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दीवाली पर अधिक मांग की वजह से मिलावटी हो रहे तेल, दाल और मसाले

Published on: 17-Oct-2022

दिवाली के समय तेल, दाल और मसालों के साथ साथ मिठाईयों में भी मिलावट होने की खबर आती रहती है, इसका मुख्य कारण त्योहारों पर खाद्य पदार्थों की बढ़ती मांग है। क्यूँकि त्योहारों पर पकवान मिठाईयां एवं अन्य भोज्य सामग्री हर घर में बनती हैं, जिसकी पूर्ति करने और ज्यादा मुनाफा कमाने के चक्कर में मिलावटखोर दाल, तेल और मसालों में मिलावट करते हैं, साथ ही खाद्य पदार्थों को जहरीला बना देते हैं, जिससे खाने वालों की सेहत खराब हो जाती है। दिवाली से पहले ही तेल, दाल, मसाले सब्जी व घी में मिलावट करने की बात सामने आयी है। मिलावटयुक्त खाद्य पदार्थों से बचने का प्रयास करें, अच्छी तरह जाँच परख कर ही खरीदें खाद्य सामग्री। इन दिनों खाद्य पदार्थों को लेकर बेहद सजग रहने की आवश्यकता है।

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कैसे पहचाने मिलावटी खाद्य पदार्थों को

दिवाली के आते ही खाद्य पदार्थों में मिलावट करने वालों की शिकायत आना शुरू हो जाती है इसलिए राजस्थान सरकार ने 'शुद्ध के लिए युद्ध अभियान' (Shuddh Ke Liye Yuddh Abhiyan) शुरू किया है। इस अभियान के अंतर्गत जितने भी खाद्य पदार्थों में मिलावट की शिकायत आती है, जैसे की दाल, तेल, मसाले, घी एवं अनाज आदि, सभी की अच्छी तरह जाँच की जाएगी। हालाँकि जिला जाँच विभाग ने खाद्य उघोगों से कई हजार टन मिलावटी खाद्यान्न पदार्थों को पकड़ा है। ऐसे में किसी भी पदार्थ पर आँख बंद करके भरोसा करना खतरे से खाली नहीं है। त्योहारों पर मिलावट की ये खबरें अब बेहद आम बात हो गयी है, आये दिन किसी न किसी खाद्य पदार्थ में मिलावट होने की खबर से उपभोक्ताओं के अंदर भय व्याप्त हो चुका है। राजस्थान सरकार का 'शुद्ध के लिए युद्ध अभियान' लोगों को मिलावटी जहर खाने से बचाने में बेहद सहायक साबित होगा।

क्या दालों में मिलाया जा रहा है धतूरा

राजस्थान जिला प्रशासन विभाग के अधिकारीयों द्वारा इस बात की शंका जताई गयी है कि दाल का वजन बढ़ाने के लिए धन के लालची लोग दाल में धतूरे के बीजों का मिश्रण कर देते हैं, जिससे दाल का वजन बढ़ जाता है। दाल में धतूरे को पहचानने के लिए सबसे आसान तरीका यह है कि यदि दाल में काले काले दाने दिखें, तो उनको तुरंत निकालकर जाँच करें। क्योंकि अगर धतूरा दाल के साथ उबलने के बाद खा लिया, तो खाने वालों की तबियत बेहद खराब कर सकता है।

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क्या हरी सब्जियों और सरसों में भी मिलावट की आशंका है

सब्जियाँ और सरसों का तेल मानव जीवन का बेहद महत्वपूर्ण भाग है। प्रतिदिन जीने के लिए सब्जियों और तेलों की बेहद आवश्यकता होती है। हालांकि इनमे भी आजकल मिलावटखोर मिलावट करने लग गए हैं। जबकि सरसों के तेल का उपयोग खाने से लेकर त्वचा और बालों के लिए भी किया जाता है, ऐसे में अगर इन पदार्थों में मिलावट की जायेगी तो मानव जीवन बेहद प्रभावित होगा। सब्जियों को हरी भरी और ताजातरीन रखने के लिए न जाने कैसे कैसे केमिकल्स को इंजेक्ट किया जाता है, जिनसे सब्जियां तरोताजा तो रहती ही हैं, लेकिन लोगों को इन्हें खाने के उपरांत बेहद खराब अनुभव होता है।

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