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पूसा कृषि विज्ञान मेला 2025 - पूसा किसान मेले में किसानों को मिलेंगे फसलों की उन्नत किस्मों के बीज

Published on: 17-Feb-2025
Updated on: 18-Feb-2025

भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (आईएआरआई) में होने वाला पूसा किसान मेला किसानों के लिए एक प्रमुख आयोजन होता है, जिसका वे साल भर बेसब्री से इंतजार करते हैं। यहाँ उन्हें नई उन्नत बीजों और कृषि तकनीकों की जानकारी एक ही जगह पर मिल जाती है।

इस बार यह मेला 22 फरवरी से 24 फरवरी 2025 तक आयोजित होगा। इस साल मेले की थीम "उन्नत किसान - विकसित भारत" रखी गयी है।

भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (आईसीएआर) के निदेशक ने इस बारे में जानकारी दी और बताया कि तीन दिवसीय पूसा कृषि विज्ञान मेला 22 फरवरी से 24 फरवरी तक चलेगा। मेले का उद्घाटन केंद्रीय कृषि मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान करेंगे।

पूसा कृषि विज्ञान मेला 2025 का उद्देश्य

इस मेले में किसानों को नई कृषि तकनीक, उन्नत बीज, खेती की नई विधियाँ और कृषि क्षेत्र से जुड़े नवाचारों की जानकारी दी जाएगी।

इसके अलावा, किसानों को उद्यमिता के क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए नए अवसरों के बारे में भी बताया जाएगा। किसानों को इस मेले में कई फसलों के उन्नत बीज भी दिए जाएंगे।

किसानों को दिए जाएंगे धान के साथ कई अन्य फसलों के बीज

पूसा मेले में किसान बासमती धान की उन्नत किस्मों के बीज खरीद सकते हैं, जिनमें पूसा बासमती 1, पूसा बासमती 1121, पूसा बासमती 1509, पूसा बासमती 1918, पूसा बासमती 1847, पूसा बासमती 1886, पूसा बासमती 1886, पूसा बासमती 1728, पूसा बासमती 1886, पूसा बासमती 1985, P 2090, PS 6 (1401), PA 16, PS 5 (2511), P Samnha 1850 शामिल हैं।

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धान के बीजों के अलावा किसानों को निम्नलिखित फसलों के भी बीज वितरीत किये जाएंगे:

  • मूंग की किस्में - P-1431, P Vishal, P1641
  • बाजरा - पूसा कम्पोजिट 701
  • अरहर - P अरहर  2018-1, P अरहर  2017-4
  • भिंडी - पूसा A5
  • लोबिआ - पूसा सुकोमल
  • लोकी - पूसा नवीन
  • नींबू - कागजी कला, और इनके अलावा किसानों को मौसमी सब्जी फसलों के बीजों की किट भी वितरीत करवाई जाएगी।

प्रगतिशील किसानों को किया जाएगा सम्मानित

हर साल की तरह इस बार भी आईएआरआई देश के प्रगतिशील किसानों को सम्मानित करेगा। उन किसानों को आईएआरआई नवोन्मेषी किसान और आईएआरआई-अध्येता किसान पुरस्कार दिए जाएंगे, जिन्होंने व्यावहारिक कृषि प्रौद्योगिकियों और तकनीकों को विकसित और फैलाया है। इस बार के तीन दिवसीय मेले में लगभग 25-30 उन्नतशील किसानों को यह सम्मान दिया जाएगा।