मध्यप्रदेश सरकार द्वारा किसानों को आधुनिक कृषि उपकरण सस्ती दरों पर उपलब्ध कराने के उद्देश्य से चलाई जा रही ई–कृषि यंत्र अनुदान योजना (E–Krishi Yantra Anudan Yojana) के अंतर्गत अब लॉटरी के माध्यम से लाभार्थियों का चयन किया गया है। इस लॉटरी में चयनित किसानों को हैप्पी सीडर (Happy Seeder), सुपर सीडर (Super Seeder), स्मार्ट सीडर (Smart Seeder) सहित अन्य कई आधुनिक कृषि यंत्र सब्सिडी पर उपलब्ध कराए जाएंगे।
सरकार का उद्देश्य इन यंत्रों की मदद से खेती को अधिक उत्पादक, समयबचाऊ और पर्यावरण के अनुकूल बनाना है। पराली प्रबंधन और न्यूनतम जुताई आधारित खेती को बढ़ावा देने के लिए यह योजना किसानों के लिए वरदान साबित हो रही है।
इस योजना के अंतर्गत निम्नलिखित कृषि यंत्रों पर किसानों को सब्सिडी प्रदान की जा रही है –
जो किसान बिना डीडी के आवेदन किए थे, उन्हें लॉटरी प्रक्रिया में शामिल नहीं किया गया है।
किसान नीचे दिए गए चरणों का पालन कर अपनी लॉटरी स्थिति ऑनलाइन देख सकते हैं:
1. सबसे पहले [किसान कल्याण एवं कृषि विभाग, मध्यप्रदेश](https://farmer.mpdage.org/) की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
2. यहां दो विभागों के कॉलम दिखाई देंगे –
3. संचालनालय कृषि अभियांत्रिकी विभाग पर क्लिक करें।
4. अब “लॉटरी परिणाम” (Lottery Result) वाले कॉलम को चुनें।
5. नए पेज पर निम्न जानकारी भरें:
6. सभी विवरण भरने के बाद सबमिट पर क्लिक करें।
7. अब जिलेवार सूची खुल जाएगी, जिसमें आप आसानी से चयनित किसानों के नाम देख सकते हैं।
यदि आपका नाम सूची में है, तो आपको कृषि यंत्र पर अनुदान (Subsidy) का लाभ दिया जाएगा।
राज्य सरकार द्वारा अलग-अलग वर्गों के किसानों को निम्नानुसार सब्सिडी दी जाएगी –
यदि किसी किसान का नाम लॉटरी सूची में शामिल नहीं है, तो चिंता करने की जरूरत नहीं है। उनके द्वारा जमा की गई डिमांड ड्राफ्ट राशि को विभाग द्वारा नियमानुसार वापस कर दिया जाएगा। यहां तक कि यदि कोई किसान प्रतीक्षा सूची में है और वह राशि वापसी चाहता है, तो उसे भी धनराशि लौटा दी जाएगी।
लॉटरी में चयनित किसानों के दस्तावेजों का विभाग द्वारा भौतिक सत्यापन किया जाएगा। इसके लिए किसानों को निम्न दस्तावेज तैयार रखने होंगे –
सत्यापन पूरा होने और विभागीय स्वीकृति मिलने के बाद किसान को अधिकृत डीलर से कृषि यंत्र खरीदना होता है। यंत्र की खरीद के पश्चात फील्ड वेरिफिकेशन (भौतिक सत्यापन) किया जाता है।
सभी प्रक्रियाएं पूरी होने के लगभग 30 से 45 दिनों के भीतर, सब्सिडी की राशि सीधे किसान के बैंक खाते में DBT (Direct Benefit Transfer) के माध्यम से भेज दी जाती है।
Merikheti हमेशा किसानों को कृषि क्षेत्र से जुड़ी हर नई अपडेट से अवगत कराता है। चाहे बात हो ट्रैक्टरों के नए मॉडलों, कृषि मशीनरी, या सरकारी योजनाओं की — हम हर जानकारी को सरल भाषा में किसानों तक पहुंचाते हैं। साथ ही, प्रमुख ट्रैक्टर कंपनियों जैसे महिंद्रा, सोनालिका, फार्मट्रैक, वीएसटी, एस्कॉर्ट्स कुबोटा आदि की मासिक थोक और खुदरा बिक्री रिपोर्ट भी प्रकाशित की जाती है।