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गर्मी की गहरी जुताई से क्या फायदा होता है जानिए इसके बारे में यहां

गर्मी की गहरी जुताई से क्या फायदा होता है जानिए इसके बारे में यहां

गर्मी की गहरी जुताई एक कृषि तकनीक है जो की रबी की फसल की कटाई के बाद गर्मी के महीनों में की जाती है ताकि भूमि को उपजाऊ और फलदायक बनाया जा सके। 

यह एक प्रकार की मूल जुताई है जिसमें खेत की ऊपरी स्तर से गहरे सबसॉइलर (Subsoiler) या प्लो द्वारा भूमि को उपेक्षित किया जाता है। यह तकनीक विभिन्न फायदे प्रदान करती है। इस लेख में आप गहरी जुताई के फायदों के बारे में विस्तार से जानेंगे।

खरपतवार नियंत्रण

ग्रीष्मकालीन गहरी जुताई से खरपतवार के बीजों को मिट्टी में गहराई तक दबाने में मदद मिलती है, जिससे उनका अंकुरण और विकास रुक जाता है। 

इससे पोषक तत्वों, पानी और सूरज की रोशनी के लिए प्रतिस्पर्धा कम हो जाती है, जिससे फसल की पैदावार बेहतर होती है।

बेहतर मृदा संरचना

गहरी जुताई से जमी हुई मिट्टी की परतों को तोड़कर मिट्टी के वातन और जल निकासी में सुधार होता है। यह जड़ों को मिट्टी में गहराई तक प्रवेश करने, पोषक तत्वों और पानी तक अधिक प्रभावी ढंग से पहुंचने की अनुमति देता है। इससे जड़ प्रणाली स्वस्थ होती है और पौधों की वृद्धि बेहतर होती है।

जल घुसपैठ में वृद्धि 

गहरी जुताई से मिट्टी की पानी को अवशोषित करने और बनाए रखने की क्षमता बढ़ जाती है। यह अनियमित वर्षा पैटर्न वाले या सूखे की स्थिति वाले क्षेत्रों में विशेष रूप से फायदेमंद है, क्योंकि यह मिट्टी की नमी को संरक्षित करने और पानी के बहाव को कम करने में मदद करता है।

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पोषक तत्वों की उपलब्धता  

ग्रीष्मकालीन गहरी जुताई से मिट्टी के भीतर गहरे दबे कार्बनिक पदार्थों के अपघटन को बढ़ावा मिलता है। इस अपघटन से नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटेशियम जैसे पोषक तत्व निकलते हैं, जिससे वे पौधों के लिए अधिक आसानी से उपलब्ध हो जाते हैं। यह समय के साथ मिट्टी की उर्वरता में भी सुधार करता है।

कीट और रोग प्रबंधन

गहरी जुताई से कुछ कीटों और बीमारियों को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है, उनके जीवन चक्र को बाधित करके या सर्दियों के चरणों को दफन करके। 

इससे बाद की फसलों में कीटों और बीमारियों का प्रकोप कम हो जाता है, जिससे समग्र फसल स्वास्थ्य और उपज स्थिरता में योगदान होता है।

मिट्टी का कटाव कम होता है 

गहरी जुताई से नाली या लकीरें बनती हैं जो सतही अपवाह को रोकने और मिट्टी के कटाव को रोकने में मदद करती हैं। यह ढलान वाले इलाकों या कटाव की संभावना वाले क्षेत्रों में विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, जहां टिकाऊ कृषि के लिए मिट्टी की अखंडता बनाए रखना महत्वपूर्ण है।

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संरक्षण कृषि के लिए तैयारी

गहरी जुताई मिट्टी को बिना जुताई या न्यूनतम जुताई जैसी संरक्षित कृषि पद्धतियों के लिए तैयार करती है। जमी हुई मिट्टी की परतों को ढीला करके और मिट्टी की संरचना में सुधार करके, यह संरक्षण जुताई के तरीकों को अपनाने की सुविधा प्रदान करता है, जो मिट्टी की गड़बड़ी को कम करने और लंबे समय तक मिट्टी के स्वास्थ्य को संरक्षित करने में मदद करता है।

अवशेष प्रबंधन

गहरी जुताई से फसल के अवशेष मिट्टी में गहराई तक समा जाते हैं, जिससे उनके अपघटन और पोषक तत्वों के पुनर्चक्रण को बढ़ावा मिलता है। 

इससे बाहरी उर्वरकों की आवश्यकता कम हो जाती है और मिट्टी में कार्बनिक पदार्थ की मात्रा में सुधार होता है, जिससे मिट्टी के स्वास्थ्य और दीर्घकालिक उत्पादकता में सुधार होता है।

इसके अलावा, गहरी जुताई से अवशेष पादपों को भूमि में मिलाया जा सकता है, जो खाद्य सामग्रियों की गुणवत्ता को बढ़ाता है। यह भूमि के पौधों के विकास को बढ़ावा देता है और उत्पादकता में सुधार करता है।

गेहूं कटाई के बाद खेत की जुताई के लिए आधुनिक कृषि यंत्र

गेहूं कटाई के बाद खेत की जुताई के लिए आधुनिक कृषि यंत्र

आधुनिकता के चलते भारतीय कृषि क्षेत्र में बैलों की जगह कई प्रकार के कृषि यंत्रो और मशीनों ने ले ली है। उपकरण खेती के बहुत सारे बड़े से बड़े कार्यों को आसान बनाते हैं। 

साथ ही, लागत को भी कम करने का कार्य करते हैं। बुवाई से लगाकर कटाई तक के कार्यों को सुगम बनाने में कृषि यंत्र अपनी अहम भूमिका निभाते हैं। बुवाई के लिए खेत को तैयार करने के लिए किसान ट्रैक्टर द्वारा रोटावेटर या कल्टीवेटरका इस्तेमाल करते हैं। 

ये उपकरण मिट्टी की उपरी परत की हल्की जुताई करते हैं, जिससे बुवाई करना काफी सरल हो जाता है। आइए जानते हैं जुताई के लिए कुछ महत्वपूर्ण और लाभदायक कृषि यंत्रों के बारे में। 

मोल्ड बोर्ड हल 

मोल्ड बोर्ड हल को किसानों के बीच मिट्टी पलट हल के नाम से भी जाना व पहचाना जाता है। मिट्टी की उर्वरा शक्ति को बनाये रखने के लिए जरूरी है कि इसे पलटा जाये। 

मिट्टी पलटने तथा खरपतवार को नीचे दबाने के लिए मोल्ड बोर्ड हल (Mould Board Plough) ज्यादा गहरी जुताई करते हैं। मिट्टी को भी पलटते हैं, जिससे सतह पर मौजूद खर-पतवार और अन्य फसल अवशेष बेहतर तरीके से दब जाते हैं। 

बतादें, कि 2 फाल वाले प्लाऊ को संचालित करने के लिए ट्रैक्टर की हॉर्स पावर 35 से 45 हॉर्स पॉवर होनी चाहिए। इस प्लाऊ की कार्य क्षमता 1.5 हेक्टेयर तक प्रति दिन होती है। 

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साथ ही, 3 फाल वाले प्लाऊ को चलाने के लिए ट्रैक्टर की हॉर्स पावर 40 से 50 एचपी होनी चाहिए। इस हल के साथ किसान 2 हेक्टेयर तक प्रति दिन कार्य कर सकते हैं। 

इस कृषि उपकरण का इस्तेमाल गर्मी के मौसम में खेत की गहरी जुताई के लिए, ढैचा/सनई आदि हरी खाद वाली फसल को मिट्टी में पलटकर मिलाने के लिए भी किया जाता है। 

डिस्क प्लाऊ

डिस्क प्लाऊ  (Disc Plough) भी एक मिट्टी पलटने वाला हल है और यह मोल्ड बोर्ड हल की अपेक्षा ज्यादा गहराई तक जुताई करने में सक्षम होता है। किसान इस यंत्र का इस्तेमाल भारी मृदा को पलटने के लिए करते हैं। इसमें आपको दो या तीन फाल देखने को मिल सकते हैं।

खेतों में ज्यादा खरपतवार और गहरे फसल अवशेष को काटने तथा पलटने में इस यंत्र का इस्तेमाल किया जाता है। ट्रैक्टर की क्षमता के अनुसार इस यंत्र से 40 से 50 सेंटीमीटर की गहराई तक जुताई की जा सकती है। इस कृषि यंत्र की कार्य क्षमता प्रतिदिन 1.5 से 2 हेक्टेयर है। 

चिसेल प्लाऊ 

चिसेल हल (Chisel Plough) बिना सतह वाली मृदा को अस्त व्यस्त किये और सतह पर मौजूद फसल अवशेषों को यथावत रखते हुए बहुत गहरी चीरे लगाई जा सकती हैं। इस यंत्र के साथ 1 मीटर की गहराई तक जुताई कर सकते हैं। 

ऐसा करने से स्थाई तौर पर सतह के नीचे की जल निकासी सुनिश्चित की जा सकती है। मिट्टी पलट हलों के मुकाबले में चिजेल हल के इस्तेमाल से मिट्टी की सतह पर किसी तरह का कार्य नहीं किया जाता है, जिससे हवा या पानी की वजह मिट्टी के कटाव को रोका जा सकता है। 

लेजर लैंड लेवलर 

खेत की जुताई और सिंचाई करने से जमीन असमतल हो जाती है, जिससे मृदा के पोषक तत्व का असामान्य वितरण और सिंचाई जल में वृद्धि जैसी दिक्कतें खड़ी होने लग जाती हैं। 

समय-समय पर खेत के समतलीकरण की आवश्यकता को सटीक और कम में वक्त में पूरा करने के लिये लेजर लैंड लेवलर (Laser Land Leveler) का इस्तेमाल किया जाता है। इस मशीन में लेजर किरणों की सहायता से पीछे लगे बकेट को काबू करके जमीन को एकसार किया जा सकता है।