Ad

इस राज्य में जामुन की खेती करने पर मिल रहा 50 प्रतिशत अनुदान

Published on: 14-Jun-2023

जामुन को एक औषधीय फल माना जाता है। इससे विभिन्न प्रकार की औषधियां भी निर्मित की जाती हैं। मुख्य बात यह है, कि जामुन की खेती भी लीची, अमरूद और आम की भांति ही की जाती है। जामुन का सेवन करना प्रत्येक व्यक्ति को पसंद है। यह एक एंटीऑक्सिडेंट फल है, जिसका सेवन करने से शरीर की इम्युनिटी बढ़ जाती है। इसमें पोटेशियम, विटामिन सी, आयरन और कैल्शियम भरपूर मात्रा में पाया जाता है। यह माना जाता है, कि जामुन का सेवन करने से हड्डियां काफी मजबूत होती हैं। यही वजह है, कि जामुन का भाव आम एवं अमरूद से भी ज्यादा होता है। अगर किसान भाई जामुन की खेती करते हैं, तो अमरूद की तुलना में ज्यादा आमदनी कर सकते हैं। विशेष बात यह है, कि विभिन्न राज्यों में राज्य सरकारें जामुन की खेती करने पर कृषकों को अनुदान भी देती हैं।

यह राज्य सरकार जामुन की खेती पर 50 प्रतिशत अनुदान देती है

फिलहाल, बिहार सरकार जामुन की खेती चालू करने वाले किसान भाइयों को अनुदान दे रही है। बिहार सरकार प्रदेश में जामुन समेत बहुत सारी फसलों का क्षेत्रफल बढ़ाना चाहती है। यही वजह है, कि वह मुख्यमंत्री बागवानी मिशन एवं राष्ट्रीय बागवानी मिशन योजना के अंतर्गत किसानों 50 फीसद अनुदान प्रदान कर रही है। यदि किसान भाई जामुन की खेती करना चाहते हैं, तो कृषि विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर http://horticulture.bihar.gov.in पर जाकर अनुदान के लिए आवेदन कर सकते हैं।

जामुन के खेत में समुचित जल निकासी की व्यवस्था होनी चाहिए

जामुन एक औषधीय फल है और इससे विभिन्न प्रकार की दवाइयां भी निर्मित की जाती हैं। विशेष बात यह है, कि जामुन की खेती भी लीची, अमरूद और आम की तरह ही की जाती है। इसके लिए सर्वप्रथम खेत को जोता जाता है। इसके पश्चात पाटा चलाकर खेत को एकसार कर लिया जाता है। यदि आप चाहें, तो इसके खेत में जैविक खाद के तौर पर गोबर का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके उपरांत समान फासले पर जामुन के पौधे लगा सकते हैं। जामुन के खेत में जल निकासी की समुचित व्यवस्था होनी चाहिए।

ये भी पढ़ें:
लीची की वैरायटी (Litchi varieties information in Hindi)

एक हेक्टेयर भूमि में कितने जामुन के पौधे लगाए जा सकते हैं

जामुन के पौधे लगाने पर 4 से 5 साल के अंदर फल आने चालू हो जाते हैं। परंतु, 8 साल के पश्चात पौधे पूरी तरह से पेड़ का रूप धारण कर लेते हैं। इसके उपरांत जामुन का उत्पादन बढ़ जाता है। मतलब कि 8 साल के पश्चात आप जामुन के वृक्ष से 80 से 90 किलो तक फल तुड़ाई कर सकते हैं। यदि आप एक हेक्टेयर में जामुन की खेती करना चाहते हैं, तो 250 से अधिक पौधे लगा सकते हैं। इस प्रकार 8 साल के उपरांत आप 250 जामुन के पेड़ से 20000 किलो तक फल अर्जित कर सकते हैं। फिलहाल, बाजार में जामुन 140 रुपये प्रति किलो बिक रहा है। इस प्रकार आप एक हेक्टेयर भूमि में जामुन का उत्पादन कर 20 लाख रुपये से अधिक की आमदनी कर सकते हैं।

श्रेणी