Ad

जानें आज के दौर में विलुप्ती की कगार पर इस वज्रदंती पौधे के अद्भुत गुणों के बारे में

Published on: 19-Sep-2023

वज्रदंती एक औषधीय पौधा होता है, जिसकी बहुत सारे धार्मिक ग्रन्थों में भी चर्चा की गई है। परंतु, आज बेहद ही कम लोग इस पौधे के विषय में जानकारी रखते हैं। आज हम आपको इसी पौधे के संबंध में संपूर्ण जानकारी देंगे। जैसा कि हम सब जानते हैं, कि लोग अपने स्वास्थ्य को ठीक रखने में हर संभव कदम उठाते हैं। फिर चाहे बात चहरे पर आयुर्वेदिक लेप लगाने की हो अथवा किसी और उपाय को अपनाने की हो। भारत प्राचीन काल से ही आयुर्वेद का घर कहा जाता रहा है। यहाँ पर एक से एक असाध्य रोगों के लिए आपको हर जड़ी-बूटी मुहैय्या थी। परंतु, जैसे-जैसे लोगों का रुझान आयुर्वेद की ओर से कम हुआ तो वैसे-वैसे लोगों ने आयुर्वेद से फासला बना लिया। यही वजह है, कि आज भारत की ऐसी विभिन्न दुर्लभ औषधियां हैं, जो कि पूर्णतय विलुप्त हो चुकीं हैं अथवा कुछ विलुप्त होने की कगार पर हैं। आज हम आपको एक ऐसी ही औषधी के विषय में जानकारी देने जा रहे हैं, जिसको प्राचीन समय में एक से बढ़ कर एक रोगों में प्रयोग किया जाता रहा था। परंतु, अब इसके विषय में बहुत ही कम लोग जानते हैं।

वज्रदंती एक औषधीय पौधा होता है

वज्रदंती एक औषधीय पौधा होता है, जिसका उल्लेख कई धार्मिक ग्रन्थों में भी किया गया है। हालाँकि, आज बहुत ही कम लोग इस पौधे के संबंध में जानकारी रखते हैं। भारत में यह पौधा सिर्फ उत्तराखंड के अंदर पाया जाता है। वह भी बेहद ही कम संख्या में होता है। यदि हम उत्तराखंड की बात करें तो यह पौधा विशेष रूप से उत्तराखंड की मद्महेश्वर घाटी में पाया जाता है। इसके बहुत सारे औषधीय गुण हैं। दांतों के लिए वरदान कहे जाने वाले इस पौधे को हम अगर प्रयोग में लाते हैं, तो ग्रन्थों के मुताबिक 100 वर्ष तक भी हमारे दांतों में किसी भी बीमारी के आने की संभावना खत्म हो जाती है।

ये भी पढ़ें:
बिना लागात लगाये जड़ी बूटियों से किसान कमा रहा है लाखों का मुनाफा

वज्रदंती पौधा बाकी रोगों में भी फायदेमंद है

वज्रदंती पौधा सिर्फ दांतों के लिए ही नहीं बल्कि डायबिटीज, खून की कमी, पेट के बहुत से अन्य रोगों के लिए भी अत्यंत लाभदायक होता है। यह सांस से जुड़े रोगों के लिए भी बेहद फायदेमंद साबित होता है। इस पौधे के फूल के अंदर फेनोलिक, फ्लेवोनोइड्स, इरिडोइडल एवं फेनिलथेनॉइड ग्लाइकोसाइड्स यौगिक मौजूद होते हैं। साथ ही, यह एंटीऑक्सिडेंट, एंटीडायबिटिक, एंटिफंगल, एंटीप्लास्मोडियल, एंटीऑक्सिडेंट, हेपेटोप्रोटेक्टिव, एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीबैक्टीरियल जैसे तत्वों का खजाना होता है। जो कि हमारी सेहत के लिए काफी ज्यादा फायदेमंद होते हैं।

श्रेणी