गाय भैंसों की देखभाल गर्मी के दिनों में कैसे करें (Taking care of cow & buffaloes in summer in Hindi)

By: MeriKheti
Published on: 18-May-2022

आज हम बात करेंगे, कि बेहद गर्मियों के मौसम में गाय और भैंसों की देखभाल किस तरह से करनी चाहिए। ताकि उनको गर्मी के मौसम में किसी भी तरह का कोई नुकसान ना हो सके और वह किसी भी प्रकार से रोग ग्रस्त ना हो। 

गाय भैंसों की देखभाल गर्मियों के मौसम में

पशुपालन के लिए गर्मी का मौसम बहुत ही नुकसानदायक होता है क्योंकि गर्मियों के मौसम में पशुओं की देखभाल करना बेहद मुश्किल हो जाता है। ऐसे में पशुपालन अपनी कमर कस लेते हैं और अपने पशुओं जैसे: गाय-भैंसों की देखभाल की स्थिति को बनाए रखने के लिए विभिन्न प्रकार के प्रयास करते हैं ताकि वह गाय-भैंसों को इस भीषण गर्मी के तापमान से बचा सके। गर्मियों के मौसम में वातावरण का तापमान लगभग 42 - 48 °c सेल्सियस तक पहुंच जाता है कभी-कभी और ज्यादा भी हो सकता है। जिसके चलते गर्मी में पशुपालन करते समय पशुओं की विशेष रूप से देखभाल की जरुरत होती है।तापमान के इस दबाव के चलते पशुओं की पाचन प्रणाली तथा दूध उत्पादन में भी काफी बुरा प्रभाव पड़ता है। जब यह पशु नवजात शिशु को जन्म देते हैं, और इस गर्मी के मौसम में उनकी ज़रा भी देखभाल में की गई कमी उनकी जान के लिए घातक साबित हो सकती है।थोड़ी भी लापरवाही नवजात शिशुओं की जान पर बन आती है।

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गर्मियों के मौसम में पशुओं की स्वास्थ्य की देखभाल

गर्मियों के मौसम में  किसी भी स्थिति में पशुओं के स्वास्थ्य के साथ की गई लापरवाही।उनके स्वास्थ्य पर काफी हानिकारक प्रभाव डालती है। जिसके चलते पशु पालन करने वालो का निर्यात का साधन भी बंद हो सकता है ऐसे में पशुपालन को चाहिए कि अपना निर्यात का साधन बनाए रखने के लिए पशुओं की खास देखभाल करें।पशुओं की खास देखभाल करने के लिए निम्न बातों का पूर्ण रुप से ध्यान रखे:

  • सर्वप्रथम पशु पालन करने वाले भाइयों को हरा चारा अधिक से अधिक गर्मियों के मौसम में गाय और भैंसों को देना चाहिए। क्योंकि गाय और भैंस इन हरे चारों को बहुत ही चाव से खाते हैं , हरे चारे में मौजूद 70 से 90% जल की पूर्ण मात्रा होती है जिससे पशुओं के शरीर में जल की पूर्ति होती है।
  • गर्मियों के मौसम में गाय भैंस और अन्य पशुओं को भूख कम लगती हैं अथवा प्यास ज्यादा लगती हैं। ऐसी स्थिति में पशुपालन को दिन में कम से कम 3 बार स्वच्छ और साफ सुथरा पानी गाय ,भैंसों को देना चाहिए। जिसे पीकर उनके शरीर का तापमान पूर्ण रूप से नियंत्रण में रहता है, कृषि वैज्ञानिकों के अनुसार पानी में थोड़ा सा आटा व नमक मिलाकर पिलाना पशुओं के लिए उपयोगी होता है।शुष्क मौसम के लिए ऐसा करना लाभदायक होता है तथा शरीर में पानी की कमी को पूरा करता है।
  • पशुपालन गर्मियों के दिनों में अपने पशुओं को चारे में एमिनो पाउडर तथा ग्रो बी-प्लेक्स का मिश्रण देते हैं जो पशुओं के लिए बहुत ही उपयोगी होता है।
  • बढ़ती गर्मी के कारण पशुओं को भूख कम लगना शुरू हो जाती है ऐसी स्थिति में पशुपालन उनको ग्रोलिव फोर्ट (Grow live Forte) देते हैं। जिसे खाकर उनके शरीर में भोजन का पूर्ण निर्यात हो सके। गर्मियों के प्रभाव से पशुओं की पाचन प्रणाली पर काफी बुरा असर पड़ता है। ऐसे में ग्रोलिव फोर्ट पशुओं में खुराक की मात्रा को बढ़ाता है।
  • पशुओं से दूध प्राप्त करने के बाद उन्हें हो सके, तो ठंडा पानी पिलाएं ऐसा करने से उनके शरीर में ठंडक पहुंचेगी। तीन से चार बार पशुओं को ताजा ठंडा पानी पिलाना बहुत ही जरूरी है प्रतिदिन गर्मियों के मौसम में पशुपालन को अपने पशुओं को ठंडे पानी से स्नान कराना चाहिए।पशुपालन भैंसों को तीन से चार बार गर्मियों के दिनों मे स्नान कराते हैं तथा गायों को दो बार नहलाते हैं।
  • गर्मियों के मौसम में गाय भैंस आदि पशुओं को खाद पदार्थ जैसे रोटी, आटा ,चावल आदि पशुओं को नहीं खिलाना चाहिए।यह कार्बोहाइड्रेट की अधिकता वाले खाद्य पदार्थ हैं।पशुओं को संतुलित आहार के रूप में चारे तथा दाना जिसकी मात्रा 40 और 60 के बीच की हो आहार के रूप में दें।
  • आने वाली बरसात से पशुओं को बचाने के लिए उनका टीकाकरण जरूर कराएं। टीकाकरण कराने से पशु कई प्रकार की बीमारियां जैसे गलाघोंटू , खुरपका मुंहपका , लंगड़ी बुखार आदि से खुद का बचाव कर सकेंगे। समय-समय पर गाय भैंस पशुओं को एलेक्ट्रल एनर्जी की भी आवश्यकता होती है। ऐसे में इन को समय-समय पर आपको एलेक्ट्रल एनर्जी एनर्जी देनी होगी

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गर्मियों के दिनों में पशु आवास की व्यवस्था

  • गर्मियों के दिनों में गाय और भैंसों के लिए उचित आवास व्यवस्था करनी चाहिए , क्योंकि गर्मियों के दिनों में तापमान तेज होने के कारण भूमि पूरी तरह से गर्म रहती है जिसके चलते उनके शरीर पर काफी बुरा प्रभाव पड़ सकता है। ऐसे में आपको कुछ सावधानी बरतनी चाहिए यह सावधानियां कुछ इस प्रकार हैं:
  • सर्वप्रथम गर्मियों के दिनों में गाय और भैंसों को हमेशा पेड़ की छांव के नीचे बांधना चाहिए जिससे उनका धूप से बचाव हो सके।
  • जिस भी जगह पर आप अपने पशुओं को बांधे उसकी छत पर आपको सूखी घास या फिर आपको कडबी रखनी चाहिए। ऐसा करने से छत को गर्म होने से पूरी तरह से रोका जा सकता है और छत का तापमान ठंडा रहेगा। पशुपालकों को पशुओं के आवास के लिए अपने पक्के मकानों में इस तरह की व्यवस्था करनी चाहिए।
  • जरूरत से ज्यादा आपको पशुओं को बांधकर नहीं रखना है। जैसे ही शाम होने लगे आपको पशुओं को चरने के लिए छोड़ देना है और जहां भी पशु आवास करते हैं। उन जगहों पर बोरे की छाल लगा देनी चाहिए जिससे कि ताजी और ठंडी हवा उन तक पहुंच सके।
  • यदि पशुपालन करने वाले पशुओं को छायादार वृक्षों के नजदीक पशुशाला का निर्माण करते हैं। तो इससे पशुओं का तापमान संतुलित बनाए रखने में सहायता मिलती हैं।
  • इन आसान तरीकों को अपनाकर नवजात पशु तथा गाय-भैंसों वह दुधारू पशुओं की उच्च ढंग से देखभाल की जा सकती है। तथा इन उपायों के अनुसार गर्मियों के भयानक प्रकोप से पशुओं का बचाया किया जा सकता है और उनसे विभिन्न प्रकार के उत्पादन की भी प्राप्ति की जा सकती है।

हमारी इस पोस्ट में गाय और भैंसों की देखभाल करने की पूर्ण जानकारी दी गई है। कि किस प्रकार गर्मियों के दिनों में उनकी खास देखभाल की जरूरत है ताकि उनको किसी भी तरह की कोई भी परेशानी ना हो और वह ज्यादा से ज्यादा उत्पादन कर सकें। यदि आपको हमारी दी हुई जानकारी अच्छी लगी हो, तो आप हमारी इस पोस्ट को ज्यादा से ज्यादा शेयर करें।

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