लिफ्ट के साथ बढ़ाया गया है। ये सारे विकल्प इसे कल्टीवेटर, रोटावेटर, हल, प्लांटर जैसे अन्य उपकरणों के लिए बहुत उपयुक्त बनाते हैं।
फार्मट्रैक 60 पॉवरमैक्स ट्रैक्टर भारतीय खेतों पर राज करता है और इसे कृषि के राजा के रूप में जाना जाता है। अपनी शक्ति के साथ, सुपर सीडर और रीपर के लिए सबसे उपयुक्त गति, और उन्नत सुविधाओं के साथ यह सबसे बड़े उन्नत उपकरणों को अत्यंत आसानी से चला सकता है। बड़े टायर और ईपीआई में कमी इसे ढुलाई और वाणिज्यिक अनुप्रयोगों में भी सर्वश्रेष्ठ बनाती है।
यह ट्रैक्टर अपनी कम ईंधन की खपत और इंजन विश्वसनीयता के लिए जाना जाता है। साथ ही, कम सेवा लागत और सेवा केंद्रों की एक विस्तृत श्रृंखला इस ब्रांड को किसानों के बीच सबसे पसंदीदा ब्रांड बनाती है।
फार्मट्रैक 60 पॉवरमैक्स ट्रैक्टर जो की भारत में निर्मित ब्रांड है, कम ईंधन या कहें जबरदस्त माइलेज वाला इंजन, कम रखरखाव लागत वाली विश्वसनीय इंजन और अन्य क्षमताओं से लैस होने की वजह से बिलकुल पैसा वसूल वाली खरीद है।