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पशुपालन

एनीमल टॉक्‍सआउट पाउडर – पशुओं के स्वास्थ्य का प्राकृतिक सुरक्षा कवच

एनीमल टॉक्‍सआउट पाउडर – पशुओं के स्वास्थ्य का प्राकृतिक सुरक्षा कवच

आपके पशुओं के लिए हर्बल हेल्थ बूस्टर – एनीमल टॉक्सआउट पाउडरAnimax Toxout Powder: पशुपालन में पशुओं का स्वास्थ्य और उनकी उत्पादक क्षमता बहुत महत्वपूर्ण होती है। यदि पशु स्वस्थ न हों, तो दुग्ध उत्पादन, प्रजनन क्षमता और उनकी सामान्य गतिविधियों पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है। ऐसे में पशुओं के शरीर में जमा हुए टॉक्सिन या हानिकारक तत्वों को बाहर निकालना अत्यंत आवश्यक है। इसी आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए एनीमल टॉक्‍सआउट पाउडर को विशेष रूप से तैयार किया गया है। यह एक हर्बल वेटरनरी दवा है जो प्राकृतिक तत्वों से निर्मित है और...
देशी गायों की बेस्ट 3 नस्लें, जो देती हैं ज्यादा दूध और रखरखाव में भी कम खर्च!

देशी गायों की बेस्ट 3 नस्लें, जो देती हैं ज्यादा दूध और रखरखाव में भी कम खर्च!

 भारत की प्रमुख दुग्ध (दूध देने वाली) गायों की नस्लेंभारत में दुग्ध उत्पादन के लिए कई उन्नत नस्लों की गायें पाई जाती हैं, जिनका विकास प्राकृतिक रूप से जलवायु, भौगोलिक परिस्थितियों और स्थानीय पालन पद्धतियों के आधार पर हुआ है। प्रत्येक नस्ल की अपनी विशेषता, दूध देने की क्षमता, शरीर की बनावट और अनुकूलन क्षमता होती है। नीचे भारत की तीन प्रमुख दुग्ध नस्लों – गिर, साहीवाल और हरियाणा – का विस्तृत विवरण दिया गया है। 1. गिर नस्ल (Gir Breed)उत्पत्ति: गिर नस्ल का मूल निवास स्थान गुजरात राज्य के सौराष्ट्र...
डांगी गाय: विशेषताएँ, प्रकार और दूध उत्पादन जानकारी

डांगी गाय: विशेषताएँ, प्रकार और दूध उत्पादन जानकारी

डांगी मवेशी महाराष्ट्र के डांग घाटी और इसके आस-पास के पहाड़ी इलाकों की एक महत्वपूर्ण स्थानीय नस्ल है। यह नस्ल मुख्य रूप से महाराष्ट्र के ठाणे जिले, नासिक के सिन्नर और इगतपुरी तालुका, तथा अहमदनगर के अकोला तालुका में पाई जाती है। इसके अलावा, गुजरात के डांग जिले के पहाड़ी और वर्षा-प्रधान क्षेत्रों को इस नस्ल का मूल स्थान माना जाता है। डांगी मवेशी सह्याद्री पर्वतीय जंगलों के पास के क्षेत्रों में बहुतायत में पाए जाते हैं, जहाँ जलवायु नमीयुक्त और कृषि संसाधन सीमित होते हैं। यह नस्ल कठिन पर्यावरणीय परिस्थितियों में भी बेहतर प्रदर्शन करने के लिए जानी जाती...
भारत में गायों की नस्लें - भारत में गाय की प्रमुख दुग्ध उत्पादक नस्लें

भारत में गायों की नस्लें - भारत में गाय की प्रमुख दुग्ध उत्पादक नस्लें

भारत विभिन्न गायों की नस्लों का घर है और यह अपनी जीवंत संस्कृति और विविध भू-प्राकृतिक स्वरूपों के लिए प्रसिद्ध है। सदियों से मवेशी भारतीय कृषि और ग्रामीण जीवन का एक अभिन्न हिस्सा रहे हैं, जो देश की अर्थव्यवस्था, संस्कृति और धार्मिक परंपराओं में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं। प्रत्येक नस्ल की अपनी अनोखी विशेषताएँ और महत्व होते हैं। इस ब्लॉग में हम भारत में पाई जाने वाली कुछ प्रमुख गाय की नस्लों का विस्तार से अध्ययन करेंगे।भारत में गायों की नस्लेंभारत में मवेशियों को आमतौर पर दूध और दुग्ध उत्पादों के लिए पाला जाता है। हिंदू धर्म में गाय को पवित्र...
डाइज़ामैक्स पाउडर – पशुओं के संपूर्ण स्वास्थ्य और बेहतर पाचन के लिए एक उन्नत सप्लीमेंट

डाइज़ामैक्स पाउडर – पशुओं के संपूर्ण स्वास्थ्य और बेहतर पाचन के लिए एक उन्नत सप्लीमेंट

डाइज़ामैक्स पाउडर एक विशेष रूप से तैयार किया गया पोषण सप्लीमेंट है, जो छोटे व बड़े सभी प्रकार के पशुओं के पाचन तंत्र को मजबूत करने और समग्र स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के उद्देश्य से विकसित किया गया है। इसमें पाचन एंजाइम, जीवित प्रोबायोटिक बैक्टीरिया और फर्मेंटेड यीस्ट कल्चर जैसे प्रभावशाली घटकों का संयोजन शामिल है, जो न केवल पाचन क्रिया को सुचारू बनाते हैं, बल्कि पोषक तत्वों के अवशोषण को भी अधिक प्रभावशाली बनाते हैं।इस उत्पाद का मुख्य तत्व फर्मेंटेड लाइव यीस्ट कल्चर है, जो 100 ग्राम में 33.5 ग्राम की उच्च मात्रा में मौजूद रहता है। यह कल्चर...
मछली पालन : कैसे शुरू करें मछली पालन की शुरुआत जानिए सम्पूर्ण जानकारी

मछली पालन : कैसे शुरू करें मछली पालन की शुरुआत जानिए सम्पूर्ण जानकारी

मछली पालन आज केवल एक शौक नहीं, बल्कि एक लाभकारी व्यवसाय बन चुका है। इसमें न केवल अच्छी आमदनी की संभावना होती है, बल्कि यह प्रकृति के करीब रहने का भी एक सुंदर माध्यम है। तालाब के किनारे बैठकर मछलियों की हलचल देखना एक शांतिपूर्ण अनुभव होता है। खास बात यह है कि यदि इसे व्यवस्थित रूप से किया जाए तो यह आर्थिक रूप से भी बहुत लाभदायक साबित हो सकता है।मछली पालन न केवल किसानों के लिए बल्कि शहरी युवाओं के लिए भी स्वरोजगार का बेहतरीन विकल्प है। भारत में ताजे पानी की उपलब्धता और अनुकूल जलवायु इसे सफल बनाने...
राठी गाय: एक अमूल्य भारतीय नस्ल

राठी गाय: एक अमूल्य भारतीय नस्ल

भारतीय देसी गायों में राठी नस्ल एक महत्वपूर्ण स्थान रखती है। यह एक अत्यंत सुंदर और उच्च दूध उत्पादन करने वाली नस्ल है। दुर्भाग्यवश, विदेशी गायों के बढ़ते प्रभाव के चलते हम अपनी देसी नस्लों को भूलते जा रहे हैं। राठी जैसी कई अन्य भारतीय नस्लें भी धीरे-धीरे लुप्त होने के कगार पर हैं। हजारों वर्षों में प्राकृतिक रूप से विकसित हुई इन गायों में अनूठे गुण पाए जाते हैं। यह किसी प्रयोगशाला में निर्मित नस्ल नहीं है, बल्कि प्रकृति द्वारा प्रदत्त एक अनमोल उपहार है। भारत की मिट्टी में जन्मी और पली-बढ़ी ये नस्लें हमारे लिए अमूल्य धरोहर हैं।राठी गायों...