नवंबर-दिसंबर में करें इन 7 सब्जियों की खेती, पाएं ज्यादा उत्पादन और मुनाफा

Published on: 30-Oct-2025
Updated on: 30-Oct-2025

रबी सीजन में करें इन सब्जियों की खेती, कम खर्च में होगी लाखों की कमाई

नवंबर का महीना किसानों के लिए बेहद महत्वपूर्ण होता है। इस समय अधिकांश जगहों पर धान की कटाई पूरी हो जाती है और बड़ी संख्या में खेत खाली पड़े रहते हैं। अगर इन खाली खेतों को यूं ही छोड़ दिया जाए, तो न केवल समय बर्बाद होता है बल्कि संभावित अतिरिक्त आय का मौका भी चला जाता है। 

लेकिन अगर किसान थोड़ी समझदारी और योजना के साथ कुछ चुनी हुई सब्जियों की खेती करें, तो वे इस मौसम में भी शानदार कमाई कर सकते हैं। नवंबर में बोई गई कुछ सब्जियों की बाजार में मांग काफी अधिक रहती है, क्योंकि आपूर्ति कम और उपभोक्ता मांग ज्यादा होती है। यही कारण है कि इन फसलों का समर्थन मूल्य बढ़ जाता है और किसान अच्छा मुनाफा कमा लेते हैं।

1. भिंडी की खेती – कम खर्च, ऊंचा लाभ

अगर आपके क्षेत्र में सर्दी बहुत अधिक नहीं पड़ती या पाला नहीं गिरता, तो नवंबर का महीना भिंडी की बुवाई के लिए उत्कृष्ट माना जाता है। इस समय बोई गई भिंडी जनवरी–फरवरी में बाजार में आती है, जब इसकी आपूर्ति बेहद कम होती है। इस दौरान भिंडी अक्सर 80 से 100 रुपये प्रति किलो तक बिक जाती है, जिससे किसान की आमदनी काफी बढ़ जाती है।

भिंडी की खेती करते समय उन्नत और रोग-प्रतिरोधी किस्मों का चयन करना बहुत जरूरी है। इससे फसल स्वस्थ रहती है, उत्पादन अच्छा मिलता है और कटाई भी समय पर होती है। यदि खेत की तैयारी सही हो, खरपतवार नियंत्रण किया जाए और समय पर सिंचाई दी जाए, तो भिंडी की खेती किसान के लिए सोने की खान साबित हो सकती है।

2. जुकिनी की खेती – कम समय में तैयार होकर देती है जल्दी कमाई

नवंबर में जुकिनी की खेती किसानों को तेज मुनाफा दिलाने वाली फसलों में गिनी जाती है। यह पौधा ठंड की परिस्थितियों में भी तेजी से बढ़ता है। इसका सबसे बड़ा फायदा यह है कि यह फसल मात्र 30 से 35 दिनों में फल देना शुरू कर देती है और लगभग 40 से 45 दिनों में पूरी तरह कटाई के लिए तैयार हो जाती है। यानी बहुत कम समय में किसान अपनी लागत वसूल कर अच्छा लाभ कमाना शुरू कर सकते हैं।

अगर आपकी खेती शहरों या बड़े बाजारों के पास है, तो पीली जुकिनी उगाना अधिक फायदेमंद रहेगा, क्योंकि होटलों, सुपरमार्केट और रेस्टोरेंट्स में इसकी मांग बेहद ज्यादा रहती है। वहीं ग्रामीण क्षेत्रों या छोटे कस्बों के नजदीक खेती करने वाले किसान हरी जुकिनी को चुन सकते हैं। दोनों ही किस्में किसानों को अच्छे दाम दिलाती हैं और यह नवंबर माह की एक स्मार्ट कैश क्रॉप मानी जाती है।

3. हरी मटर की खेती – सर्दियों की सबसे पसंदीदा और मुनाफे वाली फसल

हरी मटर सर्दियों की सबसे लोकप्रिय और मांग वाली सब्जियों में से एक है। नवंबर में बोई गई मटर तब तैयार होती है, जब बाजार में पुरानी फसल की आपूर्ति कम हो चुकी होती है। इस समय आपके खेत की ताज़ी, हरी और दानों से भरी मटर अच्छी गुणवत्ता के साथ मंडी में पहुंचती है और अक्सर ऊंचे दामों पर बिकती है।

हरी मटर की खेती में उन्नत किस्मों का चयन, सही बीज उपचार, नियमित सिंचाई और समय पर रोग नियंत्रण बहुत महत्वपूर्ण है। यदि किसानों द्वारा इन बिंदुओं का ध्यान रखा जाए, तो मटर की खेती से बेहद अच्छी आमदनी हासिल की जा सकती है। यह रबी सीजन की उन फसलों में से है जो छोटे से खेत में भी बड़ा मुनाफा देने की क्षमता रखती हैं।

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4. प्याज की खेती 

प्याज की खेती भारत में मुख्य रूप से रबी के सीजन में की जाती है, यानि की नवंबर महीने में इसकी बुवाई की जाती है। प्याज नवम्बर-दिसम्बर में बोई जाती है, फरवरी-मार्च में कटाई जाती है। इस महीने में प्याज की नर्सरी तैयार कर उसकी रोपाई खेत में करनी चाहिए। पौधों को 20-25 सेमी की दूरी पर और कतारों को 30-35 सेमी की दूरी पर रोपें। प्याज की खेती से किसान अच्छा मुनाफा कमा सकते है।

5. गाजर की खेती देगी अच्छी कमाई 

गाजर की खेती भी नवंबर में किसानों के लिए एक लाभकारी व्यवसाय साबित हो सकती है। यह कम समय में अच्छी पैदावार देने वाली फसल है और उचित प्रबंधन से इससे अच्छी कमाई की जा सकती है। 

खेत की 2-3 बार अच्छी जुताई करें और सड़ी हुई गोबर की खाद मिलाकर पाटा चलाएं।15 से 20 सेंटीमीटर ऊंचाई वाले बेड बनाएं और बीज 15 सेमी की दूरी पर बुवाई करें। प्रति हेक्टेयर लगभग 4 से 6 किलो बीज की जरूरत होती है। गाजर लगभग 90 से 100 दिनों में तैयार हो जाती है।

6. लहसुन की खेती

लहसुन की खेती किसानों के लिए अत्यंत लाभप्रद साबित हो रही है और सही तकनीक अपनाने पर इससे अच्छी आर्थिक लाभ की संभावना होती है। नवंबर के महीने में आप भी इसकी बुवाई करके अच्छा मुनाफा कमा सकते है। 

लहसुन ठंडे और शुष्क मौसम में बेहतर बढ़ता है, इसलिए उत्तर भारत में रबी सीजन इसकी खेती के लिए बेहतर रहता है। लहसुन की खेती में कलियां बीज के रूप में प्रयोग होती हैं। प्रति एकड़ लगभग 8 क्विंटल बीज की जरूरत होती है।किसान भाई नवंबर में इसकी खेती करके अच्छा मुनाफा कमा सकते है।

7. पालक की खेती 

पालक की खेती नवंबर के महीने में एक लाभकारी और जल्दी फसल तैयार होने वाली कृषि गतिविधि है, जो अधिकतर ठंडे मौसम में सफल होती है। पालक के लिए मौसम 15°C से 25°C के बीच सबसे उपयुक्त होता है। यह ठंडे और समशीतोष्ण जलवायु में अच्छी तरह उगता है। गर्मी में इसकी वृद्धि धीमी होती है और पत्ते कठोर हो सकते हैं जिससे गुणवत्ता प्रभावित होती है।

खाली खेतों को बनाए कमाई का जरिया

किसान भाइयों, नवंबर का महीना अवसरों से भरा हुआ होता है। इस समय खाली पड़े खेतों का उपयोग करके आप भिंडी, जुकिनी, प्याज, लहसुन, गाजर और हरी मटर जैसी फसलों की बुवाई कर सकते हैं, जो कम समय में तैयार होती हैं और बाजार में हमेशा मांग में रहती हैं। 

इन सब्जियों की खेती में लागत कम और लाभ अधिक मिलता है। थोड़ी योजना, सही बीज का चयन और सतर्क प्रबंधन से आप इस सीजन में अपनी आय कई गुना तक बढ़ा सकते हैं। सही फैसले के साथ यह मौसम आपके लिए लाखों का मुनाफा ला सकता है।

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