इस नई साल में आने वाली ठंड किसानों की फसलों को कितना नुकसान पहुँचाने वाली है?

Published on: 03-Jan-2024

नये साल के दस्तक देते ही फिलहाल तेजी से ठंड बढ़नी शुरू हो गई है, जिससे आमजन जीवन पर भी काफी प्रभाव पड़ रहा है। सर्दियों के दिनों में खेती से संबंधित काम करने में भी कठिनाइयाँ आती हैं। ऐसे में मौसम विभाग ने किसानों की चिंता को और ज्यादा बढ़ा दिया है। मौसम विभाग के मुताबिक, आगामी दिनों में कड़ाके की ठंड पड़ेगी। IMD के मुताबिक, बहुत सारी जगहों पर तापमान शून्य से भी नीचे जाने की संभावना जताई जा रही है।अब ऐसी स्थिति में किसानों को ज्यादा सावधानी बरतने की आवश्यकता है।

किसानों पर संकट आने की काफी संभावना है 

भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड पड़ने की चेतावनी दी है। इस दौरान तापमान जीरो डिग्री सेल्सियस से भी नीचे जा सकता है।ठंड की वजह से किसानों को विभिन्न प्रकार की मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। इससे कृषकों को सर्वाधिक समस्या हो सकती है। उनमें फल, सब्जी समेत बाकी फसलों का उत्पादन करने वाले कृषक भाई सम्मिलित हैं।

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किसान भाई क्या उपाय करें ?

  • फल और सब्जियों की फसलों को ढ़ककर रखें। 
  • पशुओं को गर्म रखने की व्यवस्था करें। समय पर उनके लिए उचित मात्रा में चारा एवं पानी मुहैय्या कराऐं। 
  • कौन-से क्षेत्रों में ज्यादा ठंड पड़ेगी ?
  • पहाड़ी क्षेत्रों के अतिरिक्त राजस्थान, उत्तर प्रदेश, पंजाब और हरियाणा जैसे राज्यों में आगामी दिनों में प्रचंड ठंड पड़ेगी। 

मौसमिक परिवर्तन से बागवानी को काफी हानि 

बतादें, कि सर्दी में इजाफा होने की वजह से फल और सब्जियों की फसलों को काफी क्षति पहुंच सकती है। बतादें, कि गोभी, मटर, प्याज, टमाटर, बैंगन और आलू जैसी फसलों को हानि हो सकती है। इन फसलों को ठंड से संरक्षित करने के लिए किसानों को काफी सावधानी बरतनी पड़ेगी। साथ ही, ठंड की वजह से धान की फसलों के बीज अंकुरण में विलंभ हो सकता है। इससे धान की फसल की उपज काफी प्रभावित हो सकती है। इनके अतिरिक्त ठंड की वजह से पशुओं के बीमार पड़ने का खतरा बढ़ जाता है। पशुओं को ठंड से संरक्षित रखने के लिए किसानों को अत्यंत सावधानी बरतनी चाहिए।

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