मेरीखेती ने जून माह की मासिक किसान पंचायत का किया आयोजन

Published on: 28-Jun-2023

मेरीखेती द्वारा किसानों के हित में बम्बावड़ गांव जिला गौतम बुद्ध नगर उत्तर प्रदेश में जून माह की मासिक किसान पंचायत का आयोजन किया। किसान पंचायत के आयोजन के दौरान कृषि क्षेत्र के जाने माने कृषि वैज्ञानिक मौजूद रहे। किसानों ने अपनी समस्याएं वैज्ञानिकों के समक्ष रखी, जिनका संतोषजनक समाधान कृषि वैज्ञानिकों में अपने अनुभव व समझ के मुताबिक किसानों को प्रदान किया गया। बतादें कि आजकल कृषि क्षेत्र में राज्य सरकार से लेकर केंद्र सरकार तक जैविक खेती को बढ़ावा देने की हर संभव कोशिश कर रही है। किसानों के लिए सबसे अच्छी बात यह है, कि मेरीखेती द्वारा आयोजित की जाने वाली मासिक किसान पंचायत में उनको उनकी समस्या से संबंधित सही व सटीक जानकारी व समाधान प्रदान किया जाता है। मासिक किसान पंचायत में डॉ सी.बी. सिंह प्रिंसिपल साइंटिस्ट (RETD) IARI ने जैविक खेती के महत्व एवं आवश्यकता की खूब चर्चा की है। मासिक किसान पंचायत में किसानों को संबोधित करते हुए डॉ सीवी सिंह ने कहा है, कि आजकल किसान अत्यधिक उत्पादन अर्जित करने के चक्कर के फसल की गुणवत्ता के विषय में नहीं सोच रहे हैं। जो कि आज और आने वाले समय में एक बड़ी समस्या को निमंत्रण देने वाला है। क्योंकि ज्यादा पैदावार लेने के लिए जरूरत से ज्यादा रासायनिक उर्वरकों का इस्तेमाल करने पर फसल काफी हद तक जहरीली हो जाती है। उसी फसल को आम जनमानस जब खाएगा तो फसल के माध्यम से उसके अंदर भी नुकसानदायक रसायनों का प्रभाव पड़ेगा। यह भी पढ़ें: मेरीखेती ने मई माह की मासिक किसान पंचायत का आयोजन किया मेरीखेती द्वारा आयोजित मासिक किसान पंचायत में स्कूल ऑफ एग्रीकल्चरल साइंस एंड इंजीनियरिंग IFTM यूनिवर्सिटी मुरादाबाद के सहायक प्राध्यापक डॉ शुभम गुप्ता जी ने किसानों को जैविक खेती करने की विधि एवं इसके फायदों के बारे में बताया। डॉ शुभम गुप्ता ने कहा है, कि खेती-किसानी के क्षेत्र में किसानों को काफी सूझ बूझ और कृषि विशेषज्ञों की सलाहनुसार फसल चयन करने की बात कही है। उन्होंने रसायनिक खेती की जगह जैविक खेती करने के लिए किसानों को कहा। उनका कहना है, कि आने वाले समय में रासायनिक खेती से तैयार होने वाली फसल का सेवन करना किसी बड़े खतरे से कम नहीं होगा। आज के समय में ही अधिकांश लोग किसी न किसी रोग से ग्रसित होते नजर आ रहे हैं। जिसकी एक मुख्य वजह खान पान भी है। किसान यदि जैविक खेती बिना रासायनिक उर्वरकों के केवल जैविक खाद विधि से करेंगे तो उनको उत्तम गुणवत्ता वाली पैदावार मिलेगी। जैविक विधि से खेती करने पर लोगों को उत्तम खाद्य पदार्थ प्राप्त होगा। मेरीखेती द्वारा आयोजित मासिक किसान पंचायत में स्कूल ऑफ एग्रीकल्चरल साइंस एंड इंजीनियरिंग IFTM यूनिवर्सिटी मुरादाबाद के सहायक प्राध्यापक डॉ कुलदीप भार्गव भी मौजूद रहे। डॉ कुलदीप भार्गव ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा है, कि जैविक खेती से किसान कम लागत में अच्छा-खासा मुनाफा उठा सकते हैं। आज के समय में सभी लोग एक अच्छा खाद्य पदार्थ खाने के लिए कितना भी खर्च कर सकते हैं। यदि आपकी फसल बिना रासायनिक उर्वरकों के तैयार की गई है, तो लोग अपनी सेहत को अच्छा रखने के लिए आपके द्वारा उगाई गई जैविक फसल को अच्छे-खासे भावों पर खरीदेंगे।

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