चंपा का पौधा, जिसे अंग्रेज़ी में Plumeria कहा जाता है, एक सुंदर और सुगंधित पुष्प वाला वृक्ष है, जो अपनी मनमोहक महक और बहुपयोगी गुणों के लिए प्रसिद्ध है।
चंपा न केवल अपनी सुंदरता से लोगों को आकर्षित करता है, बल्कि इसका धार्मिक, औषधीय और सजावटी महत्व भी अत्यधिक है।
यह फूल विशेष रूप से बरसात के मौसम में अधिक खिलते हैं और गर्म जलवायु वाले क्षेत्रों में आसानी से उगाए जा सकते हैं।
चंपा एक छोटा या मध्यम आकार का पर्णपाती वृक्ष होता है। इसकी पत्तियाँ आमतौर पर चमकदार हरे रंग की होती हैं और आकार में 8 से 12 इंच लंबी तथा 2 से 4 इंच चौड़ी होती हैं।
सर्दियों में इसकी पत्तियाँ गिर जाती हैं और वसंत ऋतु में यह पुनः पल्लवित हो जाता है। इसके फूल नलिका जैसे होते हैं जो पांच पंखुड़ियों के साथ पिनव्हील के आकार में खिलते हैं।
चंपा के फूल सफेद, पीले, गुलाबी, लाल या मिश्रित रंगों में देखने को मिलते हैं। इनकी भीनी-भीनी सुगंध मार्च से अक्टूबर तक वातावरण को महकाती है।
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यह पौधा विशेष रूप से गर्म और शुष्क जलवायु में अच्छी तरह पनपता है। यह अच्छी जल निकासी वाली और हल्की अम्लीय मिट्टी में बेहतर वृद्धि करता है।
चंपा के पौधों को गमलों में भी उगाया जा सकता है और ये लगभग पांच वर्षों में पूर्ण विकसित रूप में आ जाते हैं। इसकी देखभाल में ज्यादा कठिनाई नहीं होती, बस पर्याप्त धूप और समय-समय पर सिंचाई आवश्यक होती है।
चंपा न केवल एक सुंदर फूल है, बल्कि इसका बहुआयामी उपयोग इसे खास बनाता है। धार्मिक दृष्टि से पवित्र, औषधीय दृष्टि से लाभकारी और पर्यावरण के लिए हितकारी यह पौधा हर बग़ीचे और आंगन की शोभा बढ़ाता है। यदि आप एक सौंदर्यपूर्ण और उपयोगी पौधे की तलाश में हैं, तो चंपा निश्चित रूप से एक उत्तम विकल्प है।