बिहार में कृषि वैज्ञानिकों ने गर्मी में भी उगने वाली गोभी की किस्म-6099 को विकसित किया

By: MeriKheti
Published on: 16-Jun-2023

बिहार राज्य के नालंदा जनपद में किसानों ने 200 एकड़ में फूल गोभी की खेती चालू की है। विशेष बात यह है, कि नालंदा जनपद के किसान फूल गोभी की प्रजाति-6099 की खेती कर रहे हैं। फूल गोभी का सेवन हर किसी को पसंद है। 

सर्दी के मौसम में प्रमुख सब्जी फूल गोभी ही होती है। ऐसे लोग फूल गोभी से बनी भुजिया भी खाना काफी पसंद करते हैं। फूल गोभी के अंदर प्रोटीन, फॉस्फोरस, मैगनीज, पोटैशियम, फोलेट, विटामिन बी, विटामिन सी, विटामिन के और फाइबर जैसे तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। 

इसका सेवन करने से कई सारे शारीरिक लाभ होते हैं। आमतौर पर सर्दी के मौसम में फूल गोभी बड़ी ही सहजता से मिल जाती है। परंतु, ग्रीष्मकाल में यह बाजार से गायब हो जाती है, क्योंकि गर्मी में इसका उत्पादन नहीं होता है। हालाँकि, अब से आपकों वर्षभर फूल गोभी खाने के लिए उपलब्ध मिलेगी।

कितने रकबे में गोभी की खेती शुरू हुई है

मीडिया एजेंसियों के अनुसार, बिहार के नालंदा जनपद में किसानों ने 200 एकड़ में फूल गोभी की खेती चालू की है। विशेष बात यह है, कि नालंदा जनपद के किसान फूल गोभी की प्रजाति-6099 की खेती कर रहे हैं। 

उद्यान महाविद्यालय के प्राचार्य डा. पंचम कुमार सिंह का कहना है, कि पहले यहां किसान केवल सर्दी के मौसम में ही फूल गोभी की खेती किया करते थे। जुलाई माह में इसकी नर्सरी तैयार की जाती थी। 

अगस्त महीने में पौधों की रोपाई का कार्य होता है, जिसके पश्चात अक्टूबर माह से बाजार में फूल गोभी आनी चालू हो जाती थी। परंतु, अब कृषि वैज्ञानिकों ने फूल गोभी की किस्म-6099 को विकसित किया है। अब ऐसी स्थिति में किसान वर्षभर फूल गोभी की खेती कर सकते हैं।

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विगत वर्ष किस्म-6099 की खेती परीक्षण के तौर पर की गई थी

आजकल बदलते दौर में कृषि वैज्ञानिकों की निरंतर कोशिशों और शोधों के चलते नई-नई किस्में विकसित की जा रही हैं। बतादें कि गोभी की किस्म-6099 की विगत वर्ष परिक्षण के तौर पर खेती शुरू की थी, जिसका नतीजा भी सकारात्मक देखने को मिला है। 

इस वजह से किसानों ने इस वर्ष पहली बार ग्रीष्मकाल में गोभी की किस्म-6099 की खेती शुरू की है। बतादें, कि बबुरबन्ना, सोहडीह एवं आशानगर में तकरीबन 200 एकड़ भूमि पर किसानों ने गरमा फूलगोभी की खेती शुरू की है।

इसी कड़ी में किसानों का कहना है, कि गरमा फूल गोभी की खेती के लिए फसलचक्र भी तैयार कर लिया है। फरवरी माह में नर्सरी तैयार की जानी है, जिसकी पैदावार मई माह तक मिल पाएगी। 

साथ ही, दूसरी नर्सरी जून माह में तैयार की जाएगी, जिसकी पैदावार अक्टूबर माह तक मिल पाएगी। ऐसे में सीधी सी बात है खेती का क्षेत्रफल निश्चित तौर पर बढ़ेगा।

फूल गोभी की खेती करने हेतु जरुरी बात

केंद्र एवं राज्य सरकारें अपने-अपने स्तर किसानों के हित में नई नई योजनाएं जारी करती रहती हैं। बागवानी फसलों को प्रोत्साहन देने के लिए सरकार एवं कृषि विभाग पूरी तन्मयता से जुटे हुए हैं। 

बागवानी के क्षेत्र में किसानों के लिए गोभी की नई किस्म-6099 विकसित की गई है। यदि किसान भाई खरीफ सीजन में फूल गोभी का उत्पादन करना चाहते हैं, तो उनको बेहद ही सावधानियां बरतने की जरुरत पड़ेगी। 

बतादें, कि इस गोभी की किस्म में दो से तीन दिन के अंतराल पर फसल की सिंचाई करनी होगी। साथ ही, रासायनिक खाद के स्थान पर जैविक खाद का इस्तेमाल करें। 

यूरिया खाद का उपयोग बिल्कुल भी ना करें। साथ ही, पौधरोपण से पूर्व प्रति चार कट्ठे में एक ट्रॉली गोबर डाल दें। इसके पश्चात खेत की जोताई करें।

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