भारत में भैंस पालन के लिए 4 उन्नत नस्लें: अधिक दूध उत्पादन के लिए बेहतरीन विकल्प

Published on: 20-May-2024
Updated on: 20-May-2024

कृषकों के लिए पशुपालन उनकी आमदनी बढ़ाने का सर्वोत्तम जरिया है। दरअसल, आज के दौर में भैंस पालन का कार्य काफी तेजी से बढ़ रहा है। 

गांव के साथ-साथ शहरों में भी अब लोग भैंस पालन का व्यवसाय कर काफी शानदार आमदनी कर रहे हैं।

यदि आप भी हाल-फिलहाल में भैंस पालन करना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको इनकी उन्नत नस्ल की जानकारी होनी चाहिए। ताकि आप उनका पालन सुगमता से कर अपनी आय को बढ़ा सकें।

दूध एक तरह से अमृत ही है, क्योंकि देश को स्वास्थ्य और शक्ति प्रदान करने में अपनी अहम भूमिका निभाता है। 

भारत के कृषकों और पशुपालकों के लिए आज हम भैंस की 4 शानदार नस्लों की जानकारी प्रदान करेंगे। जो कि एक ब्यांत में लगभग 1000 से 6054 लीटर दूध प्रदान करती है।

1. भैंस की बन्नी नस्ल

भैंस की बन्नी नस्ल (Banni Breed of Buffalo) गुजरात के कच्छ जनपद में पाई जाती है। इसका शरीर कॉम्पैक्ट, पच्चर आकार का होता है। 

इस नस्ल की भैंस के शरीर की लंबाई 153 सेंटीमीटर और पूंछ की लम्बाई 85 से 90 से.मी. तक होती है। 

नर बन्नी भैंस का भार 525-562 किलोग्राम और मादा बन्नी भैंस का भार 475-575 किलोग्राम होता है। यह भैंस काले रंग की होती है। परंतु, 5% प्रतिशत तक इस भैंस में भूरा रंग शम्मिलित हो सकता है। 

इस भैंस के निचले पैरों, माथे और पूंछ में सफ़ेद धब्बे होते हैं। बन्नी मादा भैंस के सींग ऊर्ध्वाधर दिशा में मुड़े हुए होते हैं। साथ ही, कुछ फीसद उलटे दोहरे गोलाई में होते हैं। 

बन्नी भैंस एक ब्यांत में 1095 से 6054 लीटर तक दूध प्रदान करती है। वही, यह भैंस रोजाना 10 से 18 लीटर दूध प्रदान करती है। बन्नी भैंस के दूध में 4-12 % फीसद फैट की मात्रा पाई जाती है।

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2. भैंस की भदावरी नस्ल

भैंस की भदावरी नस्ल (Bhadawari breed of buffalo) मध्य प्रदेश के भिंड, मुरैना जिले और उत्तर प्रदेश के आगरा, इटावा जनपद में पाई जाती है। 

इस भैंस की हाइट 124 सेंटीमीटर तक होती है और इसके शरीर की लंबाई 134 सेंटीमीटर तक होती है। वही, इस भैंस का समकुल भार लगभग 410 किलोग्राम तक होता है। 

जब इस भैंस का जन्म होता है। तब इसका भार लगभग 25 किलोग्राम तक होता है। अगर हम भदावरी भैंस के दूध की बात करें, तो भैंस की यह नस्ल एक ब्यांत में 540 से 1400 लीटर तक दूध प्रदान करती है। 

इस भैंस की पहले ब्यांत की आयु 13 से 21 महीने होती है। भदावरी नस्ल की भैंस के दूध में 6 से 13 प्रतिशत फैट की मात्रा पाई जाती है।

3. भैंस की जाफराबादी नस्ल

भैंस की जाफराबादी नस्ल (Jafrabadi breed of buffalo) गुजरात के अमरेली, भावनगर, जामनगर, राजकोट और पोरबंदर में सर्वाधिक पाली जाती है। 

इस भैंस की लंबाई लगभग 139 सेंटीमीटर तक होती है और शरीर की लंबाई 157 सेंटीमीटर तक होती है। इसके अतिरिक्त जाफराबादी नस्ल की भैंस का कुल वजन 620 किलोग्राम तक होता है। 

जाफराबादी भैंस एक ब्यांत में लगभग 2150 से 2340 लीटर तक दूध प्रदान करती है। इस भैंस के पहले ब्यांत की आयु 41 से 55 महीने तक होती है। जाफराबादी भैंस के दूध में लगभग 7-9 प्रतिशत फैट पाया जाता है।

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4. भैंस की सुरती नस्ल

भैंस की सुरती नस्ल (Surti breed of buffalo) को गुजरात के वडोदरा, कच्छ, खेड़ा और सूरत जिले में सबसे ज्यादा पाला जाता है। इस भैंस की हाईट 130 सेंटीमीटर तक होती है। 

सुरती भैंस के शरीर की लंबाई 149 सेंटीमीटर तक होती है और इस भैंस का कुल वजन 401 किलोग्राम तक होता है। भैंस की सुरती नस्ल एक ब्यांत में लगभग 1667 लीटर तक दूध प्रदान करती है। 

इसके पहले ब्यांत की आयु 35 से 58 माह होती है। सुरती भैंस के दूध में 4-9 फीसद फैट की मात्रा पाई जाती है।

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