Nand Baba Mission: योगी सरकार देसी गाय पालने के लिए 40 हजार रुपये की आर्थिक सहायता देगी

By: MeriKheti
Published on: 04-Jul-2023

योगी सरकार की तरफ से दुग्ध उत्पादन की बढ़ाने के लिए एक कवायद शुरू की गई है। यदि कोई किसान पंजाब से साहिवाल, राजस्थान से थारपारकर गाय, गुजरात से गिर गाय खरीदना चाहे तो सरकार की तरफ से उसको सहायता प्रदान की जाएगी। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार किसानों एवं पशुपालकों के लिए अच्छी खबर लेकर आई है। जानकरी के लिए बतादें, कि योगी सरकार ने एक ऐसी योजना शुरू की है, जिसके अंतर्गत देसी गायों को पालने वाले पशुपालकों को तकरीबन 40000 रुपये का लाभ हो सकता है। हालांकि, गाय पाल कर उसका दूध बेच कर किसान ऐसे ही अच्छी आमदनी कर सकते हैं। परंतु, वर्तमान में योगी सरकार ने जो निर्णय लिया है, उसको देख कर कहा जा सकता है कि इससे किसानों को काफी सहायता मिलने वाली है। यह भी पढ़ें: देसी और जर्सी गाय में अंतर (Difference between desi cow and jersey cow in Hindi)

नंद बाबा मिशन योजना

बतादें, कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार द्वारा प्रदेश में पशुपालकों का सहयोग करने के लिए एवं डेयरी उद्योग को प्रोत्साहन देने के लिए नंद बाबा मिशन की शुरुआत की है। इस नन्द बाबा दुग्ध मिशन के अंतर्गत जो भी पशुपालक कोई देसी गाय खरीदता है, तो उसको गौ संवर्धन योजना के अंतर्गत 40 हजार रुपये की सहायता धनराशि दी जाएगी। आप इसको ऐसे भी समझ सकते हैं, कि यदि कोई किसान गुजरात से गिर गाय, पंजाब से साहिवाल, राजस्थान से थारपारकर गाय खरीदना चाहता है, तो सरकार की तरफ से उसको इन गायों पर 40 हजार का अनुदान प्रदान किया जाएगा। वास्तव में इन तीनों प्रजातियों की गायें काफी महंगी होती हैं, इस वजह से सरकार ने निर्णय लिया है, कि इनकी खरीद पर किसानों को 40 हजार की सहायता प्रदान की जाएगी। यह भी पढ़ें: इन नस्लों की गायों का पालन करके किसान अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं

मुख्यमंत्री प्रगतिशील पशुपालक प्रोत्साहन योजना

दरअसल, उत्तर प्रदेश में फिलहाल मुख्यमंत्री प्रगतिशील पशुपालक प्रोत्साहन योजना पहले से चल रही है। इस योजना के अंतर्गत किसानों और पशुपालकों को 2 गाय रखने पर सरकार की तरफ से 10 से 20 हजार रुपये की प्रोत्साहन धनराशि दी जाती है। यदि आप गाय पालते हैं अथवा गाय पालने के इच्छुक हैं तो इन दोनों योजनाओं का फायदा उठा सकते हैं। इसके लिए आपको अपने आसपास के पशुपालन विभाग में जाकर अधिकारियों से संपर्क करना पड़ेगा। इसके साथ ही इस योजना की जानकारी आप ऑनलाइन भी प्राप्त कर सकते हैं।

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