कार्नेशन के फूल की खेती कर किसान कुछ ही दिनों के अंदर बन जाएंगे अमीर

कार्नेशन के फूल की खेती कर किसान कुछ ही दिनों के अंदर बन जाएंगे अमीर

0

किसान भाई फूलों की खेती करके अच्छी खासी आमदनी कर सकते हैं। बतादें, कि जब कार्नेशन के फूल समयानुसार बड़े हो जाते हैं व अच्छी तरह से खिल जाते हैं तो इनकी कटाई करने हेतु चाकू और कैंची का उपयोग होता है। इन फूलों को काटने के लिए बेहद सावधानी पूर्वक काम करना होता है। फूलों की खेती के लिए किसानों को सरकार की तरफ से अच्छा खासा अनुदान प्रदान किया जाता है।

बिहार के किसान आमदनी के लिए पारंपरिक खेती के अतिरिक्त अन्य आमदनी के विकल्प भी खोज रहे हैं। इनमें अब कार्नेशन की खेती भी शम्मिलित हो गई है। दरअसल, कार्नेशन एक लोकप्रिय फूल है, जिसकी खेती इस समय बिहार सहित संपूर्ण भारत में की जा रही है। हालांकि, बिहार के किसान इसकी खेती बाकी क्षेत्रों की तुलना में अधिक कर रहे हैं।

आखिर किस वजह से कार्नेशन की खेती बड़े पैमाने पर की जाती है

बिहार राज्य में इस फूल की इतनी ज्यादा खेती इसलिए हो रही है, क्योंकि ये लोकल मार्केट के साथ साथ विदेशी बाजार के अंदर भी अच्छी कीमतों पर बिकता है। इस फूल का सबसे अधिक इस्तेमाल सजावट एवं गुलदस्तों में होता है। हालांकि, इसकी खेती करना इतना सुगम भी नहीं होता है। इसके लिए आपको 15 से 25 डिग्री सेल्सियस का तापमान और 6.0 और 7.0 के मध्य पीएच स्तर वाली मिट्टी की जरूरत होती है।

ये भी पढ़े: ऐसे करें रजनीगंधा और आर्किड फूलों की खेती, बदल जाएगी किसानों की किस्मत

कार्नेशन की खेती कब की जाती है

बिहार राज्य में इस फूल की खेती अक्टूबर से नवंबर के मध्य होती है। हालांकि, कुछ किसान इसकी खेजी जून से जुलाई के मध्य भी करते हैं। इस फूल की बहुत सारी किस्में बिहार सहित संपूर्ण भारत में उगाई जाती हैं। इसमें स्टैंडर्ड कार्नेशंस, स्प्रे कार्नेशंस और मिनिएचर कार्नेशंस शम्मिलित हैं। जब आप इसकी खेती कर रहे हों तो आपको कुछ बातों का विशेष ख्याल रखना पड़ता है। जैसे इनके पौधों के मध्य 25 से 30 सेंटीमीटर का फासला होना चाहिए।

सालभर कार्नेशन फूलों की मांग बनी रहती है

जैसा कि हम जानते हैं फूलों की जरूरत हर एक कार्यक्रम में होती है। अब चाहे वह किसी की शादी हो या किसी का जन्मदिन। यहां तक कि बहुत सारे लोग आज कल प्रेम का इजहार करने के लिए फूल का इस्तेमाल करते हैं। फूल को अधिकांश अच्छे कार्यक्रमों में इस्तेमाल किया जाता है। फूल की मांग पूरे बारह महीने सालभर बनी रहती है।

ये भी पढ़े: ग्लैडियोलस फूलों की खेती से किसान भाई होंगे मालामाल

कार्नेशन के फूलों की कटाई कैसे की जाती है

जब यह फूल बड़े हो जाते हैं और अच्छे खासे तरीके से खिल जाते हैं, तो इनकी कटाई के लिए चाकू और कैंची का उपयोग होता है। इनके फूलों को काटने के लिए बेहद सावधानी पूर्वक काम करना पड़ता है। क्योंकि इन फूलों की जितनी गुणवत्ता अच्छी होगी, बाजार में इनके फूलों की मांग उतनी ही अधिक होगी। ये फूल दिखने में गुलाब की तरह होते हैं, इसलिए अधिकांश लोग इनको गुलाब के स्थान पर सजाते हैं। हल्के गुलाबी रंग के भरे भरे यह फूल जहां लगते हैं, वहां की शोभा बढ़ा देते हैं। यदि आप भी पारंपरिक खेती से हट कर कुछ करना चाहते हैं, तो आपके लिए कार्नेशन के फूलों की खेती एक अच्छा विकल्प हो सकती है। इनकी सहायता से आप वार्षिक अच्छी आमदनी कर सकते हैं। किसानों को फूलों की खेती के लिए सरकार की ओर से अच्छा-खासा अनुदान भी प्रदान किया जाता है। भारत के विभिन्न राज्यों में फूल की खेती अच्छे खासे पैमाने पर की जाती है।

Leave A Reply

Your email address will not be published.

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More