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फसल

मूंग की अच्छी पैदावार प्राप्त करने के लिए रखने इन बातों का ध्यान

मूंग की अच्छी पैदावार प्राप्त करने के लिए रखने इन बातों का ध्यान

मूंग एक प्रमुख दलहनी फसल है जिसे भारत के अधिकांश क्षेत्रों में उगाया जाता है। इसमें प्रोटीन भरपूर मात्रा में पाया जाता है—करीब 24-25% प्रोटीन, 60% कार्बोहाइड्रेट और लगभग 1.3% वसा। यह न केवल मानव पोषण के लिए महत्वपूर्ण है बल्कि मिट्टी की उर्वरता बढ़ाने में भी सहायक है क्योंकि यह वायुमंडलीय नाइट्रोजन को पकड़ने की क्षमता रखती है। उत्तर भारत में विशेष रूप से गर्मियों में इसकी खेती बड़े पैमाने पर की जाती है।मूंग की अच्छी पैदावार के लिए अनुकूल जलवायु और मिट्टीमूंग की खेती के लिए गर्म और शुष्क जलवायु सबसे उपयुक्त होती है। इसके...
जेनेटिकली मॉडिफाइड सरसों क्या है? कैसे इसकी खेती से होगी उत्पादन में वृद्धि?

जेनेटिकली मॉडिफाइड सरसों क्या है? कैसे इसकी खेती से होगी उत्पादन में वृद्धि?

भारत में वर्तमान में जेनेटिकली मॉडिफाइड (जीएम) सरसों की व्यावसायिक खेती पर चर्चा हो रही है, क्योंकि केंद्र सरकार ने इसकी खेती की अनुमति दी है।यह समझना आवश्यक है कि जीएम सरसों क्या है और इसके लाभ क्या हो सकते हैं। पिछले वर्ष केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय की जेनेटिक इंजीनियरिंग अप्रेजल कमेटी ने जीएम सरसों की खेती को मंजूरी दी, जिससे यह बहस शुरू हो गई।कई किसान संगठनों, एनजीओ और पर्यावरण संस्थाओं ने इस फैसले का विरोध किया। विरोध करने वालों का मानना है कि जीएम सरसों से भारत की खेती को नुकसान हो सकता है।हालांकि, कुछ विशेषज्ञों का तर्क...
जून में उगाई जाने वाली फसलों की मुनाफादायक किस्में

जून में उगाई जाने वाली फसलों की मुनाफादायक किस्में

किसानों को अच्छी उपज हांसिल करने के लिए फसल की चयन और समय को ध्यान में रखना चाहिए। फसल को समय पर खाद, पानी और कटाई भी अच्छी उपज के लिए आवश्यक है। किसानों की सुविधाओं को मद्देनजर रखते हुए आज हम मेरीखेती के जरिए से जून माह में बोई जाने वाली फसलों की उन्नत किस्मों के विषय में जानकारी प्रदान कर रहे हैं। धान की इन किस्मों का करें उत्पादन कृषि विशेषज्ञों के अनुसार, धान की स्वर्णा, पंत-10, सरजू-52, नरेन्द्र-359, जबकि टा.-3, पूसा बासमती-1, हरियाणा बासमती सुगंधित तथा पंत संकर धान-1 व नरेन्द्र संकर धान-2 प्रमुख उन्नत संकर किस्में...
कैसा होता है रुद्राक्ष का पेड़, जानिए इससे जुड़ी विशेषताएँ

कैसा होता है रुद्राक्ष का पेड़, जानिए इससे जुड़ी विशेषताएँ

भारतवर्ष में रुद्राक्ष को अत्यंत पवित्र और धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण माना जाता है। यह मुख्यतः धार्मिक अनुष्ठानों, मंत्र जाप और साधना में उपयोग किया जाता है। मान्यता है कि रुद्राक्ष भगवान शिव के आंसुओं से उत्पन्न हुआ था, अतः इसे शिवभक्तों के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है।रुद्राक्ष का वृक्ष देखने में कैसा होता है?रुद्राक्ष का वृक्ष एक सदाबहार (evergreen) पेड़ होता है, जिसका वैज्ञानिक नाम Elaeocarpus ganitrus है। यह पेड़ प्रायः 50 से 200 फीट तक ऊँचा हो सकता है। भारत में इसके Elaeocarpus वंश की लगभग 35 प्रजातियाँ पाई जाती हैं। इसके बीज को ही "रुद्राक्ष"...
जरबेरा फूल की खेती - जलवायु, मिट्टी, फसल उत्पादन से जुडी सम्पूर्ण जानकारी

जरबेरा फूल की खेती - जलवायु, मिट्टी, फसल उत्पादन से जुडी सम्पूर्ण जानकारी

जरबेरा बहुवर्षीय कर्तित पुष्प वर्ग का पौधा है। जरबेरा एक खूबसूरत और आकर्षक फूल है, इसकी उत्पत्ति स्थल अफ्रीका को माना जाता है। इसकी खेती अलंकृत बागवानी में सजावट एवं गुलदस्ता बनाने के लिए की जाती है। छोटी किस्म की प्रजातियों को गमलों में शोभाकारी किनारी के रूप में भी उगाया जाता है। इसके कर्तित पुष्प लगभग एक सप्ताह तक तरोताज़ा बने रहते हैं। इसकी लगभग 70 प्रजातियाँ हैं जिसमें 7 का उत्पत्ति स्थल भारत या आस पास का माना गया है। इस लेख में हम आपको जरबेरा फूल की खेती से जुड़ी विस्तृत जानकारी देंगे। जरबेरा की खेती के लिए जलवायु...
कैसे की जाती हैं ककोड़ा की खेती? जानिए सम्पूर्ण जानकारी

कैसे की जाती हैं ककोड़ा की खेती? जानिए सम्पूर्ण जानकारी

ककोड़ा, जिसे कई क्षेत्रों में खेख्सा भी कहा जाता है, एक बहुवर्षीय लता वाली कद्दू वर्गीय फसल है, जो भारत के जंगलों, पहाड़ी इलाकों और शुष्क क्षेत्र में स्वाभाविक रूप से उगती है। यह फसल बिना अधिक देखभाल के भी अच्छे परिणाम देती है, जिससे यह अर्ध-पारंपरिक और वाणिज्यिक खेती दोनों के लिए उपयुक्त बनती है। इसके मादा पौधे से निरंतर 8-10 वर्षों तक उपज मिलती रहती है, जिससे एक बार लगाकर लंबे समय तक लाभ प्राप्त किया जा सकता है। इसके फल का उपयोग सब्जी, अचार और औषधीय उत्पादों में किया जाता है।ककोड़ा के औषधीय गुणककोड़ा एक औषधीय पौधा भी...