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इस राज्य सरकार ने किसान हित में देवारण्य योजना जारी की है

Published on: 26-Aug-2023

देवारण्य योजना’ के जरिए से इस राज्य की सरकार जनजातीय लोगों को रोजगार प्रदान करेगी। इसके साथ उनकी आर्थिक स्थिति में भी सुधार लाएगी। मध्य प्रदेश सरकार ने राज्य के जनजातीय लोगों के लिए ‘देवारण्य योजना’ लेकर आई है। इस योजना के तहत प्रदेश के लोगों को आयुर्वेद के जरिए से स्वास्थ्य लाभ प्रदान करना है। साथ ही, जनजातीय लोगों को रोजगार से जोड़ना भी है। इस योजना के तहत सरकार इंदौर शहर में एक आयुष सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल भी तैयार करेगी। जिसमें आयुर्वेद और यूनानी औषधि के विकास को भी बढ़ावा देगी।

देवारण्य योजना का प्रमुख उद्देश्य क्या है

देवारण्य योजना का उद्देश्य आयुर्वेद के जरिये से राज्य के जनजातीय लोगों को स्वास्थ्य लाभ प्रदान करना। साथ ही, उन्हें रोजगार के श्रम से जोड़ना है। इस योजना के माध्यम से प्रदेश में औषधियों के उत्पादन का एक वैल्यू चेन सिस्टम तैयार किया जाएगा। इस कार्य में सरकार राज्य के विभिन्न स्व-सहायता समूहों की सहायता लेगी। इस योजना में राज्य के कृषि उत्पादक संगठन, आयुष एवं वन विभाग, ग्रामीण विकास विभाग, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम विभाग, औद्योगिक नीति और निवेश प्रोत्साहन विभाग और जनजातीय कार्य विभाग मिलकर एक साथ कार्य करेंगे। यह भी पढ़ें: इस औषधीय पौधे की खेती करने के लिए सरकार देती है 75 फीसदी सब्सिडी, योजना का लाभ उठाकर किसान बनें मालामाल

देवारण्य योजना के क्या-क्या फायदे हैं

देवारण्य योजना का फायदा आदिवासी एवं जनजाति के लोगों को ही मिलेगा। इसके जरिए से प्रदेश के अनुसूचित जनजातीय क्षेत्रों के निवासियों को रोजगार देना और उनकी आजीविका के लिए संसाधनों की पूर्ति करना है। राज्य के जनजातीय लोग इस योजना से औषधीय एवं सुगंधित पौधों से दवाइयों का निर्माण कर पाएँगे। साथ ही, एक मजबूत सप्लाई चेन के माध्यम से उनकी बिक्री भी कर पाऐंगे।

देवारण्य योजना के लिए क्या पात्रता होनी चाहिए

इस योजना के लिए आवेदन करने वाले को मध्य प्रदेश राज्य का स्थायी निवासी होना अनिवार्य है। राज्य के केवल आदिवासी एवं जनजातीय लोग ही इसका फायदा उठा सकेगें। इसके अतिरिक्त योजना का फायदा लेने वाले राज्य के किसी भी स्वयं सहायता समूह का सदस्य हो। साथ ही, वह राज्य में ही कार्यरत हों। आवेदन करने वाले को सुगंधित और औषधीय पौधों के विषय में बेहतर जानकारी होनी अनिवार्य है।

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