आजकल देश के किसान पारंपरिक खेती की बजाय विशेष किस्मों की फलों की खेती कर बेहतर मुनाफा कमा रहे हैं। ऐसी ही एक बेहद लोकप्रिय किस्म है जापानी रेड डायमंड अमरूद, जिसकी बाजार में मांग तेजी से बढ़ रही है।
इसकी खासियत इसका बेहतरीन स्वाद और मिठास है। इस किस्म के अमरूद की कीमत बाज़ार में 100 से 150 रुपये प्रति किलो तक होती है।
देश के कई राज्यों में किसान इसकी सफल खेती करके अच्छा खासा लाभ कमा रहे हैं। आइए जानते हैं रेड डायमंड अमरूद की खेती से जुड़ी सारी जरूरी जानकारी।
रेड डायमंड अमरूद की खेती लगभग हर प्रकार की जलवायु में की जा सकती है, लेकिन बेहतर उत्पादन के लिए 10°C से 42°C के बीच का तापमान सबसे उपयुक्त होता है। तापमान 10 डिग्री से नीचे जाने पर भी इसकी उपज पर ज्यादा असर नहीं पड़ता।
मिट्टी की बात करें तो यह किस्म हर तरह की मिट्टी में उगाई जा सकती है, लेकिन काली या बलुई दोमट मिट्टी में इसके सबसे अच्छे परिणाम मिलते हैं। मिट्टी का पीएच 7 से 8 के बीच होना चाहिए, जिससे उपज में वृद्धि होती है।
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सबसे पहले पौधों को नर्सरी में तैयार किया जाता है, उसके बाद इन्हें मुख्य खेत में लगाया जाता है। रोपाई के समय पौधों के बीच पर्याप्त दूरी रखना आवश्यक है।
साल में दो बार पौधों की छंटाई करनी चाहिए ताकि उनकी बढ़वार बेहतर हो। जब फल चीकू के आकार के हो जाएं, तब उन्हें अखबार या फोम बैग से ढक देना चाहिए। इससे फल सही तरीके से पकते हैं और उन पर दाग-धब्बे नहीं आते।
सिंचाई के लिए ड्रिप सिस्टम सबसे उपयुक्त माना जाता है, क्योंकि यह मिट्टी की नमी को बनाए रखता है और पौधों की जरूरत के अनुसार पानी पहुंचाता है।
रेड डायमंड अमरूद बाहर से आम अमरूद जैसा लगता है, लेकिन इसका स्वाद नाशपाती जैसा मीठा और गूदा तरबूज की तरह लाल होता है।
इस किस्म की खेती में लागत अपेक्षाकृत कम होती है, लेकिन बाजार में अच्छी कीमत मिलने के कारण किसान बड़ी कमाई कर सकते हैं।
यदि आप फल की खेती की ओर बढ़ना चाहते हैं तो जापानी रेड डायमंड अमरूद की खेती एक लाभकारी विकल्प हो सकता है। यह न केवल कम खर्चीली है, बल्कि बाजार में इसकी भारी मांग भी है, जिससे किसानों को बेहतर आमदनी मिलती है।